जमुई में शिक्षकों के खिलाफ छात्रों हंगामा, छात्रवृत्ति और फार्म शुल्क के नाम पर अतिरिक्त पैसे वसूलने का आरोप
जमुई के एक विद्यालय में छात्रों ने छात्रवृत्ति, पोशाक राशि और फार्म शुल्क के नाम पर शिक्षकों द्वारा अतिरिक्त पैसे वसूलने का आरोप लगाया है। छात्रों का कहना है कि नियमित उपस्थिति के बावजूद उन्हें छात्रवृत्ति नहीं मिली, जबकि अनुपस्थित छात्रों को मिल गई। हेडमास्टर ने आरोपों को गलत बताया है और कहा है कि कुछ लोग छात्रों को भड़का रहे हैं। मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
-1760215040421.webp)
छात्रवृति, पोशाक और फार्म शुल्क में अवैध वसूली का आरोप। फोटो जागरण
संवाद सहयोगी, जमुई। खैरा प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय, तरी दाबिल में छात्रों का गुस्सा लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले एक सप्ताह से छात्र-छात्राएं विद्यालय प्रशासन के खिलाफ विरोध और हंगामा कर रहे हैं।
इनका आरोप है कि स्कूल में छात्रवृत्ति, पोशाक राशि और 10वीं कक्षा का फार्म भरने के नाम पर शिक्षकों द्वारा अतिरिक्त पैसे वसूले जा रहे हैं।
छात्र-छात्राओं ने शिक्षक विक्रम कुमार, महिला शिक्षक भारती और विद्यालय के हेडमास्टर मणिकांत कुमार पर मिलकर मनमाने ढंग से रुपये लेने का गंभीर आरोप लगाया है।
छात्रा मुस्कान कुमारी ने बताया कि जो छात्र स्कूल नहीं आते, उन्हें छात्रवृत्ति का पैसा मिल गया, जबकि हम रोज स्कूल आते हैं, फिर भी हमें पैसा नहीं मिला।
छात्रा ज्योति कुमारी ने कहा कि 85 प्रतिशत उपस्थिति के बावजूद हमें छात्रवृत्ति की राशि नहीं दी गई। यह भी बताया कि फार्म भरने के नाम पर उनसे 865 रुपये की जगह 1050 रुपये वसूले गए।
पूर्व प्रभारी प्रधानाध्यापक साकेंद्र कुमार ने भी आरोप लगाया है कि शिक्षक विक्रम कुमार और महिला शिक्षक भारती ने हेडमास्टर के इशारे पर अतिरिक्त पैसे वसूले हैं।
स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि योगेंद्र राम ने कहा कि छात्रवृत्ति का वितरण भी पक्षपातपूर्ण ढंग से किया गया है। जिन छात्रों की उपस्थिति 75-80 प्रतिशत है, उन्हें पैसा नहीं दिया गया।
इधर, विवाद बढ़ने पर हेडमास्टर ने डायल 112 पुलिस को मौके पर बुलाया। हालांकि, बाद में छात्राओं से अतिरिक्त वसूले गए पैसे लौटाए जाने की जानकारी सामने आई है।
मामले में हेडमास्टर मणिकांत कुमार ने सफाई देते हुए कहा कि छात्रवृत्ति की राशि अभी नहीं दी गई, क्योंकि ई-शिक्षा कोष से आइडी और पासवर्ड प्राप्त नहीं हुआ है।
फार्म शुल्क को लेकर लगाए गए आरोप गलत हैं। दावा किया कि कुछ लोगों द्वारा छात्रों को भड़काया जा रहा है। बहरहाल, विद्यालय में जारी यह विवाद अब पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।