केले से डर जाती हैं स्वीडन की मंत्री, आखिर क्यों है ऐसा; जानें इसके पीछे की वजह
स्वीडन की मंत्र पॉलिना ब्रैंडबर्ग को केले से डर लगता है और उनका स्टॉफ उनके पहुंचने से पहले यह सुनिश्चित करता है कि उनके नाश्ता या भोजन में कहीं केला तो नहीं। वहीं एक रिपोर्ट्स की मानें तो एक ईमेल में खुलासा हुआ है कि ब्रैंडबर्ग को केले से फोबिया है और वह केला देखते ही परेशान हो जाती हैं।
जागरण डेस्क, नई दिल्ली। आपने अक्सर देखा होगा कि महिलाएं छिपकली से डरती हैं, तो आप समझते हैं कि यह स्वाभाविक है और हम खुद छिपकली से डराने की कोशिश करते हैं और सामने वाला तेज तेज चिल्लाता है। दरअसल, उस समय उसे सच में डर लग रहा होता है। क्योंकि हमें लगता है छिपकली से कोई डरता है भला... वहीं, अब पता चला है कि स्वीडन की जेंडर इक्वेलिटी मिनिस्टर पॉलिना ब्रैंडबर्ग को केले डर लगता है।
हां... ये सच है कि स्वीडन की मंत्र पॉलिना ब्रैंडबर्ग को केले से डर लगता है और उनका स्टॉफ उनके पहुंचने से पहले यह सुनिश्चित करता है कि उनके नाश्ता या भोजन में कहीं केला तो नहीं। रिपोर्ट्स की मानें तो एक ईमेल में खुलासा हुआ है कि ब्रैंडबर्ग को केले से फोबिया है और वह केला देखते ही परेशान हो जाती हैं।पॉलिना ब्रैंडबर्ग पहले अपने फोबिया को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट भी लिख चुकी हैं जिसको उन्होंने बाद में डिलीट कर दिया था। क्योंकि जब यह खबर लोगों तक पहुंची तो वह भी उनको अजीब कमेंट करने लगे थे कि केले से कौन डरता है ये कौन सी बीमारी होती है। ईमेल के अनुसार, उनके स्टाफ ने कई बैठकों और यात्राओं से पहले मेन्यू से केले हटाने के लिए कहा था।
नॉर्वेजियन ज्यूडिशियल एजेंसी को संबोधित मंत्रालय के एक ईमेल में वीआईपी लंच से पहले कहा गया है कि पॉलिना ब्रैंडबर्ग को केले से गंभीर एलर्जी है, इसलिए यह सुनिश्चित करें कि वह जिन क्षेत्रों में रहेंगी वहां केले नहीं हों।ब्रैंडबर्ग ने भी बुधवार को एक्सप्रेसन से बात की और कहा कि यह एक तरह की एलर्जी है, आप कह सकते हैं। समाचार आउटलेट को एक अन्य ईमेल में उसने कहा कि यह कुछ ऐसा है जिसके लिए मुझे पेशेवर की मदद चाहिए होती है।
अपने कर्मचारियों द्वारा केले हटाने के लिए कहने के कुछ अन्य उदाहरणों में, पोलिटिको ने बताया कि उनकी टीम ने एक काउंटी प्रशासनिक बोर्ड को ईमेल किया, और उन्हें बताया कि परिसर में केले की अनुमति नहीं है।उनके स्टाफ ने एक बार स्वीडिश संसद के अध्यक्ष एंड्रियास नॉरलेन को गंभीर एलर्जी के कारण एक सहकर्मी के साथ बैठक के दौरान कमरे में केले का कोई निशान नहीं होना चाहिए ऐसा कहा था। स्वीडन के प्रधानमंत्री, उल्फ क्रिस्टरसन ने कहा कि ब्रैंडबर्ग की समस्या से सरकारी काम पर कोई असर नहीं पड़ा है।