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    अवैध संबंध, नाजायज रिश्ते का फूट गया जो भांडा, आत्महत्या कर लूंगा... बिहार के इस काल सेंटर में रात के अंधेरे में आ रहे ऐसे-ऐसे काल

    Updated: Tue, 09 Sep 2025 04:15 AM (IST)

    Bihar Call Centre जेएलएनएमसीएच भागलपुर के 24 घंटे वाली टेली मानस सेवा में काल रात में अधिक आते हैं। यहां काल करने के बाद लोगों की समस्याओं का सामधान भी हो रहा है। काल करने वालों में कोई आत्महत्या करने की बात करता है तो कोई नाजायज रिश्ते अवैध-निजी संबंधों के उजागर होने को लेकर उलझन बताता है।

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    Bihar Call Centre: जेएलएनएमसीएच, भागलपुर के 24 घंटे वाली टेली मानस सेवा में रात में अधिक काल आते हैं।

    जागरण संवाददाता, भागलपुर। Bihar Call Centre स्कूल-कालेजों में परीक्षा का सीजन शुरू होने वाला है। परीक्षा की आहट से ही कई छात्र मानसिक तनाव के शिकार हो रहे हैं। ऐसे छात्रों के लिए बिहार का काल सेंटर जेएलएनसीएच, भागलपुर के मानसिक रोग विभाग की टेली मानस सेवा वरदान साबित हो रही है। यहां के काल सेंटर में प्रत्येक दिन आधे दर्जन से ज्यादा छात्र अपनी परेशानियां साझा करते हैं। टेली मानस सेवा में काल करने के बाद उनकी समस्याओं का सामधान भी हो रहा है। काल करने वालों में कोई आत्महत्या करने का विचार करता है, तो कोई नाजायज रिश्ते, अवैध-निजी संबंधों के उजागर होने को लेकर उलझन में रहता है। विशेषज्ञ सभी की समस्याएं सुनकर सही सलाह देकर उसे दूर करते हैं। यहां रात के अंधेरे में काल अधिक आते हैं।

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    मानसिक रोग विभाग संचालित करता है सेवा

    जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कालेज अस्पताल का मानसिक रोग विभाग टेली-मानस सेवा का संचालन करता है। काल सेंटर के माध्यम से 24 घंटे सेवा दी जाती है। मानसिक रोग विभाग के प्रोफेसर डा. कुमार गौरव ने बताया कि परीक्षा का समय नजदीक आने के कारण प्रतिदिन छात्रों के काल आ रहे हैं। वे परीक्षा के भय से परेशान रहते हैं और अपनी बातें साझा करते हैं। काल सेंटर के काउंसलर उनकी बातें सुनकर समाधान बताते हैं।

    कई का विचार बदला, तो कई के रिश्ते सुधरे

    टेली-मानस काल सेंटर में विशेष रूप से रात के समय काल अधिक आते हैं। काल करने वाले कभी आत्महत्या का विचार रखते हैं, तो कभी अपने निजी संबंधों को लेकर अपनी उलझनों को साझा करते हैं। आत्महत्या का विचार रखने वालों की समस्याओं को घंटों धैर्यपूर्वक सुना जाता है। जब वे अपनी बातें कह देते हैं, तो आधे से अधिक लोग तनावमुक्त हो जाते हैं। शेष की समस्याओं को सुलझाने में टीम मदद करती है।  प्रत्येक माह इस तरह के काल की संख्या बढ़ रही है। अधिकतर लोगों को समझाकर मुख्यधारा में वापस लाने में सफलता मिल रही है। वहीं संबंधों की दरार भी यहां पाटी जाती है। कई रिश्ते जो टूटने की कगार पर थे, उनमें नई ताजगी आई है।

    परेशान हैं तो इस नंबर पर करें काल

    टेली-मानस सेवा के लिए कोई भी परेशान व्यक्ति 14416 पर काल कर सकता है। डा. कुमार गौरव ने बताया कि यह सेवा परेशान लोगों के लिए बहुत मददगार है। ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसका लाभ दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।

    साइबर ठग  पुलिस के नाम पर कर रही ठगी

    साइबर ठगों ने ठगी के एक नए तरीके को अपनाया है, जिसमें वे पुलिस के नाम का सहारा लेकर लोगों को ठगने का प्रयास कर रहे हैं। ये ठग बिहार पुलिस के स्टेट क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो के पोर्टल से केस के वादी और अभियुक्तों के नाम और नंबर निकालकर उन्हें फोन कर पैसे की मांग कर रहे हैं। पीरपैंती थाना क्षेत्र में आधा दर्जन से अधिक ऐसे मामले सामने आए हैं।

    इन ठगों का कहना है कि वे केस के आईओ हैं और केस खत्म करने के लिए पैसे भेजने की मांग कर रहे हैं। एक वादी ने बताया कि उसे स्कैनर भेजकर कहा गया कि जल्दी पैसे भेजें, नहीं तो गिरफ्तारी होगी। यह ठगी उन मामलों में की जा रही है, जिनमें चार्जशीट दाखिल हो चुकी है।

    थानाध्यक्ष नीरज कुमार ने बताया कि कई लोगों ने इस प्रकार की ठगी की शिकायत की है और उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे ऐसे फ्रॉड के बहकावे में न आएं। एसडीपीओ 2 डॉ. अर्जुन गुप्ता ने कहा कि किसी भी केस के अनुसंधानकर्ता पैसे नहीं मांगते हैं। उन्होंने लोगों से सावधान रहने की अपील की है और इस संबंध में वरीय पुलिस अधिकारियों को भी सूचित किया गया है। मुख्यालय को पोर्टल को सार्वजनिक करने पर रोक लगाने के लिए पत्र भेजा गया है।