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क्या है Salt Typhoon, निशाने पर ट्रंप और कमला हैरिस; अमेरिका के खिलाफ चीन ने चली नई चाल

चीनी हैकर्स ग्रुप साल्ट टाइफून ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रनिंग मेट ओहियो सीनेटर जेडी वेंस के फोन को निशाना बनाया है। माइक्रोसॉफ्ट की साइबर सुरक्षा टीम ने चीनी हैकर्स ग्रुप को साल्ट टाइफून नाम दिया है। इस हैकर्स ग्रुप को चीनी सरकार द्वारा वित्तपोषित किया जाता है। माइक्रोसॉफ्ट की साइबर सुरक्षा टीम ने चीनी हैकर्स ग्रुप को साल्ट टाइफून नाम दिया है।

By Jagran News Edited By: Piyush Kumar Updated: Sun, 27 Oct 2024 01:04 PM (IST)
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salt typhoon: ट्रंप, कमला हैरिस समेत कई नेताओं की जानकारी इकट्ठा करने में जुटी चीनी जासूसी ग्रुप।(फोटो सोर्स: जागरण)
एजेंसी, वॉशिंगटन। अमेरिका में अगले महीने चुनाव होने हैं। इस बीच खबर आई है कि चीनी हैकर्स ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रनिंग मेट ओहियो सीनेटर जेडी वेंस के फोन को निशाना बनाया है। अमेरिका का दावा है कि यह हमला चीन के साइबर जासूसी समूह द्वारा किया गया था, जिसे 'साल्ट टाइफून' के नाम से जाना जाता है।

जानकारी के मुताबिक, निशाने पर ट्रंप के अलावा, डेमोक्रेट, कैपिटल हिल के प्रमुख व्यक्ति और संभवतः उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के कैंपेन से जुड़े स्टाफ सदस्य भी हैं।  हालांकि, अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि हैकर्स क्या कुछ खुफिया जानकारी निकालने में सफल रहे या नहीं?

वहीं, दूसरी ओर चीनी दूतावास की ओर से ऐसी किसी भी गतिविधि में शामिल होने से इनकार किया गया है। यह पता लगाया जा रहा है कि कौन से डाटा को निशाना बनाया गया है।

क्या है 'साल्ट टाइफून' का मतलब

माइक्रोसॉफ्ट की साइबर सुरक्षा टीम ने चीनी हैकर्स ग्रुप को साल्ट टाइफून नाम दिया है। इस हैकर्स ग्रुप को चीनी सरकार द्वारा वित्तपोषित किया जाता है। गौरतलब है कि इस ग्रुप का मकसद पारंपरिक हैकिंग या कॉरपोरेट डाटा चुराना नहीं है बल्कि ये ग्रुप खुफिया जानकारी चुराने के लिए जाना जाता है। साल्ट टाइफून, अमेरिकी संपत्तियों की जानकारी भी इकट्ठा करने के लिए जाना जाता है।

खुफिया जानकारी चुराने वाली चीनी हैकर्स ग्रुप को 'साल्ट' नाम दिया गया है। वहीं, चीन के हैकर्स को माइक्रोसॉफ्ट ने 'टाइफून' नाम दिया है।  इसी तरह माइक्रोसॉफ्ट ने ईरान के हैकर्स को सैंडस्टोर्म, रूस के हैकर्स को ब्लिजार्ड नाम दिया है।

'ट्रंप के फोन को हैक करने की रची गई साजिश'

 राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार और उसके साथी द्वारा उपयोग किए जाने वाले फोन के डाटा की जानकारी चीन के लिए बेहद मूल्यवान साबित हो सकती है। इस प्रकार का डाटा तब और भी उपयोगी हो सकता है, अगर रियल टाइम में इसका अवलोकन कर सकें।

अधिकारियों ने कहा कि ट्रंप कैंपेन टीम को इस सप्ताह अवगत कराया गया था कि रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार और उनके रनिंग मेट के फोन नंबरों को निशाना बनाया गया था। यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि क्या हैकर्स की पहुंच टेक्स्ट संदेशों तक हो पाई। विशेष रूप से एन्क्रिप्टेड चैनलों के माध्यम से भेजे गए संदेशों तक।

ट्रंप और हैरिस के बीच कांटे की टक्कर

न्यूयार्क टाइम्स द्वारा किए गए सर्वे के अनुसार, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच कांटे की टक्कर है। दोनों 48 प्रतिशत के साथ बराबरी पर हैं।

इस बीच, एक अपील अदालत ने मिसिसिपी की ओर से मेल द्वारा प्राप्त मतपत्रों की गिनती के लिए पांच दिन की छूट को लेकर कहा कि चुनाव वाले दिन के बाद प्राप्त मेल-इन मतपत्रों की गिनती अवैध है। हालांकि, मिसिसिपी की प्रक्रियाओं में तत्काल कोई बदलाव का आदेश नहीं दिया और आगे का निर्णय निचली अदालत पर छोड़ दिया है।

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