खगड़िया–समस्तीपुर रेलखंड के दोहरीकरण का रास्ता साफ : यात्रियों को लेटलतीफी से मिलेगी छुटकारा
खगड़िया-समस्तीपुर रेलखंड के दोहरीकरण को रेल मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है। 1051 करोड़ की लागत से 118 किलोमीटर लंबी इस परियोजना से ट्रेनों की लेटलतीफी कम होगी। दिल्ली-असम मार्ग पर ट्रेनों का दबाव कम होगा। सर्वेक्षण और डिजाइन का कार्य जल्द शुरू होगा। मालगाड़ियों की आवाजाही से व्यापारिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी।

संजीव आर्य, बखरी(बेगूसराय)। लंबे समय से लंबित खगड़िया–समस्तीपुर रेलखंड के दोहरीकरण का रास्ता आखिरकार साफ हो गया है। रेल मंत्रालय ने इस परियोजना को हरी झंडी दिखाते हुए विस्तृत सर्वे और निर्माण कार्य को मंजूरी दे दी है। इस रेलखंड पर दोहरीकरण होने से न केवल ट्रेनों की लेटलतीफी और जाम की समस्या खत्म होगी बल्कि यात्रियों को समय की बड़ी बचत भी होगी। साथ ही मालगाड़ियों का परिचालन आसान होने से औद्योगिक विकास को भी नई गति मिलेगी।
12 बड़ी परियोजनाओं में शामिल, 1051 करोड़ की मिलेगी सौगात
रेल मंत्रालय ने बिहार की रेल परियोजनाओं के विकास को लेकर बड़ा ऐलान किया है। 1051 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से राज्य में 12 नई परियोजनाओं को स्वीकृति दी गई है। इनमें खगड़िया–समस्तीपुर रेलखंड का दोहरीकरण भी शामिल है। वित्तीय वर्ष 2023–24 के बजट में ही इस परियोजना के लिए 237 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
इस रेलखंड की लंबाई करीब 118 किलोमीटर है। अभी तक सिंगल लाइन होने के कारण यहां ट्रेनों का परिचालन बाधित रहता था। अब डबल लाइन के बाद खगड़िया से समस्तीपुर तक बिना किसी अवरोध के ट्रेनें दौड़ सकेंगी।
रेलखंड का महत्व : दिल्ली से असम और उत्तर बिहार को जोड़ने वाला मार्ग
रेल यात्री संघ के अनुसार खगड़िया–समस्तीपुर रेलखंड न केवल उत्तर बिहार बल्कि पूरे पूर्वोत्तर भारत के लिए अहम है। यह मार्ग दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार को पूर्वोत्तर राज्यों से जोड़ता है। सिंगल लाइन होने के कारण वर्षों से यहां ट्रेनों का दबाव बना रहता था। दोहरीकरण होने के बाद पूर्वोत्तर की ओर जाने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों को भी लाभ मिलेगा और यात्रा समय घटेगा।
परियोजना की प्रक्रिया : सर्वे और डिजाइन का कार्य शुरू
मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि इस परियोजना का विस्तृत सर्वेक्षण, तकनीकी मूल्यांकन और डिजाइन तैयार करने का काम जल्द पूरा किया जाएगा। इसके बाद सेन्ट्रल लाइन कंस्ट्रक्शन की देखरेख में चरणबद्ध तरीके से ट्रैक बिछाने का कार्य शुरू होगा। अनुमान है कि प्रारंभिक चरण में भूमि अधिग्रहण और सर्वेक्षण पर जोर दिया जाएगा।
यात्रियों को बड़ी राहत : लेटलतीफी और जाम की समस्या होगी खत्म
इस रूट पर रोजाना हजारों यात्री सफर करते हैं। वर्तमान में सिंगल लाइन होने के कारण ट्रेनों को पासिंग का इंतजार करना पड़ता है और नतीजतन अक्सर घंटों की देरी हो जाती है। दोहरीकरण के बाद यह समस्या पूरी तरह खत्म हो जाएगी। न केवल लोकल और पैसेंजर ट्रेनें समय पर चलेंगी बल्कि राजधानी, सुपरफास्ट और एक्सप्रेस ट्रेनों की रफ्तार भी बढ़ जाएगी।
औद्योगिक और व्यापारिक विकास को मिलेगा बढ़ावा
मालगाड़ियों की सुगम आवाजाही से व्यापारिक गतिविधियां तेज होंगी। बेगूसराय और खगड़िया जैसे औद्योगिक जिलों में खाद, तेल, सीमेंट और अन्य वस्तुओं की ढुलाई अब और तेज़ी से हो सकेगी। इससे स्थानीय उद्योगों को राहत मिलेगी और नए निवेश की संभावनाएं भी खुलेंगी।
स्थानीय लोगों में हर्ष का माहौल
इस फैसले से खगड़िया,सलौना, समस्तीपुर सहित पूरे इलाके में खुशी की लहर है। स्थानीय लोगों का कहना है।कि यह परियोजना क्षेत्र की तस्वीर बदल देगी। यात्री सुविधाओं में सुधार होगा, रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और रेल संपर्क बेहतर होने से आर्थिक गतिविधियाँ भी तेज होंगी।
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