Bihar Chunav 2025: बिहार के इस सीट पर बन रहा त्रिकोण चतुष्कोणीय बनाने की बेचैनी भी
बिहार में 2025 के चुनावों को लेकर राजनीतिक दलों में उत्साह है। कई सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है, जिसे चतुष्कोणीय बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। सभी पार्टियां मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए रणनीति बना रही हैं। Bihar Chunav 2025 में कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है।

बिहार के इस सीट पर बन रहा त्रिकोण चतुष्कोणीय बनाने की बेचैनी भी
अमरेंद्र कांत, किशनगंज। जिले में दूसरे चरण में मतदान होना है। अभी बड़े नेताओं का दौरा कम ही हो रहा है। हालांकि, समीकरण अभी से ही बनने लगे हैं। चारों विधानसभा क्षेत्रों से कुल 35 प्रत्याशी मैदान में डटे हुए हैं। इन चारों सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय होने की संभावना बनती जा रही है। मुकाबले को चतुष्कोणीय बनाने के लिए अन्य प्रत्याशी भी जुगत भिड़ा रहे हैं।
वर्तमान में सभी सीटों पर महागठबंधन व एनडीए के अलावा एआइएमआइएम के बीच संघर्ष दिख रहा है। हालांकि, अन्य दलों के प्रत्याशी इसे चतुष्कोणीय बनाने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं। किशनगंज सदर सीट से 10 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। यहां से भाजपा ने स्वीटी सिंह पर पांचवीं बार दांव खेला है। कांग्रेस ने सिटिंग विधायक इजहारूल हुसैन की जगह पूर्व विधायक कमरूल हुदा को मैदान में उतारा है।
एआइएमआइएम ने शम्स आगाज पर भरोसा जताया है। इस विधानसभा क्षेत्र से इन तीनों के बीच मुकाबला होने की संभावना बन रही है। हालांकि, एआइएमआइएम से बागी हुए इसहाक आलम जनसुराज चुनाव लड़ रहे हैं। इसी तरह तारिक अनवर जन शक्ति दल से, अशरफ आलम आम आदमी पार्टी से, बसपा से प्रदीप रविदास के अलावा तीन निर्दलीय भी हैं। ये प्रत्याशी भी चुनाव को चतुष्कोणीय बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
कोचाधामन विधानसभा की बात करें तो यहां से छह प्रत्याशी मैदान में हैं। भाजपा ने वीणा देवी पर भरोसा जताया है। राजद ने सिटिंग विधायक इजहार असफी की जगह मुजाहिद आलम को मैदान में उतारा है। एआइएमआइएम से सरवर आलम चुनाव लड़ रहे हैं। इन तीनों के बीच जन सुराज के अबू अफ्फान फारुखी मुकाबले को रोचक बना रहे हैं। यहां एक निर्दलीय व बसपा के प्रत्याशी भी मैदान में हैं।
बहादुरगंज विधानसभा सीट पर नौ प्रत्याशी मैदान में हैं। इसबार मुकाबला मुख्य रूप से तीन प्रत्याशी के बीच बनने की संभावना बन रही है। यहां कांग्रेस ने मु. मसवर आलम को मैदान में उतारा है। यह सीट पहले राजद की थी। इसबार यहां से कांग्रेस चुनाव लड़ रही है। लोजपा आर यहां पहली बार मैदान में है। पार्टी ने कलीमउ्द्दीन पर भरोसा जताया है। एआइएमआइएम से मु. तौसीफ आलम चुनाव लड़ रहे हैं। यहां प्लुरल्स पार्टी व आम आदमी पार्टी के साथ तीन निर्दलीय भी मैदान में हैं।
