हिंदू धर्म में दिवाली का त्योहार बेहद उत्साह से साथ मनाया जाता है। घर के बच्चे दिवाली का उत्साह कई दिन पहले ही पटाखे जलाकर मनाने लगते हैं।
इस खास मौके पर बच्चों की मस्ती और सुरक्षा की जिम्मेदारी पेरेंट्स के कंधों पर आ गई है। आइए जानते हैं कि बच्चों के साथ पटाखे जलाते समय क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
पटाखे जलाते वक्त बच्चों को कभी भी अकेला न छोड़ें। हमेशा किसी बड़े की निगरानी में ही पटाखे जलाने दें। छोटे बच्चे अक्सर उत्साह में जल्दबाजी करते हैं, जिससे हादसे का खतरा बढ़ जाता है।
पटाखे जलाते समय बच्चों को सूती या कॉटन कपड़े पहनाएं। सिंथेटिक कपड़े आग जल्दी पकड़ते हैं और जलने का खतरा बढ़ाते हैं।
कई बार पटाखा तुरंत नहीं जलता, लेकिन थोड़ी देर बाद फट सकता है। ऐसे पटाखों को दोबारा जलाने की कोशिश बिल्कुल न करें।
बच्चों को पटाखे जलाते समय गॉगल्स या ट्रांसपेरेंट शील्ड पहनाएं। कानों में हल्के ईयरप्लग लगाएं ताकि तेज आवाज से परेशानी न हो।
बच्चों के साथ पटाखे जलाते समय पानी की बाल्टी या सैंड बकेट पास में रखें। अगर कोई पटाखा गलती से कपड़ों या हाथ में जल जाए, तो तुरंत पानी डालें या कपड़े से ढककर आग बुझाएं।
ऐसे पटाखे न जलाएं जो बहुत शोर या धुआं पैदा करें। ध्यान रखें कि आसपास कोई बुजुर्ग, बीमार व्यक्ति या पालतू जानवर न हो जिन्हें इससे परेशानी हो सकती है।
दिवाली का असली मजा तभी है जब खुशियां और सुरक्षा साथ रहें। ऐसी ही तमाम खबरों को पढ़ते रहने के लिए जुड़े रहें jagran.com के साथ। All Images Credit: Canva