सर्दियों में कार चलाते हुए न हो Highway और Expressway पर हादसा, कितनी दूरी है सुरक्षित
उत्तर भारत के अधिकतर राज्यों में धुंध के कारण सड़कों पर हादसों की संख्या लगातार बढ़ रही है। Expressway और Highway पर ऐसी स्थिति में अगर खुद को कार चल ...और पढ़ें

ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। भारत के उत्तरी राज्यों में लगातार तापमान कम होने के साथ ही धुंध भी पड़ रही है। धुंध के कारण सड़कों पर लगातार हादसे हो रहे हैं। जिनमें हजारों लोग प्रभावित हो रहे हैं। अगर आप भी सर्दियों के समय धुंध के बीच कार से सफर करना चाहते हैं तो दूसरी कार के साथ कितनी दूरी बनाकर रखने से खुद को सुरक्षित रखने में मदद मिल सकती है। हम आपको इस खबर में बता रहे हैं।
सुरक्षित दूरी बनाएं
धुंध के कारण सड़क पर जब कम विजिबिलिटी होती है तो सुरक्षित दूरी बनाना भी काफी जरूरी होता है। आमतौर पर किसी भी दूसरे वाहन से ऐसी स्थिति में कम से कम तीन से छह मीटर या फिर तीन से छह सेकेंड की दूरी बनाकर रखनी चाहिए। ऐसा करने से आपको अचानक ब्रेक लगाने, लेन बदलने जैसी स्थिति में खुद को सुरक्षित रखने में मदद मिलती है।
स्पीड का रखें ध्यान
सर्दियों में हाइवे और एक्सप्रेसवे पर विजिबिलिटी कम होती है, जिसके कारण सड़क पर कम दिखाई देता है। ऐसी स्थिति में सुरक्षित दूनी बनाए रखने के साथ ही स्पीड लिमिट का ध्यान रखना भी काफी जरूरी होता है। अगर आप हाइवे पर सुरक्षित दूरी बनाने के साथ ही स्पीड लिमिट का ध्यान रखते हैं, तो इससे न सिर्फ आप सुरक्षित रहेंगे बल्कि आप दूसरे वाहनों को भी सुरक्षित रखने में मदद करते हैं। इसके अलावा तय स्पीड लिमिट में कार चलाने के कारण चालान से भी बचा जा सकता है।
लो बीम है जरूरी
अगर हाइवे पर रात के समय कार चला रहे हों तो हमेशा कार को लो बीम पर चलाना चाहिए। इससे आपके सामने से आने वाले वाहनों के अलावा आपके आगे चल रहे वाहनों को भी सुरक्षित रहने में मदद मिलती है। कई बार हाई बीम के कारण सामने से आने वाली कार के ड्राइवर को सही अंदाजा नहीं मिल पाता और हादसा होने का खतरा भी बढ़ जाता है। इसके अलावा अगर हाई बीम पर को चलाया जाता है तो पुलिस की ओर से चालान भी काटा जा सकता है।
लेन में कार चलाएं
हाइवे और एक्सप्रेसवे पर वाहन काफी तेज स्पीड में चलते हैं। जिस कारण उनको कंट्रोल करना कई बार मुश्किल हो जाता है। अगर कार को हमेशा लेन में चलाने की आदत डाली जाए तो फिर हादसा होने का खतरा काफी कम हो जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि अगर कार को लेन में चलाया जाता है तो अन्य वाहनों को ओवरटेक करने में किसी तरह की परेशानी नहीं होती। लेकिन अगर ऐसा न किया जाए तो फिर वाहनों के साथ हादसा होने का खतरा बढ़ जाता है।

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