बक्सर-भरौली गंगा पुल: मानसून खत्म होते ही निर्माण शुरू होने की आस, पटना-दिल्ली के सफर में होगी समय की बचत
बक्सर और बलिया के बीच गंगा नदी पर बनने वाले तीन लेन के पुल के निर्माण में देरी हो रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने मई 2025 में शिलान्यास किया था लेकिन निविदा प्रक्रिया में सुस्ती के चलते काम शुरू नहीं हो सका। पुल बक्सर-पटना एनएच 922 का हिस्सा होगा और पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को जोड़ेगा जिससे पटना से दिल्ली के सफर में समय की बचत होगी।

शुभ नारायण पाठक, बक्सर। बिहार के बक्सर और उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के भरौली के बीच गंगा नदी पर बनने वाले तीन लेन के पुल के निर्माण में देरी हो रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 30 मई 2025 को इसका शिलान्यास किया था, लेकिन तीन महीने बाद भी निर्माण शुरू नहीं हुआ। देरी की प्राथमिक वजह निविदा प्रक्रिया में शिथिलता और कंसल्टेंसी की नियुक्ति में विलंब सामने आ रही है।
मानसून खत्म होने और गंगा में बाढ़ का असर कम होने पर निर्माण शुरू होने की उम्मीद है। मिट्टी जांच फरवरी 2025 में पूरी हो चुकी है। शुरुआती लक्ष्य जुलाई तक काम शुरू करने का रखा गया था। यह पुल बक्सर-पटना एनएच 922 का हिस्सा होगा। इ
सके उत्तरी छोर से गाजीपुर-बलिया ग्रीनफील्ड फोरलेन का 17 किलोमीटर लंबा भरौली स्पर शुरू हो जाएगा। यह स्पर गाजीपुर जिले के करीमुद्दीनपुर में ग्रीनफील्ड फोरलेन के मुख्य मार्ग के साथ ही पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से एलिवेटेड इंटरचेंज प्वाइंट के जरिए जोड़ेगा।
भविष्य में दो एक्सप्रेस-वे को लिंक करेगा यह पुल
यह पुल पटना-बक्सर एनएच–922 (भविष्य में बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेस-वे), उन्नाव-मालदा एनएच–31 के बलिया-गाजीपुर खंड और पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को जोड़ेगा। यह बक्सर-भरौली के बीच जाम की समस्या का समाधान करेगा। वर्तमान में दो पुराने पुल हैं, जिनमें एक 50 वर्ष पुराना और कमजोर है, जिस पर केवल हल्के वाहन चलते हैं, जबकि दूसरे पर जाम की स्थिति बनती है, जो 20-40 किमी तक प्रभावित करती है।
हाइब्रिड एन्युटी मोड पर निर्माण:
परियोजना हाइब्रिड एन्युइटी मोड (एचएएम) पर आधारित है। ठेकेदार एएससी इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड और स्वतंत्र इंजीनियर चैतन्य प्रोजेक्ट्स कंसल्टेंसी प्राइवेट लिमिटेड व इनफिनिट सिविल साल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड (ज्वाइंट वेंचर) हैं। भूमि बाधा-मुक्त है।
महत्वपूर्ण तारीखें:
- लेटर ऑफ अवॉर्ड: 9 जनवरी 2025
- अनुबंध पर हस्ताक्षर: 28 फरवरी 2025
- शिलान्यास: 30 मई 2025
- कंसल्टेंसी नियुक्ति: 20 अगस्त 2025
- कार्य समाप्ति: 19 फरवरी 2028
महत्वपूर्ण आंकड़े:
- कुल लंबाई: 3.30 किमी (1.2 किमी गंगा नदी पर, 2 किमी एलिवेटेड रोटरी सहित)
- स्वीकृत लागत: 368 करोड़ रुपये
- प्रारंभिक अनुमानित लागत: 531.61 करोड़ रुपये
- खंभे: 40 (8 नदी में, 32 किनारों पर)
भरौली गोलंबर पर एलिवेटेड रोटरी:
भरौली में जाम के समाधान के लिए ए-ग्रेड रोटरी बनेगी। बक्सर गोलंबर पर भी रोटरी प्रस्तावित है, लेकिन निर्णय नहीं हुआ। स्थानीय राजनीतिक सुस्ती से बक्सर में जाम की समस्या बढ़ सकती है।
पटना से दिल्ली के सफर में होगी समय की बचत
इस पुल के बनने से पटना सहित दक्षिण और पूर्वी बिहार के शहरों से उत्तर प्रदेश के लखनऊ, वाराणसी, आगरा, प्रयागराज, दिल्ली और दूसरी तरफ से भी यात्रा में समय कम लगेगा।
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