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    Bihar Politics: रेल की सीटी से गूंजेगी सियासत, गठबंधन में सीटों की खींचतान; कहलगांव-पीरपैंती पर JDU की नजर

    Updated: Mon, 25 Aug 2025 02:44 PM (IST)

    भागलपुर जिले में रेल ठहराव का मुद्दा चुनावी रंग ले रहा है जहां जदयू भाजपा के गढ़ कहलगांव और पीरपैंती सीटों पर अपनी दावेदारी मजबूत करने की कोशिश कर रही है। विजय कुमार सिंह ने रेल मंत्री को पत्र लिखकर कुछ ट्रेनों के ठहराव की मांग की है। यह कदम जनहित के साथ-साथ राजनीतिक भी है जिससे कांग्रेस और राजद भी सतर्क हो गए हैं।

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    रेल की सीटी से गूंजेगी सियासत, गठबंधन में सीटों की खींचतान

    जागरण संवाददाता, भागलपुर। भागलपुर जिले की राजनीति में रेल ठहराव का मुद्दा अचानक चुनावी रंग ले चुका है। कहलगांव और पीरपैंती दोनों विधानसभा सीटें फिलहाल भाजपा के पास हैं, लेकिन गठबंधन की सहयोगी जदयू अब इन्हीं सीटों पर अपनी दावेदारी मजबूत करने की कोशिश में जुट गई है।

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    विधान परिषद सदस्य विजय कुमार सिंह ने रेल मंत्री को पत्र लिखकर मालदा एक्सप्रेस, ब्रह्मपुत्र मेल और दानापुर-साहेबगंज इंटरसिटी का ठहराव पीरपैंती और शिवनारायणपुर स्टेशनों पर कराने की मांग की है। यह मांग जनता के हित में तो है ही, लेकिन राजनीतिक संदेश और भी गहरा है

    कहलगांव और पीरपैंती को भाजपा की फिलहाल सुरक्षित गढ़ हो गया है, मगर जदयू अब यहां विकास और सुविधा के मुद्दे उठाकर जनता से सीधे जुड़ने की कोशिश कर रही है। गठबंधन के भीतर यह साफ संकेत है कि आने वाले चुनाव में जदयू चाहेगी कि ये सीटें भाजपा की बजाय उसके खाते में जाएं।

    विजय कुमार सिंह का पत्र सिर्फ जनहित की पहल नहीं, बल्कि राजनीतिक चाल भी माना जा रहा है। पार्टी यह जताना चाह रही है कि जनता के असली सवाल उठाने वाली ताकत वही है।

    दरअसल, यही वह आधार है जिस पर जदयू इन सीटों पर दावेदारी ठोक सकती है।  रेल ठहराव का मुद्दा उठते ही कांग्रेस और राजद भी चौकन्ने हो गए हैं, क्योंकि जदयू अगर इन सीटों पर मजबूत हुई तो विपक्ष को यहां मौका मिलना मुश्किल हो जाएगा।

    हालांकि, रेल मंत्रालय की ओर से अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन इतना तय है कि यह मामला सुविधा से कहीं ज्यादा राजनीतिक है। कहलगांव और पीरपैंती को लेकर गठबंधन के भीतर सीटों की खींचतान अब और तेज हो सकती है।

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