Vishwakarma Puja: रात 8:39 तक शुभ मुहूर्त, आज इस तरह करें भगवान विश्वकर्मा की पूजा तो कार्यक्षेत्र में उन्नति, ढेर सारी सफलता
Vishwakarma Puja 2025 वैदिक महावीर पंचांग के अनुसार आश्विन माह कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि मंगलवार की रात 1221 बजे से प्रारंभ होकर बुधवार की रात 1139 बजे तक है। विश्वकर्मा पूजा बुधवार को सुबह 7 बजे से रात 8 बजे तक ही संपन्न करना श्रेयष्कर है। आज विश्वकर्मा पूजा पर दुकानों फैक्ट्रियों और दफ्तरों में मशीनों-औजारों की विधिवत पूजा करें।

संवाद सहयोगी, भागलपुर। Vishwakarma Puja 2025 भगवान विश्वकर्मा की जयंती आज बुधवार को श्रद्धा और आस्था के साथ मनाई जाएगी। भागलपुर के मंदिरों और औद्योगिक प्रतिष्ठानों में बुधवार को विशेष पूजा-अर्चना और हवन का आयोजन होगा। श्रद्धालु अपने कार्यक्षेत्र की उन्नति और परिवार की मंगलकामना के लिए विश्वकर्मा भगवान की वंदना करेंगे। पूरे शहर का माहौल आस्था और भक्ति से सराबोर रहेगा।
मान्यता है कि विश्वकर्मा देवता को समस्त सृष्टि का शिल्पकार और देवताओं का वास्तु-विशारद माना जाते हैं। वे औजारों, मशीनों और तकनीकी उपकरणों के संरक्षक हैं। इसी आस्था के कारण भागलपुर और आसपास में व्यापारी, श्रमिक, इंजीनियर, कारीगर और उद्योग से जुड़े लोग अपने कार्यस्थलों की विधिवत पूजा-अर्चना करेंगे।
शहर में दुकानों, कारखानों, वर्कशॉप और दफ्तरों की साफ-सफाई का काम मंगलवार को देर शाम होता रहा। जगह-जगह पंडाल सजाए जा रहे हैं और मशीनों पर तिलक-फूल चढ़ाने की तैयारी हो रही है। तिलका मांझी महावीर मंदिर के पंडित आनंद झा ने बताया कि वैदिक महावीर पंचांग के अनुसार आश्विन माह कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि मंगलवार की रात 12:21 बजे से प्रारंभ होकर बुधवार की रात 11:39 बजे तक रहेगी।
इस आधार पर विश्वकर्मा पूजा बुधवार को ही संपन्न होगी। उन्होंने बताया कि पूजा का शुभ मुहूर्त प्रातः 7 बजे से देर शाम 8 बजे तक रहेगा। इसी समयावधि में औजार, मशीनरी और अन्य उपकरणों की आराधना करने से सुख-समृद्धि और कार्य में प्रगति का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
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