बांग्लादेश में मूर्ति विसर्जन जूलूस को बनाया निशाना, हिंदुओं पर ईंट-पत्थर से हमला; दुर्गा पंडाल पर बम भी फेंका
बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद से ही हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है। करीब 44 जिलों में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। वहीं अब दुर्गा पूजा उत्सव के दौरान भी हिंसा की कई खबरें सामने आईं। मूर्ति विसर्जन के दौरान भी हिंदुओं को निशाना बनाया गया। एक दुर्गा पूजा पंडाल में बम भी फेंका गया।
पीटीआई, ढाका। बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के दौरान एक पूजा पंडाल पर हमले के बाद अब मूर्ति विसर्जन जुलूस को निशाना बनाया गया है। ओल्ड ढाका में दुर्गा पूजा के समापन के बाद मूर्ति विसर्जन के लिए जा रहे हिंदू समुदाय के लोगों पर ईटें फेंकी गईं, जिसमें तीन लोग घायल हो गए। इस दौरान पुलिस के साथ झड़प भी हुई। यह घटना रविवार रात हुई।
छतों से की गई पत्थरबाजी
द डेली स्टार अखबार में सोमवार को प्रकाशित खबर में एक प्रत्यक्षदर्शी के हवाले से बताया गया कि ओल्ड ढाका के पटुआतुली इलाके में नूर सुपर मार्केट की छत से अराजक तत्वों ने बूढ़ीगंगा नदी में मूर्ति विसर्जन के लिए जा रहे लोगों पर ईंटें फेंकीं। इसमें एक पुलिस अधिकारी समेत तीन लोग घायल हो गए। इस घटना के बाद हिंदू समुदाय के लोगों ने नूर मार्केट में घुसने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
सेना को बुलाना पड़ा
कोतवाली पुलिस थाने के प्रभारी मोहम्मद इनामुल हसन ने बताया, 'स्थानीय लोगों ने मार्केट में घुसने की कोशिश की। मार्केट की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हमने उन्हें वहां घुसने से रोका, जिससे झड़प हो गई।' उन्होंने कहा कि हालात नियंत्रित करने में नाकाम रहने पर पुलिस ने सेना को सूचना दी। मौके पर पहुंचे सैनिकों ने भीड़ को तितर-बितर किया। अब स्थिति काफी हद तक नियंत्रण में है।दुर्गा पंडाल में फेंका गया बम
इससे पहले शुक्रवार रात ओल्ड ढाका के तांती बाजार इलाके में एक दुर्गा पूजा पंडाल पर एक देसी बम फेंका गया था। हालांकि, बम में आग लग गई थी और कोई घायल नहीं हुआ था। बांग्लादेश में गत शुक्रवार तक दुर्गा पूजा उत्सव से संबधित करीब 35 अप्रिय घटनाओं के बाद 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 12 से अधिक मामले दर्ज किए गए।बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा बढ़ी
बता दें कि बांग्लादेश में हिंसक छात्र आंदोलन के चलते गत पांच अगस्त को प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार का पतन हो गया था। इस दौरान हिंसा में अल्पसंख्यक हिंदुओं को उत्पीड़न का सामना करना पड़ा। उनके व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और संपत्तियों में तोड़फोड़ की गई और मंदिरों को क्षतिग्रस्त किया गया।