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    Bihar Chunav 2025: भागलपुर में दिलचस्प लड़ाई, 5 सीटों पर सीधा मुकाबला, 2 सीटों पर त्रिकोणीय संघर्ष, समझें हर सीट का गणित

    By Navaneet Mishra Edited By: Alok Shahi
    Updated: Fri, 24 Oct 2025 04:05 AM (IST)

    Bihar Chunav 2025: भागलपुर जिले में विधानसभा चुनाव का माहौल गरमा गया है। पांच सीटों पर यहां सीधा मुकाबला है, जबकि दो पर त्रिकोणीय संघर्ष है। कहलगांव और गोपालपुर में निर्दलीय प्रत्याशी मुकाबले को दिलचस्प बना रहे हैं। भागलपुर में कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर है। पीरपैंती में भाजपा और राजद आमने-सामने हैं। वहीं सुल्तानगंज सीट पर जदयू, कांग्रेस और राजद के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने के आसार हैं।

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    Bihar Chunav 2025: भागलपुर की 7 सीटों पर 11 नवंबर को वोट डाले जाएंगे।

    नवनीत मिश्र, भागलपुर। Bihar Chunav 2025बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में भागलपुर जिले की पांच विधानसभा सीटों पर दो प्रत्याशियों के बीच सीधा मुकाबला है। वहीं बाकी दो सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला है। कहलगांव व गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र में पूर्व विधायक इस बार चुनावी मैदान में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर दम भर रहे हैं। इस सीट पर मुकाबला सबसे रोमांचक होने वाला है। यहां जन सुराज भी अपनी ताकत दिखा रहा है। भागलपुर जिले की सातों विधानसभा सीट पर कुल 82 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।

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    सभी प्रत्याशियों को शुक्रवार को सिंबल मिलने के बाद चुनाव प्रचार जोर पकड़ लेगा। नौ नवंबर तक प्रचार चलेगा। 11 नवंबर को वोट डाले जाएंगे और 14 नवंबर को मतगणना के बाद चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे। प्रत्याशियों की स्थिति पूर्णतया साफ होने के बाद यहां हम विस्तार से बता रहे हैं भागलपुर जिले की सभी 7 सीटों पर कौन किसको दे रहा चुनौती और किस सीट पर किस उम्मीदवार, पार्टी में हो रहा मुकाबला...

    भागलपुर विधानसभा में भाजपा और कांग्रेस में कांटे की टक्कर

    भागलपुर विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां से कांग्रेस के अजीत शर्मा व भाजपा के रोहित पांडेय के बीच कांटे की टक्कर है। दोनों ही प्रत्याशी अपनी-अपनी जीत से लिए जोर-अजमाइस कर रहे हैं। कांग्रेस जहां एम-वाई व पचपौनिया वोटों के सहारे बाजी मारने का दंभ भर रही है। वहीं भाजपा प्रत्याशी वैश्य, सवर्ण व पचपौनिया वोटरों के सहारे अपनी जीत का दम भर रहे हैं।

    दोनों ही पार्टियां शतरंज की तरह सधी हुई चाल चल रही है। 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के अजीत शर्मा व भाजपा के रोहित पांडेय के बीच मुकाबला था। अजीत शर्मा ने रोहित पांडेय को कडे मुकाबले में 1130 मतों से पराजित कर दिया था। यहां से जन सुराज से अभय कांत झा चुनाव लड़ रहे हैं। अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। यहां से बहुजन समाज पार्टी की रेखा दास सहित 12 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।

    पीरपैंती विधानसभा में भाजपा और राजद के बीच सीधा मुकाबला

    पीरपैंती विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां भाजपा व राजद के बीच सीधा मुकाबला है। भाजपा से मुरारी पासवान पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा ने वर्तमान विधायक ललन कुमार का टिकट काटकर मुरारी पासवान को टिकट दिया गया है। मुरारी पासवान लंबे समय से आरएसएस के लिए काम कर रहे थे और टिकट के दावेदार थे। पत्नी का गुल्ल्क फोड़ने के बाद उन्होंने नामांकन पत्र दाखिल किया। राजद से एक बार फिर राम बिलास पासवान को टिकट दिया गया है। राम विलास पासवान को 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के ललन कुमार ने पराजित कर दिया था।

    घनश्याम दास पहली बार जन सुराज के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। वो मुकाबले को रोचक बनाने में जुटे हैं। पीरपैंती कुल दस प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। पीरपैंती में गंगोता व खरवार वोटरों को साधने में जो पार्टी सफल हो गए, उनकी जीत पक्की है। रविदास व आदिवासियों की संख्या भी यहां अच्छी खासी है। इन मतदाताओं पर भी दोनों पार्टियों की नजर है। यहां सवर्ण मतदाता भी पार्टियों की जीत-हार तय करते हैं।

    नाथनगर विधानसभा में राजद और एलजेपी की सीधी लड़ाई

    नाथनगर विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो राजद व एलजेपी ने अपने-अपने उम्मीदवार को बदल दिया है। एलजेपी आर ने जिला परिषद अध्यक्ष मिथुन कुमार को अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं राजद ने पूर्व प्रशासनिक अधिकारी शेख जियाउल हसन को अपना उम्मीदवार बनाया है। अजय कुमार राय को जन सुराज ने पार्टी प्रत्याशी बनाया है। यहां मुख्य मुकाबला राजद व एलजेपी के बीच है। जन सुराज के अजय कुमार राय मुकाबले को रोमांचक बना रहे हैं।

