स्कूलों में सख्ती: हाजिरी के बाद बाहर गए शिक्षकों पर होगी कार्रवाई, डीएम ने दिए कड़े निर्देश
DM action on teachers: दरभंगा में स्कूलों से हाजिरी बनाकर गायब रहने वाले शिक्षकों पर अब कार्रवाई होगी। डीएम कौशल कुमार ने शिक्षा विभाग की मासिक समीक्ष ...और पढ़ें

Teacher Attendance Rule: स्कूलों का नियमित रूप से औचक निरीक्षण करेंगे डीपीओ और बीईओ। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, दरभंगा।Bihar school inspection news: स्कूलों से हाजिरी बनाकर इधर-उधर घूमने वाले शिक्षकों पर अब नकेल कसी जाएगी। अब प्रतिदिन डीपीओ और बीईओ स्कूलों में बीना किसी सूचना के धमक जाएगें।
जो शिक्षक अनुपस्थित रहेंगे उन पर कार्रवाई हो जाएगी। चाहे उनकी हाजिरी बनी हुई ही क्यों नहीं हो। मंगलवार को समाहरणालय स्थित आंबेडकर सभागार में डीएम कौशल कुमार ने शिक्षा विभाग की मासिक समीक्षात्मक बैठक में उक्त निर्देश दिए।
बैठक में जिले में चल रहे सभी शैक्षणिक कार्यक्रमों,शिक्षा की गुणवत्ता,डिजिटल उपस्थिति प्रणाली तथा छात्रों को मिलने वाली शैक्षणिक सुविधाओं पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप आदि की गहन समीक्षा की गई।
डीएम ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की प्रगति, ई-शिक्षा कोष पर शिक्षकों की आनलाइन उपस्थिति, विभिन्न वर्गों के छात्रों के लिए पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप की अद्यतन स्थिति,यू-डायस से संबंधित आंकड़ों की समयबद्ध प्रविष्टि,विद्यालयों में आवश्यक भौतिक संसाधनों की उपलब्धता और स्कूल संचालन की नियमितता आदि पर घंटों समीक्षा की।
उन्होंने सभी बीईओ और डीपीओ को निर्देश दिया कि अपने-अपने कार्य क्षेत्र में पड़ने वाले सभी विद्यालयों में नियमित निरीक्षण सुनिश्चित करें ताकि शैक्षणिक गतिविधियों का सही मूल्यांकन किया जा सके।
उन्होंने कहा कि बीईओ प्रतिदिन पांच विद्यालयों का निरीक्षण करना सुनिश्चित करेंगे। शिक्षकों की आनलाइन उपस्थिति शत-प्रतिशत सुनिश्चित कराई जाए तथा अनुपस्थित पाए जाने वाले कर्मियों पर विधि सम्मत कार्रवाई करना सुनिश्चित करें।
शैक्षणिक माहौल को ठीक करने के लिए डीएम ने कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि उपस्थिति बनाकर विद्यालय से गायब रहने वाले शिक्षकों को निलंबित किया जाएगा। जिले के सभी 2586 विद्यालयों का औचक जांच करते हुए भौतिक प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया।
जिले में रसोइयों की संख्या 70 25 है। जिन्हें प्रतिमाह 3300 रुपये दिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि छात्रवृत्ति एवं अन्य योजनाओं का लाभ समय पर छात्रों तक पहुंचे, इसके लिए सभी संबंधित अधिकारियों को समन्वय व तत्परता से इंस्टीट्यूशन स्तर पर लंबित आवेदन को निष्पादन करने का निर्देश दिया।
उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी को भी अनुश्रवण करने का निर्देश दिया। डीएम ने डीईओ को जिले में भवनहीन विद्यालय एवं भूमिहीन विद्यालय तथा टैगिंग किए गए विद्यालयों को चिन्हित कर प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
यू-डायस डेटा का समय पर एवं सटीक प्रविष्टि करना सभी विद्यालय प्रधानों की प्राथमिक जिम्मेदारी है,इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में समग्र शिक्षा पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप,कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय,स्कूलों का निरीक्षण,आधार और अपार स्टेटस, मध्यान भोजन आदि बिंदुओं पर भी समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग से जुड़े सभी अधिकारी व कर्मी यह सुनिश्चित करें कि जिले के बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण,सुलभ और डिजिटल रूप से सशक्त शिक्षा उपलब्ध हो।
बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी कृष्णानंद सदा, उप निदेशक जनसंपर्क सत्येंद्र प्रसाद, डीपीओ स्थापना अवधेश कुमार,प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी तथा संबंधित सभी अधिकारी आदि उपस्थित थे।

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