ट्रैफिक नियमों पर सख्ती, तीन बार नियम तोड़ा तो ड्राइविंग लाइसेंस होगा सस्पेंड
पुणे में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर प्रशासन सख्त हो गया है। हेलमेट न पहनने, सीट बेल्ट की अनदेखी और तेज गति से गाड़ी चलाने पर ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित किए जाएंगे और वाहन जब्त होंगे। नवले ब्रिज हादसे के बाद प्रशासन ने सड़क सुरक्षा बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया है। कमिश्नर ने सड़क सुधार और ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम मजबूत करने के निर्देश दिए हैं।

पुणे में तीन बार ट्रैफिक नियम तोड़ने पर ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड किया जाएगा।
ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। पुणे में ट्रैफिक नियमों को लेकर प्राशासन बेहद सख्त हो चुका है। सड़क पर मनमानी ड्राइविंग या राइडिंग करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसमें हेलमेट ना पहनना, सीट बेल्ट की अनदेखी, रेड लाइट क्रॉस करना या तेज रफ्तार में गाड़ी चलाना जैसी चीजें शामिल है। ट्रैफिक नियमों को तोड़ने वालों को सिर्फ चालान भरकर निपटाने नहीं दिया जाएगा, बल्कि उनके ड्राइविंग लाइसेंस को भी सस्पेंड किया जाएगा। अगर इसके बाद भी नियम तोड़ते हुए पकड़े जाते हैं, तो उनके वाहनों को जब्त भी किया जाएगा।
यह फैसला क्यों लिया गया?
- इस सख्त कार्रवाई के पीछे नवले ब्रिज पर हुआ बड़ा हादसा एक बड़ा कारण है। कुछ दिन पहले तेज गति से आ रहा एक ट्रक नियंत्रण खो बैठा और कई वाहनों से टकरा गया। इस घटना में 8 लोगों की जान चली गई। यह हादसा सिर्फ एक गलती नहीं थी, बल्कि उस गैरजिम्मेदारी का नतीजा था जो हमारे ट्रैफिक सिस्टम और ड्राइवरों की आदतों में गहराई तक बैठी है।
- पुणे के डिविजनल कमिश्नर चंद्रकांत पुलकुंदवार ने हाल में एक मीडियो चैनल से बातचीत में कहा कि अब वक्त आ गया है कि हर एजेंसी सख्ती से काम करे और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए। उन्होंने जिला प्रशासन को सड़क की स्थिति सुधारने, ब्लैकस्पॉट चिन्हित करने और ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम मजबूत करने के निर्देश भी दिए हैं। साथ ही सेव लाइफ फाउंडेशन को पुणे के हाई-रिस्क रूट्स पर दोबारा अध्ययन करने की जिम्मेदारी दी गई है।
हेलमेट और सीट बेल्ट को लेकर लापरवाही जारी
- अगर आपने सड़कों लोगों को मोटरसाइकिल चलाते हुए देखा है, तो आपने पाया होगा कि बड़ी संख्या में लोग बिना हेलमेट बाइक चलाते हैं। कई लोग तो नियम लागू करने पर विरोध भी करते हैं। उनका तर्क होता है कि वे सिर्फ शहर में कम स्पीड से चलते हैं, इसलिए हेलमेट की जरूरत नहीं। जबकि सच यह है कि हादसा स्पीड देखकर नहीं होता, और सिर पर लगी चोट कई बार जान ले जाती है।
- इसी तरह कार चलाने वालों में भी सीट बेल्ट पहनने की आदत कई लोगों में नहीं है। रेड सिग्नल क्रॉस करना, ओवरस्पीडिंग, गलत दिशा में गाड़ी चलाना ऐसी गलतियां हैं, जो सड़क पर हर किसी की जान को खतरे में डालती हैं।

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