Bihar Politics: 'हमारे गठबंधन में 5 दल...', बिहार चुनाव में 'महाभारत' की एंट्री; मांझी ने कह दी ये बात
औरंगाबाद में केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ईमानदार हैं और उन्होंने बिहार में विकास किया है। उन्होंने एनडीए उम्मीदवार को वोट देने की अपील की और प्रधानमंत्री मोदी के विकास कार्यों की सराहना की। मांझी ने भुइयां-मुसहर बच्चों के लिए शिक्षा, बिजली आपूर्ति, सड़क और शिक्षा में सुधार का भी उल्लेख किया। उन्होंने तेजस्वी यादव के नौकरी वादे को झूठा बताया।

'हमारे गठबंधन में 5 दल...', जीतनराम मांझी ने किया पांडवों और महाभारत का जिक्र
संवाद सूत्र, अंबा (औरंगाबाद)। कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र के इंटर विद्यालय खेल मैदान में गुरुवार को केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ईमानदार हैं। उनके ऊपर अब तक कोई भ्रष्टाचार का आरोप नहीं है।
मांझी ने एनडीए उम्मीदवार के समर्थन में कहा कि आप इन्हें वोट दीजिए यहां का विकास हम करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार का विकास करने में लगे हैं। प्रधानमंत्री का विजन पूर्वोदय से विकसित भारत का निर्माण होगा। 20 वर्षों में सीएम ने हर तरफ विकास किया है।
उन्होंने कहा कि हम हर वर्ग को साथ लेकर चल रहे हैं। हमलोगों के गठबंधन में पांच दल हैं। पांच पांडव थे जो महाभारत जीते थे, इस बार बिहार हमलोग जीतेंगे। यहां की जनता का विश्वास मेरे ऊपर है। गठबंधन में हम पांच दल हैं, पांचों पांडव हैं।

मांझी ने एलान किया कि उनकी सरकार भुइयां-मुसहर के बच्चों को पढ़ने के लिए विशेष व्यवस्था करेगी। पहले बिहार में तीन एवं चार घंटा बिजली मिलती थी, आज बिहार में 24 घंटे बिजली मिल रही है। पहले 700 मेगावाट बिजली बिहार को मिलती थी, आज 8500 मेगावाट बिजली बिहार मिल रही है।
उन्होंने आगे कहा, सड़क के बारे में सब जानते हैं बिहार के किसी कोने से चार से पांच घंटे में पटना पहुंच सकते हैं। पहले स्कूल में मास्टर नहीं थे, अब मास्टर हैं। पोशाक, साइकिल, छात्रवृत्ति समेत अनेक प्रकार की सुविधा नीतीश कुमार दे रहे हैं। बुजुर्गों की पेंशन 400 से 1100 किया गई है। आने वाले समय पेंशन 2000 रुपये होगी। जीविका दीदी को व्यवसाय के लिए 10,000 दिया गया है।
तेजस्वी यादव के घर-घर की नौकरी की घोषणा को झूठा करार देते हुए कहा कि बिहार का बजट 367 करोड़ का है, जबकि घर-घर नौकरी देने पर 7,000 करोड़ की आवश्यकता होगी। अगर कोई घर-घर नौकरी देने की बात कहता है तो यह बेबुनियाद है।

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