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    'दुनिया भर से अमेरिका में लाना होगा टेलेंट', H-1B वीजा पर नरम पड़े ट्रंप के तेवर

    Updated: Wed, 12 Nov 2025 07:30 PM (IST)

    राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एच-1बी वीजा पर नरम रुख दिखाया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका को दुनिया भर से प्रतिभाओं को आकर्षित करना होगा, क्योंकि देश में कुछ खास प्रतिभाएं नहीं हैं। ट्रंप प्रशासन ने वीजा के दुरुपयोग को लेकर 175 जांच शुरू की हैं। हाल के वर्षों में जारी किए गए एच-1बी वीजा में से 71% से अधिक भारतीयों को मिले हैं। हर साल 85,000 एच-1बी वीजा जारी किए जाते हैं।

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    अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप। (फाइल)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय पेशेवरों में लोकप्रिय एच-1बी वीजा पर सख्ती करने वाले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का अब इस वीजा कार्यक्रम को लेकर नरम रुख सामने आया है। उन्होंने वीजा कार्यक्रम का बचाव करते हुए कहा कि अमेरिका को दुनिया भर से टैलेंट को लाना होगा, क्योंकि हमारे देश में कुछ खास प्रतिभाएं नहीं हैं।

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    ट्रंप ने फॉक्स न्यूज पर लौरा इंग्राहम को दिए एक इंटरव्यू में यह बात कही। उनसे जब यह पूछा गया कि क्या एच-1बी वीजा का मुद्दा उनके प्रशासन के लिए बड़ी प्राथमिकता नहीं होगा। अगर कोई अमेरिकी कामगारों का वेतन बढ़ाना चाहता है तो देश में लाखों विदेशी कामगारों को आने नहीं दिया जा सकता। इस पर ट्रंप ने कहा, 'मैं सहमत हूं, लेकिन आपको प्रतिभाओं को भी लाना होगा।'

    जब इंग्राहम ने कहा, 'हमारे पास बहुत प्रतिभाएं हैं।' तो ट्रंप ने कहा, 'नहीं, आपके पास नहीं हैं। आपके पास कुछ खास प्रतिभाएं नहीं हैं। लोगों को सीखना होगा।'

    उन्होंने कहा, 'आप लोगों को बेरोजगारी की कतार से हटाकर यह नहीं कह सकते कि मैं तुम्हें किसी फैक्टरी में लगा दूंगा, हम मिसाइल बनाएंगे।' अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'जार्जिया में उन्होंने अवैध प्रवासियों की तलाश में छापे मारे। वहां दक्षिण कोरिया के लोग थे, जिन्होंने जिंदगी भर बैटरी बनाई। आप जानते हैं, बैटरी बनाना बहुत जटिल काम है। यह कोई आसान काम नहीं है। यह बहुत खतरनाक है। बहुत सारे विस्फोट और बहुत सारी समस्याएं हैं।'

    एक लाख डालर किया है शुल्क

    ट्रंप ने गत सितंबर में एच-1बी वीजा कार्यक्रम पर सख्ती के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए थे। इसके तहत 21 सितंबर के बाद एच-1बी वीजा के लिए दाखिल किए गए नए आवेदनों के साथ पात्रता की शर्त के तौर पर शुल्क के रूप में एक लाख डालर (करीब 88 लाख रुपये) का भुगतान करना आवश्यक कर दिया गया है। पिछले सप्ताह ट्रंप प्रशासन ने एच-1बी वीजा के दुरुपयोग को लेकर 175 जांच शुरू कीं।

    71 प्रतिशत वीजा भारतीयों को मिला

    यूएससीआइएस के अनुसार, हालिया वर्षों में जितना एच-1बी वीजा जारी किया है, उसमें 71 प्रतिशत से ज्यादा वीजा भारतीयों को मिला है। 12 प्रतिशत वीजा के साथ चीन दूसरे नंबर पर है। जबकि 2024 में अमेरिका में पढ़ने वाले कुल विदेशी छात्रों में 27 प्रतिशत भारतीय रहे।

    हर वर्ष जारी होते हैं 85 हजार वीजा

    हर वर्ष 85 हजार एच-1बी वीजा जारी किए जाते हैं। जबकि इसके अतिरिक्त 20 हजार वीजा अमेरिकी शिक्षण संस्थानों से उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले विदेशी छात्रों के लिए जारी किए जाते हैं। अमेरिकी टेक कंपनियां इस वीजा के आधार पर अपने यहां उच्च कुशल विदेशी कामगारों को नौकरी देती हैं।

    (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)