Chandra Grahan 2025 Time: शुरू हो गया खग्रास चंद्र ग्रहण, जानें आपके ऊपर और देश-दुनिया पर क्या और कितना होगा प्रभाव?
Chandra Grahan 2025 India चंद्र ग्रहण 2025 शुरू हो गया है। रात 958 बजे चंद्र ग्रहण 2025 की शुरुआत के साथ इसे धार्मिक तौर पर विशिष्ट माना जा रहा है। दैनिक जागरण की इस रिपोर्ट में हम बता रहे हैं चंद्र ग्रहण 2025 का स्पर्श काल मोक्ष काल सूतक काल और प्रभाव के बारे में... भाद्रपद पूर्णिमा पितृपक्ष 2025 पर लग रहा चंद्र ग्रहण 2025।

ललन तिवारी, भागलपुर। Chandra Grahan Kab Hai, Chandra Grahan 2025 Time, Lunar Eclipse 2025 Time चंद्र ग्रहण शुरू हो गया है। आज आसमान की नीली चादर पर रविवार की रात एक अनोखा दृश्य नजर आने जा रहा है। भाद्रपद पूर्णिमा, 7 सितंबर 2025 को पूर्ण चंद्रग्रहण 2025 लग रहा है। यह खगोलीय घटना इस बार और भी खास है क्योंकि पितृपक्ष 2025 की शुरुआत के दिन ही यह चंद्र ग्रहण 2025 Chandra Grahan 2025 घटित हो रहा है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, ऐसा अद्भुत संयोग लगभग 500 वर्षों बाद बना है।
चंद्र ग्रहण 2025 : चंद्रग्रहण का समय और सूतक (Chandra Grahan 2025 Timings In India)
ज्योतिषाचार्य पंडित सचिन कुमार दूबे ने बताया कि चंद्र ग्रहण 2025 का स्पर्श रात्रि 9:58 बजे, मध्य 11:41 बजे और मोक्ष 1:27 बजे हो रहा है। ग्रहण से नौ घंटे पूर्व दोपहर बाद से ही सूतक काल प्रारंभ हो गया। रविवार, 7 सितंबर को दोपहर 12:57 बजे से लेकर रात्रि 1:27 बजे तक सूतक प्रभावी रहेगा। इस अवधि में मंदिरों के पट बंद रहे और 8 सितंबर की प्रातःकाल पूजा-अर्चना के साथ खोले जाएंगे।
चंद्र ग्रहण 2025 : कहां-कहां दिख रहा चंद्रग्रहण (Lunar Eclipse 2025)
यह पूर्ण चंद्रग्रहण 2025 भारत सहित अंटार्कटिका, पश्चिमी प्रशांत महासागर, आस्ट्रेलिया, एशिया, हिंद महासागर, यूरोप और पूर्वी अटलांटिक महासागर में दिखाई दे रहा है। आज रात के समय आसमान पर छाई लालिमा लोगों को अचरज और कौतूहल से भर देगा।
चंद्र ग्रहण 2025 : ज्योतिषीय दृष्टि से प्रभाव (Lunar Eclipse 2025 India Time)
भाद्रपद पूर्णिमा को लगने वाला यह चंद्रग्रहण 2025 पितृपक्ष 2025 के पहले दिन के साथ संयोग बना रहा है। आचार्यों का मत है कि पूर्णिमा श्राद्ध और पितृकर्म सूतक काल प्रारंभ होने से पहले ही करना चाहिए। ग्रहण के कारण कई राशियों पर प्रभाव पड़ने की भी संभावना जताई गई है।
- मेष, कर्क और मकर राशि के जातकों को स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना होगा।
- मिथुन और तुला राशि वालों के लिए यह समय आर्थिक दृष्टि से उतार-चढ़ाव वाला रह सकता है।
- वृषभ और मीन राशि के लिए यह ग्रहण शुभ फल देने वाला माना जा रहा है।
चंद्र ग्रहण 2025 : वैज्ञानिक कारण (Chandra Grahan 2025 Visibility in India)
वैज्ञानिकों ने बताया कि जब पृथ्वी अपनी कक्षा में घूमते हुए सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है, तो सूर्य की किरणें चंद्रमा तक नहीं पहुंच पातीं। इस कारण पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है और वह लालिमा लिए दिखाई देता है। यही घटना पूर्ण चंद्रग्रहण कहलाती है।
चंद्र ग्रहण 2025 : परंपराओं की मान्यता (Chandra Grahan 2025 Live Updates)
ग्रहण काल में मंदिरों के पट बंद रखने, जप-तप करने और भोजन न करने की परंपरा है। पंडितों का कहना है कि ग्रहणकाल आत्मचिंतन और ध्यान का समय होता है। ग्रहण खत्म होने के बाद स्नान और दान का विशेष महत्व माना गया है।
चंद्र ग्रहण 2025 : आज कैसा लगेगा चांद
ग्रहणकाल में चांद का रूप अद्भुत नजर आया। सामान्य चमक की जगह उसमें एक रहस्यमयी लालिमा थी, मानो रात का आसमान एक आध्यात्मिक नाटक की रंगभूमि बन गया हो। श्रद्धालुओं और आकाश प्रेमियों के लिए यह रात सदियों तक यादगार रहने वाली है। चंद्र ग्रहण के दौरान लोगों में चांद को देखने की उत्सकुता चरम पर रही।
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