Araria News: किसी और के लिए दी थी सुपारी, गलतफहमी में मार दी गई शिवानी
अररिया में शिक्षिका शिवानी की हत्या गलत पहचान के चलते हुई। हत्यारों ने किसी और टीचर को मारने की सुपारी ली थी, लेकिन धोखे से शिवानी का शिकार हो गईं। पु ...और पढ़ें

गलतफहमी में हुई थी शिक्षिका शिवानी की हत्या, दूसरी शिक्षिका की हत्या की थी सुपारी
जागरण संवाददाता, अररिया। जिले के नरपतगंज प्रखंड के मवि कन्हैली की शिक्षिका शिवानी वर्मा की हत्या की गुत्थी पुलिस ने तीसरे दिन सुलझा ली है। मामले में पुलिस ने एक महिला और दो शूटर सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में फारबिसगंज रामपुर वार्ड एक निवासी मो मारूफ, रेफरल अस्पताल रोड निवासी मो सोहैल और फारबिसगंज की ही हुशनन उर्फ हुश्न आरा शामिल हैं।
घटना में प्रयुक्त बाइक, एक देसी कट्टा, घटना के समय अपराधियों द्वारा पहना गया कपड़ा व जूता बरामद हुआ है। इस संबंध में एसपी अंजनी कुमार ने प्रेसवार्ता कर जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि यूपी निवासी शिक्षिका शिवानी की हत्या गलतफहमी में हुई थी। इस घटना की संवेदनशीलता एवं गंभीरता को देखते हुए एसडीपीओ फारबिसगंज के नेतृत्व में नरपतगंज, फुलकाहा, फारबिसगंज, घुरना एवं डीआईयू टीम के साथ एक विशेष एसआइटी का गठन किया गया था।
टीम के द्वारा तकनीकी एवं वैज्ञानिक विश्लेषण कर अभियुक्तों की पहचान की गई। इसके बाद हत्या में शामिल अपराधी मो मारूफ (22) को गिरफ्तार किया गया। उसकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त बाइक एवं देसी कट्टा बरामद हुआ। घटना में शामिल दूसरे अपराधी मो सोहैल को भी गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में मारूफ ने बताया कि फारबिसगंज के मो. साकिर की पत्नी हुशनन उर्फ हुश्न आरा को अपने पति पर खाबदह पंचायत के प्राथमिक विद्यालय अनुसूचित जाति टोला की एक शिक्षिका से अवैध संबंध का संदेह था। इस कारण हुश्न आरा ने राजा एवं छोटू के साथ मिलकर पति से अवैध संबंध रखने वाली शिक्षिका की हत्या की साजिश रची गई थी।
इस हत्या की सुपारी राजा एवं छोटू के द्वारा मारूफ एवं सोहैल को तीन लाख रुपए में दी गई थे। इस दौरान उस महिला शिक्षिका का नाम, स्कूटी, गुजरने का मार्ग एवं समय बताया गया था। घटना से एक दिन पूर्व मारूफ एवं सोहैल ने तय जगहों की रेकी की थी। घटना के दिन शिक्षिका के चिह्नित स्थान से गुजरने से पहले ही वह बाइक से खाबदह कन्हैली शिवमंदिर के पास पहुंचा।
थोड़ी देर बाद जैसे ही शिक्षिका शिवानी वर्मा स्कूटी से वहां से गुजर रही थी, अपराधियों ने उसको अपना टार्गेट समझकर सोहैल ने रोककर पीछे से गर्दन में गोली मार दी। इसके बाद दोनों खाबदह-दरगाहीगंज होते हुए एनएच 27 से फरार हो गया।
उल्लेखनीय है कि जिस महिला शिक्षिका की हत्या की सुपारी दी गई थी, वह उस दिन अवकाश पर थी। चिह्नित शिक्षिका एवं मृत शिक्षिका के आने-जाने का मार्ग एक ही था और दोनों स्कूटी से स्कूल आती-जाती थी।
एसपी ने बताया कि मो. साकिर का फारबिसगंज में जनता इलेक्ट्रोनिक्स की दुकान है। शिवानी की हत्या मामले में नामजद अभियुक्त शिक्षक रंजीत कुमार वर्मा के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिला है, इसलिए उसको रिलीज कर दिया जाएगा।
विदित हो कि उत्तरप्रदेश के बाराबंकी जिले के पूरे मितई वार्ड नगर पंचायत हैदरगढ़ निवासी लक्ष्मीकांत वर्मा की पुत्री शिक्षिका शिवानी वर्मा की हत्या बाइक सवार अपराधियों ने तीन दिसंबर को स्कूल जाने के रास्ते में कन्हैली शिव मंदिर के समीप कर दी थी। वह मवि कन्हैली में शिक्षिका थी।

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