Chiraia vidhan sabha Seat 2025: विकास की कोशिशों के बीच मुकम्मल तस्वीर का इंतजार
Chiraia Assembly Seat 2025 वर्षों में 120 योजनाओं पर काम हुआ है। देवापुर से बेलवा डैम तक तटबंध बनने से क्षेत्र के लोगों को राहत मिली है। हालांकि क्षेत्र में जल-जमाव से मुक्ति नहीं मिली है। हर खेत तक विद्युत आपूर्ति नहीं होने से सिंचाई में मुश्किल हो रही है। किसानों को बारिश पर निर्भर रहना पड़ रहा है।

आदित्य कुमार सिंह, पताही(पूर्वी चंपारण)। Bihar Vidhan sabha Chunav 2025 / Chiraia vidhan sabha Seat 2025 / Chiraia Assembly Seat 2025: जिले का चिरैया विधानसभा क्षेत्र आज भी पिछड़े इलाकों में गिना जाता है। यह क्षेत्र बागमती, लालबकेया और बूढ़ी गंडक जैसी नदियों से घिरा है।
यहां के लोगों का जीवन बाढ़, बदहाल सड़क, लचर स्वास्थ्य व्यवस्था समेत अन्य बुनियादी सुविधाओं के अभाव में प्रभावित होता रहा है। वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी लालबाबू प्रसाद गुप्ता ने राजद के अच्छेलाल यादव को हराया था।
उन्होंने विधायक निधि और मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना अंतर्गत पिछले पांच वर्षों में कुल 120 योजनाओं पर काम कराया है। तटबंध और सड़क निर्माण के जरिये क्षेत्र की तस्वीर बदलने की कोशिश की।
देवापुर से होकर गुजरने वाली सड़क का आधा अधूरा निर्माण। जागरण
इस वर्ष बागमती और लालबकेया नदी के दोनों किनारों पर करीब 40 करोड़ की लागत से सड़क निर्माण की स्वीकृति मिली है। एक वर्ष पूर्व देवापुर से बेलवा डैम तक करीब 50 करोड़ रुपये की लागत से तीन किलोमीटर लंबा तटबंध बनकर तैयार हुआ था। लेकिन अभी भी यहां अनेक समस्याएं हैं, जिनका समाधान विकास के जरिये ही संभव है।
काम जो हुए या हो रहे
- चोरमा से पताही होते हुए नोनफरवा तक 31 करोड़ से सड़क का निर्माण।
- बेलाही राम, रामपुर मनोरथा और मिर्जापुर में 18 करोड़ की लागत से पुल का निर्माण।
- 2024-25 में 39 पथ को बनाने के लिए 96.45 करोड़ राशि की स्वीकृति।
- देवापुर से बेलवा डैम तक 50 करोड़ की लागत से तीन किलोमीटर बांध का निर्माण।
- चिरैया शांति चौक से पूर्णिया घोड़ासहन तक 43 करोड़ की लागत से सड़क निर्माण कार्य जारी।
- चिरैया बस स्टैंड से अहीरवलिया तक 30 करोड़ से सड़क निर्माण कराया गया।
काम जो नहीं हुए
- चिरैया विधानसभा क्षेत्र में जल-जमाव से निजात नहीं।
- सिंचाई के लिए खेतों तक विद्युत आपूर्ति नहीं।
- सभी लोगों के लिए पेयजल की उपलब्धता नहीं।
- किसानों को समय पर खाद और बीज की उपलब्धता नहीं।
- ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था ठीक नहीं।
- स्कूलों में भवन की उपलब्धता और बेहतर शिक्षा व्यवस्था की कमी।
विधानसभा: एक नजर में
कुल मतदाता | 2.85 लाख |
पुरुष | 1,52,025 |
महिला | 1,32,791 |
थर्ड जेंडर | 11 |
क्या कहते हैं लोग
पांच साल में विधायक ने कई काम किए हैं। वे जनता के दर्द को समझते हैं। बिजली आपूर्ति पहले से बेहतर हुई है। पताही मुख्य सड़क की स्थिति 15 वर्षों से खराब थी। 31 करोड़ की लागत से उसका निर्माण कराकर विधायक ने सराहनीय कार्य किया है।
कृष्ण मोहन कुमार, ग्रामीण
क्षेत्र का विकास तो हुआ, लेकिन कुछ लोगों को ही इसका लाभ मिला। विकास योजनाओं में लूट मची है। अंचल व प्रखंड कार्यालयों में दलालों की फौज खड़ी है। आम जनता परेशान है। छोटे-छोटे कार्यों के लिए भी रिश्वत देनी पड़ती है।
मनीष कुमार, ग्रामीण
विधायक के कार्यकाल में क्षेत्र का विकास हुआ है। पूर्व में अल्पसंख्यक समाज के लोगों का उपयोग केवल वोट बैंक के रूप में किया जाता था। आज गांव की तस्वीर बदली है। अल्पसंख्यक बच्चों के लिए मदरसा का निर्माण कराया गया है। सड़कों के निर्माण से हर वर्ग के लोगों को राहत मिली है।
ओम प्रकाश सिंह, ग्रामीण
क्षेत्र के विकास के लिए किए जाने वाले कार्यों पर विधायक नजर रखते हैं। मुश्किल समय में सहयोग के लिए भी तत्पर रहते हैं। सड़कों का जाल बिछाकर क्षेत्र में विकास को गति देने का काम किया है।
हरिचंद दास, ग्रामीण
विधायक ने क्षेत्र के लिए कुछ नहीं किया
एक फैक्ट्री या कृषि उत्पाद संबंधी कारखाना लगवा दिए होते तो मजदूरों को दूसरे राज्यों में नहीं जाना पड़ता। किसान सब्जी तथा अन्य फसल कौड़ी के भाव बेच रहे हैं। बेटियां उच्च शिक्षा के लिए भटक रही हैं। तकनीकी एवं उच्च शिक्षा केंद्र नहीं खोले गए। अस्पताल में आइसीयू नहीं है। प्रसव या सर्पदंश जैसी आपात स्थिति में मरीज को जिला मुख्यालय भेजा जाता है। बाढ़-सुखाड़ की समस्या के स्थायी समाधान, मुआवजा वितरण और सिंचाई व्यवस्था में विधायक विफल रहे हैं।
अच्छेलाल यादव, निकटतम प्रतिद्वंद्वी
जो वादे किए उससे बढ़कर कई बड़े काम कराए
चुनाव में मैंने जो वादे किए थे, उसे तो पूरा किया ही, उससे बढ़कर कई और बड़े काम कराए हैं। आज पूरे क्षेत्र के गांवों की तस्वीर बदल चुकी है। सड़क, बिजली और पेयजल पर बेहतर कार्य किए गए हैं। बागमती नदी पर बांध का निर्माण कराया गया है। हर घर को पेयजल उपलब्ध हो, इसके लिए नल-जल के अलावा 50 बोरिंग लगवाकर पेयजल की व्यवस्था की गई। चिरैया और पताही में प्रखंड कार्यालय का नया भवन बनाया गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के नए भवन का निर्माण कराया गया। अस्पताल के अंदर पार्क बनवाए गए हैं।
लालबाबू प्रसाद गुप्ता, विधायक
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।