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    Bihar News: पूर्वी चंपारण में मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़, दो भाइयों को किया गिरफ्तार

    Updated: Sun, 24 Aug 2025 06:26 PM (IST)

    पूर्वी चंपारण के पताही में पुलिस ने एक मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में दो भाई गिरफ्तार किए गए हैं जिनके घर से हथियार बनाने के उपकरण और जाली दस्तावेज बरामद हुए हैं। पुलिस को इनके साइबर अपराधियों से जुड़े होने का भी संदेह है और मामले की गहन जांच जारी है।

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    मिनी गन फैक्ट्री चला रहे थे दो सहोदर भाई, बना रहे थे जाली दस्तावेज भी

    संवाद सहयोगी,पताही(पूर्वी चंपारण)। पूर्वी चंपारण जिले के पचपकड़ी थाना क्षेत्र के देवापुर गांव स्थित एक आवासीय परिसर में संचालित मिनी गन फैक्ट्री समेत कई अन्य अवैध धंधों का पर्दाफाश पुलिस किया है। पुलिस की विशेष टीम ने शनिवार की देर रात अकींद्र सहनी के घर पर गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की। बीच गांव में स्थित इस मकान में न सिर्फ हथियारों के निर्माण और मरम्मत का काम चल रहा था, बल्कि विभिन्न तरह के जाली दस्तावेज भी बनाया जा रहा था।

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    मौके से अकींद्र के दो पुत्र प्रकाश सहनी और विकास सहनी गिरफ्तार किए गए हैं। प्रारंभिक पूछताछ में दोनों सहोदर भाईयों ने कई बातों की जानकारी दी है। पुलिस सभी तथ्यों को समेकित कर आगे की छापेमारी कर रही है।

    थानाध्यक्ष पूजा कुमारी ने रविवार को बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि प्रकाश साहनी और विकास साहनी के घर में अवैध शस्त्र निर्माण का धंधा चला रहा है। सूचना सत्यापित होने के बाद वरीय पदाधिकारियों के निर्देश पर छापेमारी की गई। इस दौरान मौके से एक राइफल का बैरल, एक देसी पिस्तौल का बैरल, एक राइफल का बट, लोहे का शिकंजा (मशीन), मशीन, आयरिश मशीन, आधार कार्ड, फिंगरप्रिंट मशीन, ढाका विधायक का मोहर, छेनी-हथौड़ी समेत हथियार मरम्मत और जाली कागजात बनाने वाले कई उपकरण बरामद किए।

    लंबे समय से संगठित तरीके से अपराध कर रहे थे सहोदर भाई

    इस बरामदगी व पुलिस पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई है कि दोनों सहोदर भाई लंबे समय से संगठित तरीके से हथियार निर्माण और जाली दस्तावेज बनाने का अपराध कर रहे थे। प्रकाश और विकास आपस में सहोदर भाई हैं।

    कानून को जानते हुए भी कानून का उल्लंघन किया और दोनों अपराध का एक नेटवर्क संचालित कर रहे थे। साइबर अपराधियों से भी इनके कनेक्शन की बात सामने आ रही है। कारण यह कि इनके ठिकाने से साइबर अपराध से संबंधित कई उपकरण मिले हैं। आधार कार्ड, बायोमेट्रिक मशीन, कई मोहर आदि इस बात का इशारा है कि ये साइबर अपराध से जुड़कर गलत तरीके सरकारी प्रमाण पत्र भी जारी कर रहे थे।

    खंगाला जा रहा बदमाशों का नेटवर्क

    थानाध्यक्ष पूजा कुमारी ने बताया कि दोनों बदमाशों से गहन पूछताछ की जा रही है। यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि हथियार किन लोगों तक पहुंचाए जाते थे। जाली दस्तावेज बनाने का काम किन-किन जगहों पर किया जाता था। पुलिस ने यह भी संभावना जताई कि इस पूरे नेटवर्क में कई और लोग शामिल हो सकते हैं। बदमाशों का नेपाल कनेक्शन भी खंगाला जा रहा है।