Updated: Wed, 08 Oct 2025 03:51 PM (IST)
किशनगंज के बहादुरगंज में विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद राजनीतिक दलों में टिकट को लेकर सरगर्मी तेज है। कांग्रेस अपने जनाधार का दावा कर रही है तो राजद निवर्तमान विधायक के आधार पर सीट मांग रही है। एनडीए में भी सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है। जनसुराज पार्टी और एआईएमआईएम भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं।
चंद्रभूषण सिंह, बहादुरगंज (किशनगंज)। बिहार विधान सभा चुनाव की घोषणा के बाद इलाके में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। टिकट के दावेदार अपने बड़े नेताओं के ईद-गिर्द जमे हुए हैं। जबकि कई पटना व दिल्ली तक दौड़ लगा रहे हैं।
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हालांकि किसी भी प्रमुख राजनीतिक पार्टियों द्वारा प्रत्याशियों के नाम की अबतक घोषणा नहीं की गई है। खासकर एनडीए एवं महागठबंधन के अंदर भी टिकट को लेकर संशय बना हुआ है। अभी तक सीट भी तय नहीं किये जाने से सभी दल अपने दावे कर रहे हैं।
महागठबंधन के सहयोगी दल कांग्रेस के द्वारा अपनी पार्टी का क्षेत्र में अधिक जनाधार होने का दावा किया जा रहा है। अब तक हुए 16 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी 10 बार विजयी हुए हैं। वर्ष 2020 के चुनाव में कांग्रेस यहां से लड़ी थी। जिस कारण कांग्रेस के नेता बहादुरगंज विधानसभा सीट पर दावा कर रहे हैं।
पिछले विधान सभा चुनाव में एआइएमआइएम के प्रत्याशी के रूप में विजयी रहे अंजार नईमी दो साल बाद पार्टी से इस्तीफा देकर राजद में जा मिले। जिसके आधार पर निर्वतमान विधायक व पार्टी के नेता बहादुरगंज विधानसभा सीट पर अपना दावा पेश कर रहे हैं।
अब तक नाम फाइनल नहीं
अभी तक शीर्ष नेतृत्व के द्वारा यह तय नहीं किया गया है कि कौन पार्टी यहां चुनाव लड़ेगी। एनडीए की बात करें तो 1995 विधानसभा का चुनाव छोड़ दिया जाय तो बहादुरगंज विधान सभा क्षेत्र में अभी उस अनुपात में अपना प्रभाव नहीं छोड़ पाया है।
वर्ष 1995 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की ओर से अवध बिहारी सिंह 30712 मत लाकर चुनाव जीतने में सफल हो गये थे। जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी रहे जाहिदुर रहमान निर्दलीय प्रत्याशी को 29933 मत से संतोष करना पड़ा था।
कांग्रेस के सउद आलम को 13506 मत मिला था। यहां से एनडीए की ओर से जदयू एवं वीआई पार्टी के प्रत्याशी भी अपना भाग्य अजमा चुके हैं। पर कभी सफलता नहीं मिली है। एनडीए की ओर से कौन सी पार्टी चुनाव लड़ेंगी एवं उनके प्रत्याशी कौन होगे, यह भी तत्काल तय नहीं है।
उधर जनसुराज पार्टी के संरक्षक प्रशांत किशोर के द्वारा क्षेत्र का कई बार दौरा कर चुके है। जनसुराज के जिलाध्यक्ष रहे प्रो. मुस्सबिर आलम बीते दिनों कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष से पटना में मुलाकात करने से क्षेत्र में अलग-अलग चर्चा की जा रही है।
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