बिहार का पहला मेगा इंडस्ट्रियल टाउनशिप बनेगा डोभी, 1670 एकड़ में तैयार होगा सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर
बिहार के डोभी में 1670 एकड़ में राज्य का पहला मेगा इंडस्ट्रियल टाउनशिप बनेगा। यह सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर होगा, जिससे औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। विभिन्न उद्योगों की स्थापना से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और राज्य की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। यह परियोजना बिहार को एक महत्वपूर्ण मैन्युफैक्चरिंग हब बनाएगी और आर्थिक विकास को गति देगी।

बिहार का पहला मेगा इंडस्ट्रियल टाउनशिप
संवाद सूत्र,जागरण, डोभी। बिहार का औद्योगिक मानचित्र अब तेजी से बदलने वाला है। सैकड़ों उद्योग स्थापित होंगे। इसकी तुलना दिल्ली के नोएडा के किया जाने लगा है। जिले के डोभी प्रखंड के खरांटी में 1670.22 एकड़ में अमृतसर–दिल्ली–कोलकाता औद्योगिक गलियारे के तहत राज्य का सबसे बड़ा इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर विकसित किया जा रहा है।
इस परियोजना को बिहार के औद्योगिक भविष्य की आधारशिला माना जा रहा है, जहां राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियां अपने उद्योग लगाने की तैयारी में हैं। लगातार कंपनियों के एमडी स्थल निरीक्षण करने पहुंच रहे है।
परियोजना की प्रगति का जायजा लेने के लिए हाल ही में बीआईएडा, एकेआईसी के अधिकारी दौरा कर रहे है। इस कॉरिडोर के निर्माण होने के बाद लगभग एक लाख लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। जिस रफ्तार से कार्य आगे बढ़ रहा है, उससे उम्मीद है कि डोभी आने वाले वर्षों में बिहार का सबसे आधुनिक औद्योगिक हब बनकर उभरेगा।
13 राजस्व गांवों में जमीन अधिग्रहण पूरा
डोभी अंचल के बरिया, किशोरिया, लेम्बोगढ़, गाजीचक, खरोटी, सुगासोत, मसौन्धा, गांगी, गम्हरिया, बभवनदेव, मंगरूचक, बनवासी और इनबोरवा गांव के जमीन पर यह मेगा प्रोजेक्ट आकार ले रहा है। सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक कुल 1670.22 एकड़ भूमि में से 636.8775 एकड़ भूमि सरकारी है, जिसे सरकार पहले ही परियोजना के लिए हस्तांतरित कर चुकी थी बाकी के जमीन का अधिग्रहण करके हस्तांतरित किया जा चुका है।
जमीन के अधिग्रहण के बाद जमीन का रेखांकन किया जा रहा है। सूत्र के अनुसार बहुत जल्द इसका बाउंड्री वाल का निर्माण शुरू किया जायेगा।
देश का सबसे महत्वपूर्ण औद्योगिक गलियारा
1839 किलोमीटर लंबा जो पंजाब के अमृतसर से कोलकाता तक फैला एक विशाल औद्योगिक गलियारा है, जो सात राज्य जिसमें पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली-एनसीआर, बिहार और झारखंड को जोड़ेगा।
बिहार में डोभी के खरांटी को इसके प्रमुख विनिर्माण केंद्र के रूप में चुना गया है। प्रस्तावित भूमि को वर्तमान में सीधे जी टी रोड से कनेक्टिविटी और भविष्य में रेलवे लाइन जोड़ने की योजना की योजना है।
खाद्य प्रसंस्करण और छोटे उद्योगों को नई पहचान मिलेगी। परियोजना स्थल पर सड़क चौड़ीकरण, नए मार्गों का निर्माण, बिजली और पानी की लाइनों की स्थापना का कार्य तेजी से चल रहा है।
सरकारी अधिकारियों के अनुसार डोभी बिहार की सबसे बड़ी औद्योगिक टाउनशिप के रूप में विकसित हो जायेगा। यह औद्योगिक गलियारा तैयार होते ही गया जिला पूर्वी भारत के औद्योगिक नक्शे पर नई पहचान बनेगा। इस मेगा प्रोजेक्ट के पूरा होते ही गया का डोभी क्षेत्र उद्योग, रोजगार और आर्थिक विकास का नया गढ़ बन जाएगा—यहां की जमीन आने वाले वर्षों में बिहार की आर्थिक उन्नति की सबसे मजबूत नींव साबित होगी।

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