Vikramshila Bridge Bhagalpur: विक्रमशिला पुल पर जाम लगा तो नपेंगे अफसर, प्रशासन ने दिए सख्त निर्देश
भागलपुर में विक्रमशिला सेतु पर लगने वाले जाम से निजात दिलाने के लिए प्रशासन सख्त हो गया है। पुल पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं और ट्रैफिक डीएसप ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, भागलपुर। विक्रमशिला सेतु पर लगने वाले भीषण जाम से इस बार कांवड़ियों और आमजन को राहत दिलाने के लिए प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। वरीय अधिकारियों ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिया है कि यदि अब पुल पर जाम की स्थिति बनी तो संबंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर उन पर कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल, बीते कुछ दिनों से विक्रमशिला सेतु पर लगातार वाहनों की लंबी कतारें लग रही हैं, जिससे श्रद्धालु, कांवड़िये और आम यात्रियों को भारी परेशानी हो रही है। इसे देखते हुए अब पुल के दोनों छोरों पर और प्रमुख चौराहों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है।
प्रशासन ने ट्रैफिक डीएसपी को 24 घंटे यातायात की मॉनिटरिंग का निर्देश दिया है। डीएसपी और उनकी टीम किसी भी समय पुल पर जाकर स्थिति का निरीक्षण करेगी और जाम की आशंका होते ही तत्काल कदम उठाए जाएंगे।
इसके अलावा, सेतु पर एम्बुलेंस और टो-वैन जैसी आपातकालीन सेवाएं भी मुहैया कराई जा रही हैं, ताकि वाहन खराबी या अन्य आपात स्थितियों में तत्काल सहायता दी जा सके। यह पूरा अभियान श्रावणी मेले के दौरान सुगम और सुरक्षित यातायात सुनिश्चित करने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है।
विक्रमशिला सेतु के होल को ढकने का काम शुरू
विक्रमशिला सेतु के होल को ढकने का कार्य मंगलवार को आरंभ किया गया। 12 एमएम के लोहे चदरा का ढक्कन पहले सीमेंट, छर्री और बालू के मिश्रित मसाले से सेट किया गया, जिसके बाद उस पर बिटुमिनस किया जा रहा है।
दैनिक जागरण के 29 जुलाई के अंक में प्रकाशित "सेतु पर जाम के समाधान के लिए ठोस योजना नहीं" शीर्षक वाली खबर को गंभीरता से लेते हुए एनएच विभाग ने इस कार्य को प्रारंभ किया। विक्रमशिला सेतु पर अक्सर जाम की समस्या उत्पन्न होती है।
पुलिस के पास इस समस्या के समाधान के लिए कोई ठोस योजना नहीं है, जिससे लोगों को घंटों जाम का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा, विक्रमशिला सेतु की खराब स्थिति भी जाम का एक प्रमुख कारण है।
पोल संख्या 133 के सामने होल खुला होने और पोल संख्या 99-100 के बीच सरिया बाहर निकलने के कारण वाहनों का ओवरटेक करना यातायात को प्रभावित कर रहा था, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया था।
दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित होने के बाद, मंगलवार को होल को ढक्कन से ढका गया, जिससे ओवरटेक की समस्या कम होगी और यातायात में सुधार होगा। साथ ही, नवगछिया से भागलपुर जीरोमाइल के बीच गड्ढों को भरने का कार्य भी चल रहा है। एनएच के अभियंता ने बताया कि पिछले एक माह में चार जगहों के ढक्कन चोरी हो चुके हैं, और अब इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी।

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