    राजद एम-वाइ मतदाताओं के साथ-साथ सवर्ण मतदाताओं गड़ाए हुए है। वहीं एलजेपी आर वाई मतदाताओं में सेंधमारी करने की फिराक में है। साथ् ही दलित, गंगातो व सवर्ण मतदाताओं के भरोसे नैया पार करने की जुगत में है। बीएसपी के रविश चंद्र रवि कुशवाहा भी चुनाव मैदान में हैं। राजद व एलजेपी आर जीत पक्की करने के लिए जोर-आजमाइस कर रहे हैं। नाथनगर विधानसभा क्षेत्र से 15 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।

    सुल्तानगंज विधानसभा में जदयू और राजद में रोमांचक मुकाबला

    सुल्तानगंज विधानसभा क्षेत्र से जदयू व कांग्रेस ने पुराने प्रत्याशी पर भरोसा जताया है। जदयू ने वर्तमान विधायक ललित नारायण मंडल के टिकट दिया है। वहीं कांग्रेस ने फिर से ललन कुमार को टिकट दिया है। राजद ने यहां से वर्षों बाद अपना उम्मीदवार दिया है। यहां से चंदन कुमार को राजद का प्रत्याशी बनाया गया है। जन सुराज ने राकेश कुमार को अपना उम्मीदवार बनाया है।

    सुल्तानगंज विधानसभा क्षेत्र में मुकाबला त्रिकोणीय है। राजद व कांग्रेस एम-वाइ व पचपौनिया के भरोसे चुनाव मैदान में हैं। वहीं जदयू प्रत्याशी जातीय वोटरों के साथ-साथ सवर्ण व दलित वोटरों के भरोसे जीत तय करने में जुटी है। जन सुराज मुकाबले में अपना दम भर रहा है। यहां से 12 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। यहां मुकाबला रोमांचक होने वाला है।

    कहलगांव विधानसभा में वोटकटवा की भरमार, त्रिकोणीय संघर्ष

    कहलगांव विधानसभा क्षेत्र से शुभानंद मुकेश जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। पिछले चुनाव में वे कांग्रेस के प्रत्याशी थे और भाजपा के पवन कुमार यादव से चुनाव हार गए थे। कांग्रेस ने इस बार प्रवीण सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है। राजद ने रजनीश भारती को अपना उम्मीदवार बनाया है। जन सुराज से मंजर आलम चुनाव लड़ रहे हैं। इस क्षेत्र में मुकाबला त्रिकोणीय मुकाबला है।

    भाजपा के बागी पूर्व विधायक पवन कुमार यादव व जन सुराज के मंजर आलम मुकाबले को रोमांचक बना रहे हैं। यहां मुकाबला कांटे की है। यहां बसपा से भवेश कुमार भी प्रत्याशी है। यहां कुल 13 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। जदयू प्रत्याशी अपने जातीय वोटरों के साथ-साथ सवर्ण व दलित वोटरों के भरोसे जीत का दंभ भर रही है। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी एम-वाइ के साथ-साथ जातीय वोटरों के भरोसे जीत का दंभ भर रही है। राजद एम-वाइ समीकरण के भरोसे ताल ठोक रहे हैं।

    विहपुर विधानसभा में भाजपा और वीआइपी में होगी टक्कर

    बिहपुर विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो भाजपा ने कुमार शैलेंद्र को एक बार फिर अपना उम्मीदवार बनाया है। कुमार शैलेद्र ने पिछले चुनाव में राजद के शैलेश कुमार को पराजित किया था। शैलेश कुमार राजद से जदयू में चले गए हैं। शैलेश कुमार भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मुस्तैदी से खड़े हैं। महागठबंधन की ओर वीआइपी ने अर्पणा कुमारी को टिकट दिया है। इस बार राजद ने अपना उम्मीदवार खड़ा नहीं किया है। जन सुराज से पवन चौधरी चुनाव मैदान में हैं।

    इस सीट पर मुख्य मुकाबला भाजपा व वीआइपी के प्रत्याशियों के बीच मुकाबला है। भाजपा जहां सवर्ण, गंगोता व दलित वोटरों के भरोसे जीत का दंभ भर रही है। वहीं वीआइपी एम-वाइ, मल्लाह व गंगोता वोटरों के भरोसे चुनाव मैदान में हैं। वीआइपी उम्मीदवार को जदयू के एक सांसद की मदद मिल रही है। जन सुराज के प्रत्याशी मुकाबले को रोमांचक बना रहे हैं। बिहपुर विधानसभा क्षेत्र से दस उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। कृष्ण कुमार मंडल बीएसपी के उम्मीदवार हैं।

    गोपालपुर विधानसभा में मुख्य मुकाबला जदयू और वीआइपी में

    गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो जदयू वर्तमान विधायक नरेंद्र कुमार नीरज का टिकट काट दिया है। यहां से राजद के पूर्व सांसद व बिहपुर के पूर्व विधायक शैलेश कुमार को अपना उम्मीदवार बनाया है। प्रेम सागर वीआइपी से उम्मीदवार हैं। राजद ने इस बार प्रत्याशी नहीं खड़ा किया है। जन सुराज से मंकेश्वर सिंह चुनाव मैदान में हैं। यहां मुख्य मुकाबला जदयू व वीआइपी के बीच है।

    निर्दलीय उम्मीदवार पूर्व विधाायक नरेंद्र कुमार नीरज व जन सुराज के प्रत्याशी मंकेश्वर सिंह मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने में लगे हैं। यहां से कुल 10 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। जदयू प्रत्याशी को गंगोता वोटरो के साथ-साथ सवर्ण, वैश्य व दलित वोटरों पर भरोसा है तो वीआइपी को एम-वाई के साथ-साथ मल्लाह वोटरों पर भरोसा है। पूर्व विधायक गोपाल मंडल गंगोता वोटरों में सेंध लगाने की फिराक में है। यहां मुख्य मुकाबला जदयू व वीआइपी के बीच है।