Darbhanga News : शहर से लेकर गांव तक आवारा कुत्तों के आतंक से थमी रफ्तार
दरभंगा जिले के सिंहवाड़ा में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ गया है। अस्पताल, सड़क और स्कूल परिसर में कुत्ते लोगों को काट रहे हैं, जिससे लोग भयभीत हैं। स्वास्थ्य केंद्र में एंटी रैबीज इंजेक्शन लेने वालों का रिकॉर्ड रखा जा रहा है कि उन्हें पालतू कुत्ते ने काटा है या आवारा कुत्ते ने। रात में कुत्ते सड़कों पर कब्जा कर लेते हैं, जिससे राहगीरों को परेशानी होती है और दुर्घटनाएं भी हो रही हैं।

सिमरी तारालाही पथ में विचरण करते आवारा कुत्ते। जागरण
संवाद सहयोगी, सिंहवाड़ा (दरभंगा) : शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के अस्पताल परिसर, मुख्य पथ किनारे, स्कूल परिसर में कुत्तों का आतंक बढ़ गया है। आम लोगों के साथ आए दिन हो रही घटनाओं के बावजूद स्थानीय प्रशासन इसके प्रति गंभीर नहीं है। पहले सुनसान सड़कों पर आम लोग चोर उचक्कों से भयभीत रहते थे अब कुत्तों के आतंक से सहमे रहते हैं।
इधर, सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में एंटी रैबीज इंजेक्शन लेने वाले पीड़ितों को यह बताना होगा कि उन्हें पालतू कुत्ता ने काटा है या आवारा कुत्ते ने। अब कुत्ता काटने वाले मरीजों के अलग-अलग आंकड़े तैयार किए जाएंगे। आंकड़े में यह अंकित किया जाएगा कि पालतु कुत्ते ने काटा है या गली के आवारा कुत्ते ने।
चिकित्सा प्रभारी डा.प्रेमचंद प्रसाद ने बताया है कि विभागीय निर्देश का अनुपालन शुरू कर दिया गया है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिंहवाड़ा में दो महीने में 432 मरीजों को एंटी रैबीज इंजेक्शन दिया गया है। रैबीज नियंत्रण कार्यक्रम को और तेज करने के लिए विभागीय निर्देश पर डाटा तैयार करने को कहा गया है।
बता दें कि शहर से लेकर गांवों की सड़कों पर रात में आवारा कुत्ते का कब्जा रहता है। सिमरी महावीर चौक,फोरलेन पथ के शास्त्री, सढवाड़ा मध्य विद्यालय के बाहर गेट पर सहित कई मोहल्ले ऐसे हैं जहां रात में सड़कें जब सुनसान हो जाती हैं तो कुत्ते वहां अपना डेरा डाल देते हैं और आने जाने वाले राहगीरों को अपना निशाना बनाते हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में रात्रि में जल्द ही लोग अपने घरों में कैद हो जाते हैं। इस कारण संध्याकाल से ही यहां आवारा कुत्तों गली मुहल्ले में कब्जा रहता है। रात्रि के दौरान सड़कों पर आम लोगों को आवारा कुत्तों से हो रही परेशानी को दूर करने के लिए अब तक कोई कदम नहीं उठाया है।
रात्रि में सभी सड़कों पर आवारा कुत्तों के कारण राहगीर व बाइक चालकों को गुजरने में काफी परेशानी होती है। इस दौरान पांच से छह कुत्ते एक साथ राहगीरों पर हमला कर उन्हें काट कर घायल कर देते हैं। वहीं कई बार बाइक चालक इन कुत्तों के कारण दुर्घटना का शिकार भी हुए हैं।
इधर देखा जा रहा है कि दरभंगा-मुजफ्फरपुर पथ पर कई स्थानों पर किसी वाहन की चपेट में आकर आवारा कुत्ते की घटनास्थल पर मौत हो जाती है। इसके बाद आने जाने वाले को दुर्गंध का सामना करना पड़ता है।

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