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    Bihar News: निगरानी जांच में फर्जी प्रमाणपत्र का खुलासा, दो नियोजित टीचरों की सेवा समाप्त करने का निर्देश

    Updated: Sat, 06 Dec 2025 06:03 PM (IST)

    गोपालगंज जिले में निगरानी जांच के दौरान दो शिक्षकों के बीईटीईटी प्रमाणपत्र फर्जी पाए गए हैं। विभाग ने उनकी सेवाएं समाप्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी ...और पढ़ें

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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण)

    संवाद सूत्र, बैकुंठपुर (गोपालगंज)। जिले की शिक्षा व्यवस्था एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। निगरानी ब्यूरो, पटना की जांच में दो नियोजित शिक्षकों के बीईटीईटी प्रमाणपत्र फर्जी पाए जाने के बाद विभाग ने उनकी सेवाएं समाप्त करने की प्रक्रिया तेज कर दी है।

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    मामला नव सृजित प्राथमिक विद्यालय शंकरपुर ओराडीह की शिक्षिका टीना मुन्नी खातुन और नव सृजित प्राथमिक विद्यालय परसौनी मलाही टोला के शिक्षक सुबोध कुमार मांझी से जुड़ा है।

    जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय की स्थापना शाखा स्थित निगरानी कोषांग द्वारा प्राप्त रिपोर्ट में स्पष्ट कहा गया है कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति, पटना से प्राप्त सत्यापन में दोनों शिक्षकों के अंक पत्र असली नहीं पाए गए।

    रिपोर्ट के आधार पर दोनों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है। पुलिस अवर निरीक्षक (शिक्षक जांच) अमरेश कुमार ने बैकुंठपुर थाना कांड संख्या 436/25 और महम्मदपुर थाना कांड संख्या 267/25 दर्ज किया।

    जारी आदेश में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना)-सह-नोडल पदाधिकारी साहेब आलम ने संबंधित पंचायत सचिव और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी बैकुंठपुर को निर्देश दिया है कि वे विहित प्रक्रिया का पालन करते हुए एक सप्ताह के भीतर दोनों शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर प्रतिवेदन उपलब्ध कराएं।

    आदेश में यह भी जोड़ा गया है कि भविष्य में वेतन भुगतान या प्रशासनिक जटिलता उत्पन्न होने पर संपूर्ण जवाबदेही स्थानीय अधिकारियों की होगी।

    विभागीय सूत्रों के अनुसार, शिक्षा विभाग ने इसे फर्जीवाड़े और भ्रष्टाचार के विरुद्ध अपनी शून्य सहनशीलता नीति का हिस्सा बताया है। हाल के महीनों में जिले के कई नियोजित शिक्षकों के प्रमाणपत्रों और नियोजन दस्तावेजों की दोबारा जांच कराई जा रही है।

    अधिकारियों का कहना है कि फर्जी प्रमाणपत्र का उपयोग करने वाले किसी भी शिक्षक को सेवा में बने रहने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस कार्रवाई के बाद शिक्षा विभाग में हलचल तेज हो गई है और माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में और भी मामलों पर बड़ी कार्रवाई संभव है।