भाजपा को सीट नहीं मिलने से नाराज होकर वरुण कुमार सिंह जनसुराज से मैदान में हैं। इन प्रत्याशियों द्वारा पूरा दमखम लगाया जा रहा है। इससे मुकाबला चतुष्कोणीय हो सकता है। ठाकुरगंज विधानसभा क्षेत्र से 10 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। यहां राजद ने फिर से सिटिंग विधायक सउद आलम को टिकट दिया है।
जदयू ने गोपाल कुमार अग्रवाल पर भरोसा जताया है। एआइएमआइएम से गुलाम हसनैन मैदान में हैं। यहां से जनसुराज ने मु. इकरामुल हक को व बसपा ने करण लाल गणेश को टिकट दिया है। पांच निर्दलीय भी मैदान में हैं।
हर किसी ने नए चेहरे पर ही लगा रखा है दांव
जिले के चारों विधानसभा क्षेत्रों में इस बार सभी पार्टियों ने लगभग नए चेहरे पर दांव खेला है। सिर्फ दो पुराने प्रत्याशी अपनी-अपनी पार्टियों से मैदान में हैं। इनमें एक किशनगंज व दूसरा ठाकुरगंज से है। शेष सीटों पर महागठबंधन, एनडीए ही नहीं एआइएमआइएम ने भी नए चेहरे को मैदान में उतारा है। हालांकि इनमें कई इसके पहले दूसरे दलों से चुनाव लड़ चुके हैं। तीन प्रत्याशी विधायक भी बन चुके हैं।
किशनगंज सीट की बात करें तो कांग्रेस ने अपने सिटिंग विधायक इजहारूल हुसैन की जगह वर्ष 2020 में एआइएमआइएम के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे पूर्व विधायक कमरूल हुदा पर दांव लगाया है। यहां से भाजपा ने पुराने प्रत्याशी स्वीटी सिंह को ही फिर से मैदान में उतारा है, जबकि एआइएमआइएम ने शम्स आगाज पर भरोसा जताया है। कोचधामन सीट से राजद के सीटिंग विधायक इजहार असफी को बेटिकट करते हुए उनकी जगह जदयू से राजद में शामिल हुए मुजाहिद आलम को टिकट दिया है।
यहां से भाजपा की वीणा देवी पहली बार चुनाव मैदान में उतरी हैं। एआइएमआइएम ने सरवर आलम को टिकट दिया है। इस सीट पर 2020 के चुनाव में एआइएमआइएम के टिकट पर चुनाव जीते इजहार असफी बाद में राजद में शामिल हो गए थे, लेकिन उन्हें राजद ने टिकट नहीं दिया। उनके पुत्र ने निर्दलीय नामांकन तो किया था, परंतु फिर अपना नाम वापस ले लिया। बहादुरगंज विधानसभा क्षेत्र पहले राजद के खाते में था।
इस सीट पर एआइएमआइएम से 2020 में अंजार नईमी जीते थे और बाद में राजद में शामिल हो गए थे। नईमी को उम्मीद थी कि बहादुरगंज सीट राजद की होगी, लेकिन यह सीट कांग्रेस के खाते में जाने के बाद पार्टी ने मुस्सबिर आलम को मैदान में उतारा है। 2020 में यहां से कांग्रेस ने पूर्व विधायक तौसीफ आलम को टिकट दिया था। इस बार तौसीफ आलम यहां से एआइएमआइएम के उम्मीदवार हैं। एनडीए में यह सीट लोजपा-आर के खाते में है।
लोजपा-आर ने कलीमउद्दीन पर भरोसा जताया है। ठाकुरगंज विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां से राजद ने दूसरी बार सउद आलम को टिकट देकर मैदान में उतारा है। वर्ष 2020 के चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरे और दूसरे नंबर पर रहे गोपाल अग्रवाल को जदयू ने टिकट दिया है। चुनाव से पहले ये जदयू में शामिल हुए थे।
एआइएमआइएम ने यहां से गुलाम हसनेन को मैदान में उतारा है। इन नए चेहरे के दम पर पार्टियां जीत का स्वाद चखना चाहती हैं। नए चेहरे कितने कामयाब होंगे यह तो आने वाला समय ही बताएगा।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।