नाथनगर विधानसभा सीट: सिद्दीकी की जीत मंडल की हार, रोचक था 2020 का मुकाबला
भागलपुर के नाथनगर विधानसभा सीट पर 2020 में राजद के अली अशरफ सिद्दीकी ने जेडीयू के लक्ष्मीकांत मंडल को हराया था। इस चुनाव में जाति और विकास से ऊपर उठकर मतदान हुआ था। 2025 के चुनाव में राजद को अपनी जीत बरकरार रखने की चुनौती है जहाँ मुस्लिम यादव और अन्य समुदायों के वोट महत्वपूर्ण होंगे। इस सीट पर जेडीयू ने पांच बार जीत दर्ज की है।

परिमल सिंह, भागलपुर। नाथनगर विधानसभा सीट (Nathnagar Assembly Seat) चर्चित सीटों सीटों में है। यहां से राजद, जेडीयू, लोजपा के अलावा कई पार्टी के उम्मीदवार चुनाव लड़ना चाह रहे हैं। पिछले विधानसभा यानि 2020 में पूरे भागलपुर जिले की सबसे चर्चित सीटों में से एक रही। यहां मुख्य मुकाबला राष्ट्रीय जनता दल के अली अशरफ सिद्दीकी और जनता दल यूनाइटेड के लक्ष्मीकांत मंडल के बीच हुआ था।
इस चुनाव में मतदाताओं ने जातीय समीकरण और विकास के मुद्दों से ऊपर उठकर वोट किया, जिसके परिणामस्वरूप नाथनगर में सत्ता समीकरण पूरी तरह बदल गया। इस कारण जेडीयू के उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा।
चुनाव परिणामों के अनुसार, राजद के अली अशरफ सिद्दीकी ने कुल 78,832 वोट हासिल कर जेडीयू के लक्ष्मीकांत मंडल को 7,756 वोटों के अंतर से पराजित किया। लक्ष्मीकांत मंडल को 71,076 वोट मिले। इस जीत के साथ नाथनगर की सीट पर लालू यादव की पार्टी ने अपना परचम लहराया, जबकि एनडीए गठबंधन की उम्मीदों को झटका लगा था। कभी इस सीट पर तीसरे स्थान पर लोजपा रही।
इस सीट पर लोजपा के उम्मीदवार अमर कुशवाहा को 14,715 वोट प्राप्त हुए। इसके बाद बहुजन समाज पार्टी के अशोक कुमार को 9,659 वोट मिले।
इनके अलावा निर्दलीय उम्मीदवार गौरी शंकर सिंह को 2,372, बीपीएल के अजय कुमार मंडल को 2,319, और भूनेश्वर मंडल को 2,299 वोट मिले। ब्रह्मदेव पासवान को 2,162 वोट, जबकि अन्य उम्मीदवारों को 1,000 से भी कम वोटों से संतोष करना पड़ा।
सबसे कम वोट पवन कुमार साह को मिले, जिन्हें सिर्फ 416 वोट हासिल हुए। इनके बाद जफर मुस्तफा 660 वोट, शिव शंकर शर्मा 695 वोट और कुमारी आशा 739 वोट जैसे प्रत्याशियों का नाम रहा। वोटिंग जिस तरह हुई यह दर्शाता है कि मुख्य मुकाबला दो बड़े उम्मीदवारों के बीच ही सीमित रहा, जबकि बाकी प्रत्याशी सिर्फ औपचारिकता निभाने तक सीमित रहे।
महिलाओं का झुकाव भी सिद्दीकी के पक्ष में रहा
नाथनगर सीट पर लंबे समय से एनडीए का प्रभाव माना जाता था। 2015 के चुनाव में यहां जेडीयू के लक्ष्मीकांत मंडल ने जीत दर्ज की थी। लेकिन 2020 में मतदाताओं ने नया रुख अपनाया और आरजेडी उम्मीदवार सिद्दीकी को न सिर्फ शहरी इलाकों बल्कि ग्रामीण बूथों से भी भरपूर समर्थन मिला। जानकार बताते हैं कि युवाओं और अल्पसंख्यक मतदाताओं ने निर्णायक भूमिका निभाई थी।
