Car Buying Tips: दिवाली में खरीदने जा रहे नई कार, धोखाधड़ी से बचने को 8 बातों का रखें ध्यान
Diwali 2024 New Car Planning Tips भारत में फेस्टिव सीजन चल रहा है। वहीं देश में बहुत से लोग धनतेरस-दिवाली के मौके पर नई कार खरीदने का प्लान करते हैं। इस समय लगभग सभी ऑटोमोबाइल कंपनियां और डीलरशिप्स कार पर बंपर डिस्काउंट ऑफर करती है। हालांकि इस दौरान नई कार खरीदने के समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए जिससे आप धोखाधड़ी से बचे रहेंगे।
ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। धनतेरस-दिवाली के समय पर बहुत से लोग नई कार खरीदने का प्लान करते हैं। इस समय तकरीबन सभी ऑटोमोबाइल कंपनियां और डीलरशिप्स कार पर बंपर डिस्काउंट ऑफर करती है। अगर आप इस फेस्टिव सीजन में नई कार खरीदने का प्लान कर रहे हैं, तो आपके लिए यह शानदार मौका हो सकता है। भारतीय मार्केट में इलेक्ट्रिक, CNG, पेट्रोल और डीजल सभी तरह की गाड़ियां मौजूद है, जिन्हें आप अपनी जरूरत के हिसाब से खरीद सकते हैं। हालांकि, इस दौरान नई कार खरीदने लेते समय कुछ बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए, जिससे आपको भविष्य में पछताना न पड़ें। आइए जानते हैं कि इस फेस्टिव सीजन में कार खरीदते समय क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
बड़ी चालाकी से पुरानी कार बेचना
हम यहां पर पुरानी कार यानी यूज्ड कार की बात नहीं कर रहे हैं। दरअसल, यहां पर उन पुरानी कार की बात कर रहे हैं, जिसे 6 महीने या साल भर पहले या फिर उससे भी ज्यादा समय पहले बनाया गया हो, लेकिन किसी कारण से उसकी बिक्री नहीं हो पाई। इसलिए जब आप नई कार खरीदने जाएं तो डीलरशिप एग्जीक्यूटिव से साफ-साफ कह दें कि मुझे महीने-दो महीने पहले मैन्युफैक्चरर हुई कार चाहिए। इतना ही नहीं, कार की डिलीवरी लेने से पहले आप खुद भी उसकी डेट ऑफ मैन्युफैक्चरिंग चेक करें।
ऐसे हो सकता है धोखा
पुरानी कारों को बेचने को लेकर डीलरशिप एग्जीक्यूटिव पर भी प्रेशर होता है, वह उन्हें किसी तरह बेचे और ऐसे में वह ग्राहकों के साथ खेल कर देते हैं। दरअसल होता यह है कि जब आप नई कार खरीदने जाएंगे और उनसे कहेंगे कि आपको महीने-दो महीने पहले मैन्युफैक्चरर हुई कार चाहिए। ऐसे में एग्जीक्यूटिव आपको आश्वासन देगा कि हां-हां, हम आपको रिसेंट मैन्यूफैक्चर कार देंगे। यह कहकर वब आपसे सारी जरूरी प्रक्रियाएं भी पूरी करा लेगा। जब आप उसकी आरसी बनवाएंगे तो आपको पता चलता है कि जो आपको कार मिल रही है, वह तो 6 महीने पहले बनी है। तब तक आपका इंश्योरेंस भी करवा दिया जाता है, जिसमें आपकी अच्छी खासी रकम लग जाती है। यह सब कुछ होने के बाद आप फंस जाते हैं और जब आप एग्जिक्यूटिव से इसकी शिकायत करते हैं तो वह आपको कुछ ऑफर्स की पेशकश करता है।
ग्राहकों को ऐसे फंसाते है
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि एक सोची-समझी चाल से डीलरशिप एग्जीक्यूटिव ग्राहकों को फंसाते हैं। वहीं, बाद में ग्राहकों के पास कोई ऑप्शन नहीं बचता है और वह कुछ पैसे छूट के साथ वही पुरानी कार खरीदने के लिए मजबूर हो जाते हैं। हालांकि, ग्राहकों के पास शिकायत करने और दूसरी कार लेने का ऑप्शन होता है, लेकिन जो पैसा इंश्योरेंस में चला गया, उसे रिफंड होने में 15 दिन से एक महीने तक का समय लग जाता है। इससे बचने के लिए ग्राहक पुरानी मैन्युफैक्चर कार ही ले लेते हैं।
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