हिंदू धर्म शास्त्र के अनुसार, रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से हुई है। इसके चलते रुद्राक्ष को बहुत ही पवित्र माना जाता है। रुद्राक्ष एक मुखी से लेकर इक्कीस मुखी तक होते हैं।
आज हम आपको कुछ ऐसी गलतियों के बारे में बताएंगे, जो आपको गले में रुद्राक्ष पहनते समय नहीं करनी चाहिए। आइए इन गलतियों के बारे में जानें, ताकि आपको सही जानकारी हो सकें।
रुद्राक्ष को बेहद पवित्र माना जाता है। ऐसे में आपको रुद्राक्ष पहनते समय मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे देवों के देवा महादेव यानी शिवजी नाराज हो सकते हैं।
अगर शिव जी किसी भक्त से नाराज हो जाए़, तो इससे जातक के काम बनते-बनते बिगड़ सकते हैं। किस्मत का सितारा भी धीरे-धीरे डूब सकती है।
अगर आपकी कुंडली में ग्रहों की स्थिति ठीक नहीं है, तो ऐसी स्थिति में आपको रुद्राक्ष धारण करने से बचना चाहिए। इससे आपके साथ कोई अनहोनी हो सकती है।
अगर आप सोने के लिए जा रहे हैं, तो ऐसे में आपको रुद्राक्ष उतार देना चाहिए क्योंकि ऐसा न करने से रुद्राक्ष अपवित्र हो सकता है। आपको यह गलती नहीं करनी चाहिए।
अगर आप श्मशान घाट पर जा रहे हैं, तो ऐसे में आपको गले में रुद्राक्ष नहीं पहनना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है। आपको आर्थिक नुकसान हो सकता है।
रुद्राक्ष को कभी भी बिना स्नान किए नहीं पहनना चाहिए। स्नान करने के बाद पहले रुद्राक्ष को शुद्ध करें और इसके बाद ही इसे धारण करें।
इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com