Aurangabad News: औद्योगिक विकास के लिए 436 एकड़ जमीन का होगा अधिग्रहण, रोजगार के नए अवसर खुलेंगे
औरंगाबाद के कुटुंबा प्रखंड में औद्योगिक विकास के लिए 436 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होगा। जिलाधिकारी ने इसकी सूचना जारी कर दी है। इस परियोजना से क्षेत्र मे ...और पढ़ें

औद्योगिक विकास के लिए 436 एकड़ जमीन का होगा अधिग्रहण
मनीष कुमार, औरंगाबाद। कुटुंबा प्रखंड में औद्योगिक विकास (बियाडा) के लिए 436.50306 एकड़ जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की गई है। इसके लिए जिलाधिकारी द्वारा सूचना का प्रकाशन रविवार को समाचार पत्रों में किया गया है।
जारी सूचना के अनुसार कुटुंबा अंचल के कजपा, निरंजनपुर, महसू, सहदेई परसावां, इरियप, जोड़ा और करमडीह मौजा में जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। जमीन अधिग्रहण के पहले राज्य के एसआइए द्वारा सामाजिक प्रभाव मूल्यांकन कराया गया है, जिसमें बताया गया है कि इस परियोजना से क्षेत्र में आर्थिक और सामाजिक विकास को नया आयाम मिलेगा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि औद्योगिक परिसर के लिए जितनी भूमि की आवश्यकता है, उतनी ही अधिग्रहित की जाएगी और इससे किसी भी परिवार के विस्थापित होने की आशंका नहीं है। जारी अधिसूचना में प्रत्येक किसान की अधिग्रहित होने वाली भूमि का विस्तृत विवरण दिया गया है।
करीब 370 किसानों की अधिग्रहित होगी जमीन
जिला भू-अर्जन कार्यालय के अनुसार लगभग 370 किसानों की जमीन अधिग्रहित होगी। गैरमजरुआ और बकास्त जमीन का मुआवजा नहीं दिया जाएगा लेकिन यदि किसी किसान के पास इन भूमि से जुड़े पूर्ण और वैध कागजात उपलब्ध होंगे, तभी मुआवजे पर विचार किया जाएगा। कौन से खाता और प्लाट में कितना गैरमजरुआ बकास्त जमीन है उसका प्रकाशन किया गया है।
बताया गया कि प्रदेश सरकार द्वारा प्रत्येक जिले में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज की गई है। मुख्यमंत्री स्वयं इस योजना की मानिटरिंग कर रहे हैं। मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत तथा उद्योग विभाग के सचिव कुंदन कुमार विभिन्न जिलों का लगातार दौरा कर प्रगति की समीक्षा कर रहे हैं।
शहर के जसोइया व फारम पर है बियाडा की जमीन
गौरतलब है कि अब तक जिले में औद्योगिक परिसर के रूप में शहरी क्षेत्र के जसोइया और मुफस्सिल थाना के समीप पांडेयपुर स्थित साइकिल फैक्ट्री के पास बियाडा की जमीन है। पांडेयपुर के पास की जमीन में अबतक कोई उद्योग नहीं लग सका है। जबकि जसोइया में श्रीसीमेंट, सिहाक एग्रो, सतबिहनी राइस मिल से लेकर अन्य उद्योग चल रहे हैं।
जमीन अधिग्रहिण से होगा औद्योगिक विकास
जमीन का अधिग्रहण से कुटुंबा के सुदूर इलाके का विकास होगा। नए औद्योगिक प्रखंड की पहचान होगी। उद्योग की स्थापना से जिले में निवेश और रोजगार के नए अवसर खुलने की उम्मीद है।
आयुध कारखाना खुलने की संभावना
अधिग्रहित जमीन डिफेंस कोरिडोर्स के रूप में विकसित होगा। रक्षा मंत्रालय के द्वारा अत्याधुनिक हथियार, गोला और बारूद बनाने की फैक्ट्री खोले जाने की संभावना है। एक अधिकारी के अनुसार अधिग्रहित जमीन में आयुध कारखाना लगेगी।
हालांकि, इसके बारे में जिले के कोई अधिकारी बोल नहीं रहे हैं पर पटना में केंद्रीय रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों की राज्य के अधिकारियों के साथ बैठक हुई है और आयुध कारखाना के लिए डीएम से जमीन की मांग की गई है। नालंदा के बाद यह दूसरा आयुध कारखाना होगा।
बियाडा के लिए जमीन अधिग्रहण किया जा रहा है। जमीन का अवलोकन किया गया है। सरकार चाहती है कि औरंगाबाद का चौमुखी विकास हो। बियाडा परिसर में उद्योग लगाने के लिए सरकार इच्छुक लोगों को जमीन उपलब्ध कराएगी। सरकार अधिग्रहित जमीन का मुआवजा किसानों को देगी। - श्रीकांत शास्त्री, डीएम औरंगाबाद

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