Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bihar Election: चाणक्य बिगाड़ रहे कईयों का 'खेल', RJD में उठने लगे बगावत के सुर; बेलहर में सियासी घमासान तेज

    Updated: Sat, 11 Oct 2025 03:40 PM (IST)

    जदयू सांसद गिरिधारी यादव ने अपने बेटे चाणक्य प्रकाश रंजन को राजद में शामिल कराकर बेलहर की राजनीति में हलचल मचा दी है। इससे राजद के कई टिकट दावेदारों में नाराजगी है, क्योंकि चाणक्य को टिकट मिलने की संभावना है। पूर्व विधायक रामदेव यादव और जिला परिषद अध्यक्ष राजेंद्र यादव जैसे नेता असंतुष्ट हैं। 

    Hero Image

    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (फाइल फोटो जागरण)

    जागरण संवाददाता, बांका। जदयू सांसद गिरिधारी यादव ने अपने पुत्र चाणक्य प्रकाश रंजन को राजद ज्वाइन कराकर बेलहर में राजद की सियासत को ही चकरा दिया है। इस फैसले से बेलहर से राजद की टिकट की आस में लगे आधे दर्जन से अधिक नेताओं के पांव के नीचे से जमीन ही खिसक गई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    संभावना है कि चाणक्य प्रकाश विधानसभा चुनाव में बेलहर से राजद के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। इसके लिए बीते छह महीने से सांसद अपने पुत्र के साथ बेलहर के विभिन्न गांवों में जनसंपर्क कर रहे थे। अब चाणक्य को टिकट मिलने की संभावना भर से राजद के पूर्व दावेदारों में उबाल है।

    बेलहर के पूर्व विधायक रामदेव यादव टिकट को लेकर आश्वस्त होकर प्रचार कर रहे थे। चाणक्य की इंट्री के बाद रामदेव मीडिया में तो मुखर नहीं हैं, मगर पार्टी के सीनियर नेताओं को चेतावनी दे चुके हैं। पार्टी के महासचिव मिठन यादव भी चाणक्य के आने से नाखुश हैं।

    मिठन भी इस बार प्रत्याशी बनने की कतार में थे। इसके अलावा जिला परिषद अध्यक्ष राजेंद्र यादव अपने पुत्र शरद यादव को बेलहर से राजद का टिकट दिलाने के लिए तेजस्वी यादव से मिल चुके थे।

    चाणक्य के राजद में आते ही शरद यादव ने निर्दलीय बेलहर से चुनाव लड़ने का एलान भी कर दिया। चाणक्य को टिकट मिलने के बाद पार्टी में बवाल और बढ़ सकता है। मालूम हो कि गिरिधारी यादव बांका की राजनीति में सबसे बड़ा चेहरा हैं। वे जदयू से पहले राजद के भी सांसद रहे हैं। वे दोनों दलों से विधायक भी रहे हैं।

    ऐसे में बांका में कमजोर राजद के किले को साधने के लिए महागठबंधन ने उन्हें अपने पाले में लाने की कोशिश की। टिकट के इंतजार में ही सांसद जिला के सभी पांच विधानसभा सम्मेलनों से अनुपस्थित रहे। अभी सांसद रहते दल से गिरिधारी यादव का राजद में जाना तो मुश्किल होगा, लेकिन दिल से भी साथ मिलने पर राजद मजबूत होगा। फिलहाल, उनके नफा-नुकसान को समझने के लिए लोगों को विधानसभा चुनाव परिणाम का इंतजार करना होगा।

    मैं नीतीश के साथ, बेटा स्वतंत्र है: गिरिधारी

    पुत्र के राजद से लड़ने के सवाल पर जदयू सांसद गिरिधारी यादव ने कहा कि वे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ हैं। वे पार्टी के सांसद भी हैं। मेरी आस्था विधानसभा चुनाव में भी एनडीए के साथ रहेगी। बेटा युवा है, उसकी अपनी सोच व स्वतंत्र विचार है। उसने राजद ज्वाइन किया है, यह उसका अपना निर्णय है।

    इस संदर्भ में राजद जिलाध्यक्ष अर्जुन ठाकुर ने कहा कि राज्य के भविष्य तेजस्वी यादव हैं। पार्टी में आने वाले हर लोगों का स्वागत है। बेलहर के कुछ राजद दावेदारों ने नाराजगी जरूर जताई है, लेकिन वे लालटेन चुनाव चिह्न लेकर आने वाले हर व्यक्ति के साथ हैं। वे जिला की पांचों सीट पर महागठबंधन प्रत्याशी को जिताने के अभियान में लगे हैं।

    यह भी पढ़ें- Bihar Politics: पिता नीतीश के करीबी, बेटा तेजस्वी के साथ; अलग-अलग राजनीतिक राहों में दिलचस्प होगा मुकाबला