25 साल से फरार कुख्यात माओवादी नरेश नैया गिरफ्तार, IED से उड़ाया था स्कूल
जमुई के बरहट में पुलिस और एसटीएफ ने संयुक्त अभियान में 25 साल से फरार कुख्यात माओवादी नरेश नैया को गिरफ्तार किया। उस पर 2009 में एक प्राथमिक विद्यालय को आईईडी बम से उड़ाने का आरोप है। गुप्त सूचना के आधार पर झोपा गांव में छापेमारी कर उसे पकड़ा गया। नरेश, पूर्व माओवादी कमांडरों का करीबी था।

25 साल से फरार कुख्यात माओवादी नरेश नैया गिरफ्तार
संवाद सूत्र, बरहट(जमुई)। बरहट थाना पुलिस और एसटीएफ बरहट को नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी सफलता मिली है। संयुक्त कार्रवाई में 25 वर्ष से फरार कुख्यात माओवादी नरेश नैया उर्फ नरेश खैरा को गिरफ्तार कर लिया गया। नरेश के खिलाफ बरहट थाना कांड सं. 37/09 दर्ज है।
वर्ष 2009 के 31 मार्च को उसने अपने सहयोगियों के साथ चोरमारा स्थित प्राथमिक विद्यालय में आईईडी बम लगाकर भवन को उड़ा दिया था। इस घटना के बाद से ही वह फरार चल रहा था। पुलिस के अनुसार, नरेश आत्मसमर्पण कर चुके पूर्व माओवादी कमांडर अर्जुन कोड़ा और बालेश्वर कोड़ा का दाहिना हाथ रह चुका है।
छापेमारी कर नरेश नैया को गिरफ्तार किया
एसपी विश्वजीत दयाल ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि फरार माओवादी अपने घर लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के झोपा गांव में आया हुआ है। सूचना के आधार पर थानाध्यक्ष कुमार संजीव के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। टीम में बरहट पुलिस, एसटीएफ बरहट और जिला सूचना इकाई के अधिकारी शामिल थे।
संयुक्त टीम ने झोपा गांव में छापेमारी कर नरेश नैया को गिरफ्तार कर लिया। बताया जाता है कि जिस विद्यालय को 25 वर्ष पूर्व आईईडी बम से उड़ाया गया था, उसी विद्यालय में इस बार विधानसभा चुनाव के लिए मतदान केंद्र बनाया गया है। पुलिस के लिए नरेश नैया की गिरफ्तारी एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।

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