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    सूर्यगढ़ा विधानसभा में जात-पात या इस बार विकास होगा मुद्दा, मतदाताओं ने बताया अपने मन का हाल

    Updated: Sat, 01 Nov 2025 03:51 AM (IST)

    सूर्यगढ़ा विधानसभा क्षेत्र में आगामी चुनाव को लेकर मतदाता उत्साहित हैं। इस बार चुनाव में जातिगत समीकरण या विकास, कौन सा मुद्दा हावी रहेगा, इस पर लोगों की अलग-अलग राय है। कुछ मतदाता जाति के आधार पर, तो कुछ विकास को प्राथमिकता दे रहे हैं। कई लोग क्षेत्र में विकास की उम्मीद कर रहे हैं।

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    जाति या विकास किसकी बात करने वाले प्रत्याशी को मतदाता देंगे वोट? (फोटो जागरण)

    संवाद सूत्र, चानन (लखीसराय)। सूर्यगढ़ा विधानसभा क्षेत्र में प्रथम चरण के तहत 6 नवंबर को मतदान होना है। सभी दलीय व निर्दलीय प्रत्याशी अपने-अपने चुनाव चिह्न के साथ गांव-गांव घूम-घूम कर अपने-अपने पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे है।

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    जैसे-जैसे चुनाव का समय नजदीक आ रहा है, जनता अपने तरीके से समीक्षा कर रही है। हर मोहल्ले और गांव की गलियों में चुनावी चर्चा जोर-शोर से हो रही। शुक्रवार को दैनिक जागरण की ओर से बन्नूबगीचा गांव में चुनावी चौपाल का आयोजन किया गया।

    इसमें उपस्थित ग्रामीणों ने विकास के मुद्दे पर अपने विचारों को साझा किया। युवा नीरज कुमार ने कहा कि इस् बार विधानसभा चुनाव में जो भी प्रत्याशी क्षेत्र में विकास, शिक्षा और रोजगार के हित में बात करेंगे, उन्हें ही वोट देंगे।

    राजो साव ने शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ापन की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि यहां आज तक एक भी सरकारी डिग्री कालेज की स्थापना नहीं की जा सकी है, जो क्षेत्र के युवाओं के लिए अत्यंत आवश्यक है। जनप्रतिनिधि इन मुद्दे पर कभी चर्चा ही नहीं करते। जात-पात के आधार पर अब मतदान नहीं करेंगे। समय बदल गया है।

    ग्रामीण डोमन यादव ने कहा कि बन्नूबगीचा वीयर चौक स्थित प्रखंड सह अंचल कार्यालय भवन होने के बावजूद भी यहां पदाधिकारी नहीं बैठते है। जिससे यहां का कार्य प्रभावित होता है। एक समय था कि यहां प्रखंड के सभी पदाधिकारी बैठकर कार्य करते थे, प्रखंड परिसर में बैक शाखा भी थी। अब सब उठाकर चला गया।

    राजेश्वरी राम कहते है गांव व पंचायत में पर्याप्त जमीन होने के बाद भी उच्च स्तरीय विद्यालय भवन नहीं बन रहा है। यहां के युवक बाहर रह कर उच्च शिक्षा प्राप्त तो कर लिए, लेकिन रोजगार के अभाव में दूसरे प्रदेश कमाने जाने को विवश है।

    ग्रामीण जुलूस राम ने कहा कि बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है। बेटा पढ़-लिख लिया, लेकिन अब उसे रोजगार ही नहीं मिल रहा। चुनाव के दौरान वादे कर जनप्रतिनिधि भूल जाते हैं।

    सर्जन राम सहित अन्य ने क्षेत्र में नलजल योजना की स्थिति को खराब बताया। अधिक राम ने कहा कि मतदाताओं को जातीय समीकरण से ऊपर उठकर मतदान करने की आवश्यकता है। सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार व्याप्त है, जिसका अंत होना चाहिए।