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    भोजपुर में यूरिया के लिए हाहाकार, 266 रुपये का बैग मिल रहा 450 में, किसान लगा रहे आरोप

    Updated: Tue, 16 Sep 2025 05:05 PM (IST)

    आरा जिले में यूरिया और डीएपी खाद की कमी से किसान परेशान हैं। विभाग द्वारा निर्धारित दर से अधिक कीमत पर खाद बेची जा रही है। किसान खाद के लिए एक बाजार से दूसरे बाजार भटक रहे हैं। आलू किसानों को डीएपी 1700 रुपये में खरीदना पड़ रहा है। किसान कालाबाजारी का आरोप लगा रहे हैं।

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    यूरिया के लिए हाहाकार, 266 रुपये का बैग मिल रहा 450 में

    जागरण संवाददाता, आरा। जिले में यूरिया और डीएपी खाद की किल्लत किसान परेशान हैं। विभाग द्वारा यूरिया की सुनिश्चित कीमत 266 रुपये प्रति बैग दो सौ रुपये बेचा जा रहा है। उचित कीमत पर यूरिया उर्वरक की खरीद के लिए किसान एक बाजार से दूसरे बाजार का चक्कर काट रहे हैं। लेकिन बाजार में यूरिया उर्वरक 450 से पांच सौ रुपये बैग बिक खुलेआम बिक रहा है। आलू की खेती करने वाले किसान डीएपीी उर्वरक 1700 रुपये में खरीदने के लिए विवश हैं। जबकि डीएपी की कीमत 1350 रुपये प्रति बैग सुनिश्चित है।

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    वहीं, जिला कृषि विभाग द्वारा सभी 14 प्रखंडों में यूरिया पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होने का दावा किया जा रहा है। दिलचस्प बात है कि विभाग द्वारा चालू विपणन वर्ष 2025-26 में सभी प्रखंडों में पर्याप्त मात्रा में यूरिया और डीएपी का स्टाक होने का दावा किया जा रहा है। वहीं संदेश बाजार में यूरिया की बिक्री खुलेआम 450 रुपये में हो रही है।

    किसान हरिहर प्रसाद ने प्रसाद ने बताया कि पैक्स के पास खाद नहीं है। बाजार में सभी खुदरा विक्रेताओं द्वारा यूरिया उपलब्ध नहीं होने की जानकारी दी गई। बाद में किसी तरह इंतजाम करने की बात कही गई तो 450 रुपये में यूरिया उपलब्ध कराया गया। कोइलवर प्रखंड के किसान उपेन पासवान ने बताया कि हमलोगों को अब आलू लगाने का समय आ गया है। इसमें डीएपी उर्वरक की जरुरत है, लेकिन बाजार में 1700 रुपये प्रति बैग से कम पर उर्वरक नहीं मिल रहा है।

    गड़हनी के चांदी गांव के किसान नीरज ने बताया कि धान की साेहनी के बाद यूरिया उर्वरक का छिड़काव करना जरूरी होता है। ऐसे समय में बाजार में यूरिया की किल्लत होना किसानों के लिए संकट के समान है। गड़हनी प्रखंड के पूर्व मुखिया लव सिंह ने बताया कि उर्वरक निगरानी समिति की मिलीभगत से यूरिया उर्वरक की कालाबाजारी की जा रही है। किसान अधिक कीमत पर यूरिया उर्वरक खरीदने के लिए विवश हैं।

    कहते हैं पदाधिकारी

    जिले में उर्वरक की उपलब्धता और वितरण में पारदर्शिता सुनिश्चित की गई है। किसी किसान द्वारा यूरिया उर्वरक की कीमत को लेकर शिकायत नहीं की गई है। सभी किसानों को आवश्यकता के अनुसार यूरिया उर्वरक उपलब्ध कराया जा रहा है। अगर किसी दुकानदार ने तय कीमत से अधिक रुपये की उगाही की है, तो उसकी सीधी शिकायत विभाग को करेंं। 24 घंटे में कार्रवाई की जाएगी।

    डा. नीरज कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी।

    विभिन्न प्रखंडों में उपलब्ध है निम्न मात्रा में उर्वरक

    उर्वरक आवश्यकता 30 अगस्त तक प्राप्ति खपत
    यूरिया 40000 31803 20435.2
    डीएपी 8500 7711.00 5471.12
    एनपीके 11000 8052.88 7215.7
    एमओपी 1000 886.00 827.18