छठ महापर्व महापर्व में शामिल होने के बाद वोट डाला और अब लौटने लगे परदेस
विधानसभा चुनाव के पहले चरण के बाद दरभंगा जंक्शन पर प्रवासी मजदूरों की भीड़ उमड़ पड़ी। छठ पर्व मनाने और मतदान करने के बाद लोग दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों में काम पर लौट रहे हैं। ट्रेनों में सीटें उपलब्ध नहीं हैं और लंबी वेटिंग लिस्ट है। यात्रियों का कहना है कि त्योहार और चुनाव के बाद अब रोजी-रोटी के लिए परदेस जाना उनकी मजबूरी है। उन्हें उम्मीद है कि बिहार में ही रोजगार मिलेगा।

वोट डालने के बाद वापस लौटने के लिए ट्रेन में सवार होते प्रवासी। जागरण
जागरण संवाददाता, दरभंगा। विधानसभा चुनाव में प्रथम चरण का मतदान समाप्त होने के साथ ही अब दरभंगा जंक्शन पर एक बार फिर प्रवासी कामगारों की भीड़ देखी जा रही है। छठ महापर्व पर अपने परिवार के साथ समय बिताने आए लोग अब अपने काम पर लौटने लगे हैं।
शनिवार की सुबह से ही जंक्शन परिसर यात्रियों से खचाखच भरा रहा। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरू, अमृतसर समेत अन्य शहर जाने वाले यात्रियों की भीड़ लगी रही। यात्रियों ने बताया कि वे बीते कुछ दिनों से घर पर रहकर त्योहार मनाने के बाद अब पंजाब, दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र और झारखंड जैसे राज्यों में काम पर लौट रहे हैं।
कई यात्रियों ने बताया कि वे विधानसभा चुनाव में मतदान करने के लिए भी रुके हुए थे और मतदान करने के बाद अब अपने काम पर परदेस लौट रहे हैं।जंक्शन पर स्थिति यह है कि किसी भी ट्रेन में सीट उपलब्ध नहीं है।
अधिकांश ट्रेनों में प्रतीक्षा सूची काफी लंबी है। खासकर दिल्ली, मुंबई और कोलकाता जाने वाली ट्रेनों में लंबी वेटिंग चल रही है। सुबह से ही तत्काल टिकट काउंटर पर यात्रियों की लंबी कतारें लग जाती हैं।
स्टेशन पर बुकिंग कर रहे कर्मी ने बताया कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त कर्मियों की तैनाती की गई है। यात्रियों से अपील की गई है कि वे टिकट लेकर ही यात्रा करें और अवैध रूप से ट्रेन में चढ़ने से बचें।
यात्रियों का कहना है कि त्योहार और चुनाव दोनों की जिम्मेदारी पूरी करने के बाद अब फिर से रोजी- रोटी की तलाश में बाहर जाना मजबूरी है। वहीं जंक्शन पर सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए आरपीएफ और जीआरपी की ओर से सुरक्षा बढ़ाई गई है और यात्रा ट्रेन पर उतरने और चढ़ने के दौरान लोगों को सुरक्षित चढ़ाया जा रहा है।
दिल्ली लौट रहे संतोष चौपाल ने बताया कि दिवाली और छठ पर्व के लिए घर आया था। चुनाव को देखते हुए यहीं रुक गया। परिवार के साथ पर्व मनाने के बाद लोकतंत्र के महापर्व में भी हिस्सा लिया। अब कंपनी से बुलावा आ गया है, इसलिए वापस लौट रहा हूं।
मुंबई लौट रहे मिथिलेश चौधरी ने कहा कि सरकार ने कई क्षेत्रों में काम किए हैं और हमने उसी आधार पर मतदान किया है। अब हम लौट रहे हैं, लेकिन उम्मीद है कि आने वाले दिनों में बिहार में ही स्थायी रोजगार की व्यवस्था हो जाएगी, ताकि हमें अपने परिवार को छोड़कर बाहर न जाना पड़े।

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