Maa Durga Puja: दुष्टों के दलन से Op Sindoor तक देखें पूरी झलक, सुविख्यात मंदिरों में यूं विराज रहीं मां दुर्गा
Maa Durga Puja मां दुर्गा पूजा देशभर में उत्सव के साथ की जा रही है। देश-विदेश के सुविख्यात मंदिरों के तर्ज पर पूजा पंडालों को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। अबकी बार दशहरा मेला में लोगों को प्रमुख मंदिरों व दर्शनीय स्थलों की झलक देखने को मिल रही। शेरावाली की ताकत के दम पर हुए आपरेशन सिंदूर को भी याद किया जा रहा है।

परिमल सिंह, भागलपुर। Maa Durga Puja भागलपुर में बने मां दुर्गा के पंडाल प्राय: किसी न किसी धार्मिक व सांस्कृतिक धरोहरों का प्रदर्शन भी कर रहे हैं। विभिन्न पूजा समितियों के आयोजक इस बात के प्रति सचेष्ट रहते हैं कि हर साल देश विदेश के अति लोकप्रिय धार्मिक स्थलों व दर्शनीय स्थलों की अलग अगल थीम पर आधारित पूजा पंडाल बनाए जाएं। इस बार भी यहां के श्रद्धालुओं को विभिन्न पूजा पंडालों की वैसी ही दर्शनीय अनुकृति देखने को मिल रही है। लोगों का कहना है कि पूजा पंडालों के पट खुलते ही उन्हें उनमें कला और शिल्प के अद्भुत संगम देखने को मिल रहे हैं। वे उनका फोटो व वीडीयो अपने मोबाइल कैमरे में कैद करने व उसके सम्मुख सेल्फी लेने के लिए आतुर दिख रहे हैं। इससे इस बार की दुर्गापूजा श्रद्धालुओं के लिए खास आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।
मंदरोजा शक्तिपीठ दुर्गा मंदिर में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमा।
प्रसिद्ध मंदिरों की तर्ज पर सजाए गए हैं पूजा पंडाल
लोकप्रिय पूजा आयोजन समिति युबक संघ ने मारवाड़ी पाठशाला में इस बार अमेरिका के न्यू जर्सी स्थित स्वामीनारायण मंदिर की प्रतिकृति तैयार कराई है। इसे कोलकाता के सिद्धस्त कलाकारों ने आकार दिया है। विशाल गुम्बदों और नक्काशीदार दीवारों वाला यह पंडाल श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहा है। उप सचिव विभू घोष ने बताया कि भागलपुर में पंडाल बनाने का श्रेय युबक संघ को ही जाता है। अबतक यहां पूर्व में व्हाइट हाउस, दक्षिणेश्वर काली मंदिर, कर्नाटक विधानसभा, स्वर्ण मंदिर और अयोध्या के राम मंदिर की तर्ज पर भव्य पंडाल तैयार किए जा चुके हैं।
मंदरोजा शक्तिपीठ दुर्गा मंदिर परिसर में इस बार तारापीठ स्थित श्रीकृष्ण मंदिर को पंडाल के रूप में साकार किया गया है। आदमपुर क्षेत्र में कोलकाता के प्रसिद्ध मुद्रा मंदिर का आभास कराने वाला पंडाल सजाया गया है। इसी तरह कालीबाड़ी में गुजरात के अक्षरधाम मंदिर की भव्यता दिखाई दे रही है। मुंदीचक गढ़ैया स्थित दुर्गा मंदिर का पंडाल चेन्नई के राधा-कृष्ण मंदिर की तर्ज पर बनाया गया है। जबकि बरारी हाउसिंग बोर्ड में रामलला का दिव्य पंडाल श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
आस्था के केंद्र कालीबाड़ी दुर्गा पूजा समिति के महासचिव विलास कुमार बागची ने बताया कि भागलपुर की दुर्गापूजा की सबसे बड़ी विशेषता यही है कि यहां पंडाल केवल पूजा स्थल नहीं होते, बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों को भी प्रदर्शित करते हैं। आयोजक हर साल मंदिर-थीम को ही आधार बनाते हैं, जिससे श्रद्धालुओं को भारत और विदेश के प्रमुख मंदिरों की झलक एक ही शहर में देखने को मिल जाता है। वहीं मंदरोजा दुर्गा मंदिर से जुड़े डा.राकेश साह का कहना है कि मंदिर-आधारित थीम से न केवल धार्मिक आस्था प्रकट होती है, बल्कि लोगों को हमारी विरासत और स्थापत्य कला का भी परिचय मिलता है।
हाउसिंग बोर्ड में सैनिकों के सम्मान में विशेष संदेश अभियान
पूजा पंडालों में सैनिकों के प्रति सम्मान और स्वदेशी भाव जागरूक करने के उद्देश्य से एक अनूठा संदेश दिया गया है। हाउसिंग बोर्ड में आपरेशन सिंदूर एवं मोहद्दीनगर दुर्गास्थान में श्रद्धालुओं को ‘स्वदेशी अपनाओ’ के स्लोगन के माध्यम से विशेष संदेश दिया जा रहा है। यह पहल बृहत दर्शनार्थियों में न केवल सैनिकों के प्रति सम्मान प्रदर्शित करने ,बल्कि देशभक्ति और स्थानीय उत्पादों के प्रयोग को बढ़ावा देने के प्रति भी जागरूकता भर रही है।
श्रद्धालु इन पंडालों में प्रवेश करते ही विशेष बैनर और पोस्टर देख सकते हैं। उनमें आपरेशन सिंदूर जैसे सैनिक मिशनों का उल्लेख और उनके योगदान को उजागर किया गया है। मोहद्दीनगर दुर्गापूजा समिति के अध्यक्ष राकेश रंजन केशरी ने कहा कि पंडाल के कार्यकर्ताओं द्वारा भी सभी लोगों से स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने का आग्रह किया जा रहा है।
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