Electric Car की बैटरी की लाइफ कितनी होती है, बदलने पर क्यों होता है लाखों रुपये का खर्च
दुनिया के कई देशों की तरह ही भारत में भी इलेक्ट्रिक वाहनों का चलन बढ़ रहा है। लेकिन अभी भी कई लोगों को ईवी की बैटरी की उम्र और बदलने में आने वाली कीमत ...और पढ़ें

ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। भारत के साथ ही दुनिया के सभी देशों में लाखों की संख्या में कारों का उपयोग किया जाता है। इनमें सबसे ज्यादा कारें पेट्रोल और डीजल से चलती हैं, जिनसे बड़ी मात्रा में प्रदूषण होता है। कई देश इस तरह के वाहनों की जगह इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को प्रोत्साहित कर रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इलेक्ट्रिक कार में उपयोग की जाने वाली बैटरी की उम्र कितनी होती है। अगर इस बैटरी को बदला जाए तो फिर कितना खर्च आता है। अगर नहीं, तो हम आपको इस खबर में बता रहे हैं।
बैटरी होती है सबसे महंगी
प्रदूषण को कम करने के लिए कई देशों में इलेक्ट्रिक कारों का बड़ी संख्या में उपयोग किया जा रहा है। भारत में भी इस तरह की तकनीक वाली कारों को काफी ज्यादा पसंद किया जा रहा है। लेकिन कई लोगों का यह मानना भी हैं कि इस तरह की कार शुरू में सस्ती हो, लेकिन लंबे समय में इनका उपयोग काफी महंगा होता है। इस सोच का सबसे बड़ा कारण इलेक्ट्रिक कारों में उपयोग की जाने वाली बैटरी का महंगा होना है।
कितनी होती है उम्र
भारत में कई निर्माताओं की ओर से इलेक्ट्रिक वाहनों को ऑफर किया जाता है। जिसके साथ ही वह अपनी कार की बैटरी पर आठ साल या 1.60 लाख किलोमीटर के आस पास तक की वारंटी भी ऑफर करती हैं। निर्माताओं की ओर से भले ही इस तरह की वारंटी को दिया जाए, लेकिन कार चलाने के तरीके पर बैटरी की उम्र काफी ज्यादा निर्भर करती है। अगर बैटरी का सही तरह से उपयोग किया जाए तो फिर औसतन आठ से 10 साल तक किसी भी इलेक्ट्रिक कार की बैटरी को बिना परेशानी चलाया जा सकता है।
बदलने में कितना है खर्चा
किसी भी कारण से इलेक्ट्रिक कार की बैटरी को बदलने की जरुरत आ जाए तो फिर ऐसा करना काफी महंगा हो सकता है। जानकारों के मुताबिक कार की कुल कीमत का करीब 50 फीसदी तक हिस्सा सिर्फ बैटरी और उससे जुड़े पार्ट्स को बदलने में ही खर्च हो सकता है। कुछ कारों में तो यह इससे भी ज्यादा हो सकता है।

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