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मंदिरों में हमले पर पकड़ा गया कनाडा का एक और झूठ, हिंदू फोरम ने किया खुलासा

Canada कनाडा में हिंदू मंदिरों पर हमले को लेकर कनाडा का एक और झूठ पकड़ा गया है। हिंदू फोरम फॉर कनाडा ने भड़काऊ भाषण के आरोपों को खारिज कर दिया। फोरम ने कहा कि घटना को गलत तरीके से पेश किया गया है। हिंदू फोरम ने दावा किया कि पुजारी ने ऐसा कुछ नहीं कहा जिससे हिंसा को बढ़ावा देने के रूप में माना जा सके।

By Agency Edited By: Sachin Pandey Updated: Fri, 08 Nov 2024 11:43 PM (IST)
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हिंदू फोरम ने प्रदर्शन के दौरान भड़काऊ भाषण के आरोपों को खारिज कर दिया। (File Image)
एएनआई, ब्रैम्पटन। हिंदू फोरम फॉर कनाडा ने ब्रैम्पटन में हिंदू मंदिरों पर हमले के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के दौरान भड़काऊ भाषण के आरोपों को खारिज कर दिया। फोरम ने कहा कि घटना को गलत तरीके से पेश किया गया है। साथ ही ब्रैम्पटन के मेयर से आरोप वापस लेने और हिंदू समुदाय को कनाडाई समाज के शांतिपूर्ण, कानून का पालन करने वाले हिस्से के रूप में मान्यता देने की मांग की।

हिंदू फोरम ने दावा किया कि पुजारी ने ऐसा कुछ नहीं कहा, जिससे हिंसा को बढ़ावा देने के रूप में माना जा सके। कई वीडियो रिकॉर्डिंग इस बात की पुष्टि करती हैं कि हिंदू पूजा स्थल के भीतर शांतिपूर्वक एकत्र हुए थे। हिंदू सभा ने पुजारी राजिंदर प्रसाद को तीन नवंबर को मंदिर परिसर में आयोजित विरोध प्रदर्शन में विवादास्पद संलिप्तता के लिए निलंबित कर दिया था। वहीं, पुलिस ने ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर में प्रदर्शन के सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। उसकी पहचान टोरंटो के रहने वाले 57 वर्षीय लाल बनर्जी के रूप में हुई है।

(ब्रैम्प्टन में हिंदू मंदिर और भक्तों पर किया गया था हमला।)

अपना कार्य जारी रखेगा द आस्ट्रेलिया टुडे

विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनके आस्ट्रेलियाई समकक्ष पेनी वोंग द्वारा संबोधित एक संवाददाता सम्मेलन का सीधा प्रसारण करने के लिए कनाडा द्वारा प्रतिबंधित किए गए आस्ट्रेलियाई मीडिया आउटलेट ने शुक्रवार को कहा कि वह स्वतंत्र मीडिया की वकालत करता रहेगा। द आस्ट्रेलिया टुडे के मैनेजिंग एडिटर जितार्थ जय भारद्वाज ने कहा कि हम इन बाधाओं से प्रभावित हुए बिना, महत्वपूर्ण समाचारों और आवाजों को जनता तक पहुंचाने के मिशन से पीछे नहीं हटेंगे।

कनाडा की कार्रवाई पर एतराज जताते हुए भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने दोहरा मानदंड बताया। उन्होंने कहा कि कनाडा एक तरफ अपनी धरती को भारत विरोधी गतिविधि और खालिस्तान समर्थक भाषण के लिए इस्तेमाल की इजाजत देता है और दूसरी तरफ आस्ट्रेलिया टुडे के इंटरनेट मीडिया आउटलेट्स पर प्रतिबंध लगा देता है।