किशनगंज में अब जीविका दीदियां करेंगी टी फैक्ट्री का संचालन, चाय पत्ती से जुड़े किसानों को मिलेगा फायदा
किशनगंज में महानंदा जीविका महिला एग्रो प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड द्वारा संचालित टी प्रोसेसिंग एंड पैकेजिंग इकाई का शुभारंभ हुआ। इस फैक्ट्री का संचालन जीविका दीदियों द्वारा किया जाएगा जिससे चाय पत्ती की खेती करने वाले किसानों को लाभ मिलेगा। जिला पदाधिकारी ने बताया कि इस इकाई का उद्देश्य स्थानीय किसानों को फायदा पहुंचाना है। इस अवसर पर कई लाभार्थी जीविका दीदियों को चेक भी प्रदान किए गए।

जागरण संवाददाता, किशनगंज। महानंदा जीविका महिला एग्रो प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड द्वारा संचालित टी प्रोसेसिंग एंड पैकेजिंग इकाई, पोठिया का गुरुवार को जीविका की अपर मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी व डीएम समेत अन्य अतिथियों ने दीप जलाकर व फीता काटकर शुभारंभ किया। इस फैक्ट्री का संचालन जीविका दीदियों द्वारा ही किया जाएगा।
जीविका की अपर मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी अभिलाषा कुमारी शर्मा ने महानंदा जीविका एफपीसी के शेयरधारक जीविका दीदियों को संबोधित करते हुए कहा कि किशनगंज जिला में चाय पत्ती की खेती और पत्ती तोड़ने के कार्य से जुड़े किसानों के लिए यह लाभकारी होगा।
उन्होंने बताया कि हमारी जीविका दीदियां नारी शक्ति हैं। वे अब टी फैक्ट्री का संचालन करेंगी। चाय पत्ती की खेती करने वाली किशनगंज की जीविका दीदियों के लिए आर्थिक स्वावलंबन का आधार बनेगा। आने वाले समय में महानंदा लीफ के नाम से इस फैक्ट्री में बनी चायपत्ती देश दुनिया में अपनी पहचान बनाएगी।
स्थानीय किसानों को लाभ
जिला पदाधिकारी विशाल राज ने बताया कि स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना के तहत इस टी प्रोसेसिंग एंड पैकेजिंग इकाई, कालिदास किस्मत, कचकेचिपाड़ा, पोठिया में निर्माण किया गया था। इस इकाई के स्थापना का उद्देश्य यहां के स्थानीय किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए किया गया था।
पूरी उम्मीद है कि राज्य मंत्रिपरिषद ने बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति, जीविका को जो यह इकाई हस्तांतरित करने का फैसला लिया है, वो स्थानीय किसानों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा।इस कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की जीविका दीदियां इसे संचालित करेंगी।
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त स्पर्श गुप्ता, जीविका निदेशक उद्यम विनय कुमार राय, डीपीएम जीविका अनुराधा चंद्रा उपस्थित थीं। इस दौरान जीविका किशनगंज की दीदियों द्वारा लगाए गए विभिन्न उत्पादों के स्टाल का भी भ्रमण किया।
लाभार्थी जीविका दीदियों को सामुदायिक निवेश निधि, बैंक लिंकेज, इंडिविजुअल इंटरप्राइज के लिए डमी चेक प्रदान किया गया। वहीं, खुशी सीएलएफ अंतर्गत दीदी अधिकार केंद्र शुभारंभ के लिए डमी चाबी प्रदान किया गया। अतिथियों द्वारा टी फैक्ट्री परिसर में पौध रोपण भी किया गया।
इस अवसर पर स्थानीय किसान शिखा और आरती दीदी ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि महानंदा एफपीसी के गठन से चाय पत्ता की खेती से जुड़े किसानों को उनके उत्पाद का सही मूल्य मिल रहा है।
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