कार के इंजन के लिए Coolant कितना होता है जरूरी? क्या करता है काम, कैसे चुने सही कूलेंट
कार इंजन कूलेंट इंजन को ओवरहीट या फ्रीज होने से बचाता है और उसकी लाइफ बढ़ाता है। इसमें पानी ग्लाइकोल और एडिटिव्स होते हैं जो जंग और डैमेज से सुरक्षा देते हैं। सही कूलेंट चुनना उसका लेवल समय-समय पर चेक करना और निर्माता की सलाह मानना जरूरी है। कूलेंट के कई प्रकार होते हैं जैसे OAT HOAT और ग्लाइकोल-बेस्ड जो अलग-अलग जरूरतों और वाहनों के लिए सही हैं।

ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। किसी भी कार की लंबी उम्र के लिए उसका नियमित रूप से रखरखाव जरूरी है। इसमें कार की सफाई करने से लेकर कूलेंट तक शामिल है। हम यहां पर आपको बता रहे हैं कि कार के इंजन के लिए कूलेंट कितना जरूरी है? यह इंजन के लिए किस तरह का काम करता है और इसे कितने समय में आपको बदलवा लेना चाहिए? इसके साथ ही बता रहे हैं कि अपनी कार के लिए सही कूलेंट का चुनाव कैसे करें?
कार इंजन कूलेंट क्या है?
कार के इंजन के लिए कूलेंट एक एंटीफ्रीज है जो यह सुनिश्चित करता है कि कार का इंजन एक सही तापमान पर काम करेगा। यह इंजन को गर्म परिस्थितियों में ज्यादा गर्म होने और ठंडे तापमान में जमने से रोकने का काम करता है। इसके साथ ही कूलेंट इंजन की लाइफ को बढ़ाने का काम भी करता है। कार के इंजन के लिए कूलेंट के घटकों में डिस्टिल्ड पानी, ग्लाइकोल और बोरेट, नाइट्रेट, फास्फेट, सिलिकेट और सोडियम बेंजोएट जैसे एडिटिव्स शामिल हैं।
इंजन के लिए कूलेंट की जरूरत क्यों है?
इंजन के तापमान को ज्यादा गर्म होने या जमने से बचाने के लिए कारों के लिए कूलेंट की जरूरत होती है। कूलेंट में मौजूद एडिटिव्स कूलिंग सिस्टम पर जंग, स्केल बिल्डअप और टूट-फूट से बचाने में मदद करते हैं।
किस तरह के कूलेंट इस्तेमाल करना चाहिए?
कार के लिए इंजन के लिए एक सही कूलेंट का चयन करने के लिए आपको सही मैकेनिक की सलाह लेनी चाहिए। यह जरूरी है कि आप अपनी कार के लिए इंजन के लिए सही कूलेंट का चुनाव करें।
कार के कूलेंट का लेवल कब चेक करना चाहिए?
आपको अपनी कार के कूलेंट के लेवल को नियमित रूप से या साल में कम से कम दो बार चेक करना चाहिए। इसके साथ ही आपको किसी भी लंबी दूरी पर जाने से पहले भी कूलेंट जरूर चेक करना चाहिए।
कार इंजन कूलेंट के प्रकार
- एथिलीन ग्लाइकोल बनाम प्रोपलीन ग्लाइकोल: इसका इस्तेमाल आमतौर पर किया जाता है। यह हीट ट्रांसफर गुण प्रदान करता है, जबकि प्रोपलीन ग्लाइकोल कम जहरीला और अधिक पर्यावरण के अनुकूल होता है, लेकिन चरम तापमान में एथिलीन ग्लाइकोल जितना प्रभावी नहीं हो सकता है।
- ऑर्गेनिक एसिड टेक्नोलॉजी (OAT) कूलेंट: OAT कूलेंट लंबे समय तक काम करते हैं। उचित रखरखाव के साथ कूलेंट को बदले बिना वे 5 साल तक काम कर सकते हैं। यह इंजन में जंग लगने की संभावना को भी कम करते हैं।
- हाइब्रिड ऑर्गेनिक एसिड टेक्नोलॉजी (HOAT) कूलेंट: HOAT कूलेंट OAT और पारंपरिक फॉर्मूलेशन के लाभों को जोड़ते हैं, जो बेहतर प्रदर्शन और सुरक्षा प्रदान करते हैं। वे विभिन्न वाहनों के लिए उपयुक्त हैं और बेहतर जंग प्रतिरोध और विस्तारित सेवा जीवन प्रदान करते हैं।
कार इंजन कूलेंट के फायदे
- कार इंजन कूलेंट इंजन के सही तापमान को बनाए रखने में मदद करता है, जिससे बेहतर परफॉर्मेंस मिलती है।
- इंजन कूलेंट रेडिएटर और अन्य कूलिंग सिस्टम के पार्ट्स को जंग लगने से बचाने का काम करता है।
- अच्छा कूलेंट इंजन की लाइफ को बढ़ाने के साथ ही परफॉर्मेंस भी बेहतर देने का काम करता है।
यह पर्यावरण के लिए बहुत अच्छी है, क्योंकि इसका मतलब है कि कूलेंट का कम यूज हो रहा है।
कार के लिए अच्छा कूलेंट कैसे चुनें?
- अपनी कार के लिए सही कूलेंट को जानने के लिए इसके निर्माता की सलाह का पालन करें।
- विभिन्न वाहनों में कूलेंट के लिए अलग-अलग स्पेसिफिकेशन हो सकते हैं। सुनिश्चित करें कि आप अपनी कार के इंजन की सामग्री के अनुकूल कार इंजन कूलेंट चुनें।
- ASTM और SAE मानकों को पूरा करने वाले कूलेंट देखें। ये रेटिंग कूलेंट की गुणवत्ता और प्रभावशीलता को दर्शाती हैं।
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