Purnia Airport: पूर्णिया एयरपोर्ट देगा अंग क्षेत्र के कारोबार को नया आयाम, भागलपुर से जुड़ेंगे बड़े शहर
पूर्णिया में पूर्वी भारत का दूसरा सबसे बड़ा एयरपोर्ट शुरू होने से भागलपुर के लोगों को यात्रा में सुविधा होगी क्योंकि यह देवघर एयरपोर्ट से नजदीक है। इससे दिल्ली मुंबई जैसे शहरों के लिए सीधी उड़ानें मिलेंगी और भागलपुर की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। कपड़ा व्यवसायियों मेडिकल सेवाओं से जुड़े लोगों और पर्यटकों को भी इससे बहुत फायदा होगा क्योंकि कनेक्टिविटी की समस्या दूर होगी और समय की बचत होगी।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। पूर्णिया में पूर्वी भारत का दूसरा सबसे बड़ा एयरपोर्ट चालू हो गया है। भागलपुर से इसकी दूरी लगभग 92 किलोमीटर है, जो देवघर एयरपोर्ट से 20 किलोमीटर कम है। सड़क मार्ग भी बेहतर होने की वजह से भागलपुर वासियों को पूर्णिया एयरपोर्ट से यात्रा करने में ज्यादा सहूलियत होगी।
आने वाले समय में यहां से दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, सूरत, अहमदाबाद जैसे बड़े शहरों के लिए डायरेक्ट और कनेक्टिंग फ्लाइट शुरू होगी। इस एयरपोर्ट के चालू होने से भागलपुर की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। कपड़ा व्यवसायियों को अपना कारोबार बढ़ाने में आसानी होगी।
मेडिकल सेवाओं से जुड़े लोगों को दूसरे शहरों से भागलपुर आने-जाने में सुविधा होगी। ट्रैवल एजेंटों की आमदनी बढ़ेगी और विदेश यात्रा करने वालों को आसानी होगी।
पहले कनेक्टिविटी की समस्या के चलते डॉक्टर, कारोबारी और कलाकार भागलपुर आने से हिचकते थे, लेकिन अब वे पूर्णिया एयरपोर्ट पर उतरकर दो घंटे में भागलपुर पहुंच सकते हैं। पर्यटन की दिशा में भी बड़ी उपलब्धि है। पहले पर्यटक कोलकाता या पटना उतरकर भागलपुर आते थे। उसमें समय और रुपये दोनों अधिक खर्च होते थे।
देवघर और पूर्णिया की दूरी में आधे घंटे का अंतर है। भागलपुर से हवाई सेवा शुरू होती तो बेहतर रहता। सेमिनार समेत अन्य कार्यक्रमों में हमारे चिकित्सक अतिथि आते हैं। अब उनके पास दो विकल्प होंगे। - डॉ. संजय निराला, आईएमए, एएमएस सचिव
भागलपुर में होने वाले आयोजन में कोलकाता या मुंबई के आर्टिस्ट को आने में आसानी होगी। अभी उन्हें पटना या बागडोगरा बुलाते हैं। जिसमें पांच-छह घंटों का अतिरिक्त समय और खर्च लगता है। अब आसान हो जाएगा। - मलय विपुल, इवेंट मैनेजर
बेंगलुरु, दिल्ली, मुंबई, मद्रास से व्यापारी और निर्यातक सुगमता से भागलपुर आ-जा सकेंगे। जो ट्रेडर्स पहले पीछे भागते थे, अब वह आयेंगे। कपड़े से जुड़े व्यवसाय में अब चार चांद लगेगा। - कुंज बिहारी झुनझुनवाला, निदेशक, ईस्टर्न बिहार इंडस्ट्रीज एसो.
सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के लिए बाहर से डॉक्टर तीन घंटे के अंदर आ सकेंगे। नियुक्ति के बाद जो यहां काम करने नहीं आना चाहते थे, वे अब आ सकते हैं। 353 पद के मुकाबले 10 चिकित्सक हैं। - डॉ. हेमशंकर शर्मा, प्राचार्य, जेएलएनएमसीएच
कारोबार में 25-30 प्रतिशत तक की वृद्धि का अनुमान
पूर्णिया एयरपोर्ट से भागलपुर की कनेक्टिविटी सबसे अधिक सुलभ है। स्वास्थ्य जगत से जुड़े डाक्टरों का मानना है कि बड़े शहरों के डाक्टर अब आसानी से अपनी सेवा भागलपुर में दे सकेंगे। कनेक्टिविटी नहीं होने की वजह से सुपर स्पेशियलिटी जैसे अस्पताल में डाक्टर नहीं आना चाहते हैं। इस वजह से 343 चिकित्सकों के पद खाली हैं। इसके अब भरने के आसार नजर आ रहे हैं।
कपड़ों के कारोबार में रेशमी शहर के नाम से यह दुनिया भर में जाना जाता है। ऐसे में कनेक्टिविटी मिलने से बड़े कारोबारी भागलपुर की ओर रुख करेंगे। जिससे कपड़ा व्यवसाय में 25 से 30 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी होगी।
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