हिंदू मंदिरों और दुर्गा पूजा पंडालों में तैनात होंगे मदरसा छात्र, बांग्लादेश सरकार का आदेश, जानें- क्यों उठाया ये कदम?
Durga Puja in Bangladesh बांग्लादेश सरकार ने आशंका जताई है कि कट्टरपंथी दुर्गा पूजा के दौरान हिंदू मंदिरों और त्योहारों को अपना निशाना बना सकते हैं। अब सरकार ने हिंदू मंदिरों और दुर्गा पूजा पंडालों में मदरसा छात्रों को तैनात करने का फैसला लिया है। सरकार का कहना है कि अगर किसी ने हिंसा फैलाने की कोशिश की तो उसे छोड़ा नहीं जाएगा।
पीटीआई, ढाका। बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा अभी थमी नहीं है। इस बीच दुर्गा पूजा के दौरान हिंसा होने की आशंका है। कट्टरपंथी हिंदू त्योहारों को अपना निशाना बना सकते हैं। इस बीच बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस सरकार ने उपद्रवियों को कड़ी चेतावनी जारी की है। सरकार ने स्पष्ट किया कि दुर्गा पूजा के दौरान सांप्रदायिक सद्भाव को बिगड़ने और अशांति फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
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धार्मिक सलाहकार ने किया मंदिर का दौरा
दुर्गा पूजा 9 से 13 अक्टूबर तक मनाई जाएगी। बांग्लादेश सरकार ने दुर्गा पूजा के दौरान हिंदू मंदिरों में मदरसा छात्रों की तैनाती का आदेश भी दिया है। बांग्लादेश के धार्मिक मामलों के सलाहकार डॉ. एएफएम खालिद हुसैन ने राजशाही जिले के गोदागरी में स्थित प्रेमतली गौरांग बारी कालीमंदिर का दौरा किया।
उत्साह स त्योहार मनाएं हिंदू
धार्मिक सलाहकार ने कहा कि अगर कोई मंदिरों में लोगों को परेशान करता है तो उसे हम नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने हिंदू समुदाय से अपने त्योहारों को उत्साह और धार्मिक भावना के साथ मनाने का आग्रह किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि किसी को भी उनके मंदिरों को नुकसान पहुंचाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
मदरसा छात्रों की होगी तैनाती
धार्मिक मामलों के सलाहकार ने कहा कि अगर आपको अपने मंदिरों पर हमलों का डर है तो आप निश्चिंत रहें कि कोई भी अपराधी सफल नहीं होगा। हमने मदरसा छात्रों समेत स्थानीय लोगों को मंदिरों की रखवाली करने के लिए नियुक्त किया है। कोई भी धार्मिक त्योहार मनाने से नहीं रोकेगा।
48 जिलों में हिंदुओं पर हमले
बता दें कि पांच अगस्त को शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद और देश छोड़ने के बाद से बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ लगातार हिंसा का दौर जारी है। बता दें कि 1971 में बांग्लादेश की आबादी में 22 प्रतिशत हिंदू थे। अब यहां हिंदुओं की संख्या महज आठ फीसदी बची है। बांग्लादेश नेशनल हिंदू ग्रैंड अलायंस के मुताबिक हिंदु समुदाय को बांग्लादेश के 48 जिलों में 278 स्थानों पर हमलों और धमकियों का सामना करना पड़ा।
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