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    Ara News: अंगूठा स्कैन कर ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश, एक गिरफ्तार; जीविका दीदियों को बनाया शिकार

    Updated: Mon, 08 Dec 2025 07:50 PM (IST)

    बिहार के भोजपुर जिले के आरा में अंगूठा स्कैन कर ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह जीविका दीदि ...और पढ़ें

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    अंगूठा स्कैन कर ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश, एक गिरफ्तार

    जागरण संवाददाता, आरा। भोजपुर जिले की साइबर थाना पुलिस ने अनाधिकृत सीएसपी (सीएसपी) सेवा केन्द्रों और प्रतिबंधित बायोमेट्रिक उपकरणों के सहारे आधार-आधारित बैंक खातों से अवैध निकासी करने वाले साइबर गिरोह का खुलासा किया है। टीम ने देवानंद कुमार को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि गिरोह के अन्य सदस्य फरार हैं और उनकी तलाश जारी है। गिरफ्तार आरोपित के बैंक खाते में पाई गई लगभग ढाई लाख रूपये की राशि को तलब कर जमा/फ्रीज़ कर दिया गया है।

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    पकड़ा गया आरोपित पूर्णिया जिले के जलालगढ़ थाना के लखनारे गांव का निवासी है।इसकी जानकारी सोमवार की शाम साइबर डीएसपी स्नेह सेतु ने प्रेस वार्ता में दी। उन्होंने बताया कि यह गैंग जीविका-दिदियाें एवं महिलाओं को टारगेट करता था। नेटवर्क मध्य प्रदेश, यूपी व झारखंड से भी जुड़ा है।

    साइबर थाना,आरा को एक मामला 11 अक्तूबर 2025 को मिला जब शाहपुर निवासी संजय झा की पुत्री अंकिता कुमारी ने प्राथमिकी दर्ज कराई। शिकायत में अंकिता ने बताया कि मुख्यमंत्री बालिका योजना के तहत उसके खाते में पहुंचे 50,000 रुपये में से अलग-अलग तिथियों पर बड़ी मात्रा में रकम गायब पाई गई। बैंक स्टेटमेंट ने अवैध निकासी के क्रम को पुष्ट किया।

    प्राथमिकी के आधार पर डीएसपी स्नेह सेतु के नेतृत्व में विशेषज्ञों की टीम गठित की गई और वैज्ञानिक-प्रौद्योगिकीय जांच शुरू की गई।

    तकनीकी विश्लेषण में पाया गया कि खाताधारक के पैसे बार-बार किसी बाहरी खाते में ट्रांसफर किए जा रहे हैं कार्रवाई के बाद ट्रेस के माध्यम से अधिकांश धन पूर्णिया जिले के लखनारे गांव निवासी देवानंद कुमार के खाते में पहुंचा। जिसके बाद टीम ने छापेमारी कर उसे धर दबोचा। मोबाइल भी जब्त कर लिया गया।

    170 से अधिक शिकायतें मिली

    डीएसपी ने स्पष्ट किया कि नियमित और मान्यता प्राप्त बायोमेट्रिक उपकरणों/प्रोसेस का प्रयोग करना आवश्यक है और अनधिकृत मशीनों का उपयोग प्रतिबंधित है। पुलिस के मुताबिक, इस तरह के फ्रॉड से संबंधित अब तक उनके पास 170 से अधिक शिकायतें आ चुकी थीं। अक्सर शिकार महिलाएं, जिनमें जीविका-दीदियां और लाभार्थी शामिल हैं, जिनके खाते से दस से बीस हजार रुपये की अवैध निकासी हो चुकी है।

    जीजा व दोस्त के साथ मिलकर चलाता था रैकेट

    गिरफ्तार देवानंद ने पूछताछ में माना कि उसके जुड़े अन्य साथी अररिया जिले के जोकीहाट के भी हैं। पुलिस ने बताया कि देवानंद अपने जीजा अमित कुमार और दोस्तों छोटू व एहतेशाम के साथ मिलकर यह रैकेट चलाता था; ये तीसरे सदस्य फिलहाल फरार बताए जा रहे हैं और उनकी गिरफ्तारी की कवायद जारी है।

    छापेमारी के दौरान देवानंद के खाते में जमा लगभग 2,50,000 को बैंक द्वारा फ्रीज़ कराया गया है और आगे की वायर ट्रेसिंग जारी है ताकि और सहयोगी व ठगी के पैटर्न का पता चल सके। टीम में इंस्पेक्टर आदित्य कुमार, दारोगा स्वाति कुमारी व अन्य पदाधिकारी शामिल थे, जिन्होंने छापेमारी एवं पूछताछ में अहम भूमिका निभाई। डीएसपी ने प्रेस वार्ता में कहा कि जांच के दायरे में अन्य जिलों और राज्यों के भी नाम आने की संभावना है, इसलिए उच्च स्तरीय समन्वय के साथ सरगर्मी से तलाश की जा रही है।