आरजेडी बनाम एनडीए, प्रत्याशी कौन होगा मंथन जारी
नाथनगर विधानसभा सीट पर 2025 के चुनाव से पहले राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। किस दल को टिकट मिलेगा। कौन मैदान में उतरेगा। समीकरण कैसे बनेगा ये अब सबकी निगाहों का केंद्र बन गया है।
2020 में जीत दर्ज करने वाले राजद के अली अशरफ सिद्दीकी पुनः मैदान में बने रहने के पक्ष में हैं। वही जेडीयू के लक्ष्मीकांत मंडल भी चुनाव लड़ने की इच्छा जता चुके हैं। विजय कुमार यादव भी इसी उम्मीद से लोजपा ज्वाइन किए थे। वो भी चुनाव लड़ना चाहते हैं। इसके अलावा जिला परिषद अध्यक्ष मिथुन यादव भी चुनाव की तैयारी में जुटे हुए हैं।
हम के जिला अध्यक्ष अशोक रजक के मुताबिक नाथनगर से पार्टी उम्मीदवार खड़ा करना चाहती। पार्टी आलाकमान से उम्मीदवार देने की मांग की जा रही है। करेगी। इसके अलावा कई छोटी पार्टियां के कार्यकर्ता चुनाव में अपना दमखम दिखाएंगे।
राजद की चुनौती
राजद को अपनी जीत को बरकरार रखना है। सिद्दीकी को फिर से टिकट देने की संभावना है, लेकिन अंदरूनी खींचतान और उम्मीदवार चयन पर संतुलन बनाना उनके लिए बड़ी चुनौती होगी।
जातीय एवं मतदाता समीकरण
नाथनगर में मुस्लिम और यादव मतदाताओं की संख्या महत्वपूर्ण मानी जाती है। इन समुदायों की सक्रिय भागीदारी इस चुनाव के नतीजे को प्रभावित कर सकती है। साथ ही ब्राह्मण, कोइरी, पासवान समुदायों के वोट बैंक को भी दलों ने नज़रअंदाज नहीं किया है।
राजनीतिक पृष्ठभूमि
जानकारी के मुताबिक नाथनगर विधानसभा सीट का गठन 1967 में हुआ था। यहां पर अब तक 14 चुनावों में जेडीयू को 5, कांग्रेस को 3 और जनता दल को 2 बार जीत मिल चुकी है। नाथनगर में अगर किसी उम्मीदवार ने सबसे ज्यादा जीत हासिल की है तो वो सुधा श्रीवास्तव हैं। उन्होंने 1977, 1990, 2000, 2005, 2005 (उपचुनाव) में जीत हासिल की। सुधा श्रीवास्तव जनता दल और जनता दल(यू) के टिकट पर चुनाव जीत चुकी हैं।
नाथनगर का कैसा है सामाजिक ताना-बाना
भागलपुर जिले के अंतर्गत नाथनगर विधानसभा सीट आता है । 2011 की जनगणना के अनुसार, नाथनगर की जनसंख्या 4,66,203 है। यहां की 86.07 फीसदी जनसंख्या ग्रामीण और 13.93 फीसदी जनसंख्या शहरी क्षेत्र में रहती है। अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) का अनुपात 10.9 और 0.04 है। जबकि 2019 की वोटर लिस्ट के मुताबिक, नाथनगर में 3,16,152 मतदाता हैं।
जबकि 2015 के विधानसभा चुनाव में नाथनगर में 3,00,682 मतदाता थे। इसमें से 53.29 फीसदी पुरुष और 46.71 महिला वोटर्स थीं। नाथनगर में 56 फीसदी मतदान हुआ था। इस चुनाव में जेडीयू के अजय कुमार मंडल ने जीत हासिल की थी।
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