Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    नेताजी के साथ फोटो और प्रचार शिक्षक को पड़ा महंगा, विभाग ने किया निलंबित

    Updated: Sat, 25 Oct 2025 06:15 AM (IST)

    मधेपुरा में विधानसभा चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में एक शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है। शिक्षक अमलेश कुमार पर राजनीतिक दल के प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करने और सोशल मीडिया पर पक्षपातपूर्ण टिप्पणियां करने का आरोप है। शिक्षा विभाग ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए कार्रवाई की है और मामले की जांच शुरू कर दी है।

    Hero Image

    नेताजी के साथ फोटो और प्रचार शिक्षक को पड़ा महंगा

    संवाद सहयोगी, मधेपुरा। विधानसभा चुनाव को लेकर मधेपुरा जिले के शिक्षा विभाग ने आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई की है। सदर प्रखंड के सुखासन चकला स्थित अनुग्रह उच्च माध्यमिक विद्यालय में कार्यरत विद्यालय अध्यापक अमलेश कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    निलंबन अवधि में शिक्षक अमलेश कुमार को प्रखंड संसाधन केंद्र सिंहेश्वर मुख्यालय निर्धारित किया गया है। निलंबन के साथ ही विभाग ने शिक्षक अमलेश कुमार के खिलाफ गहन जांच शुरू कर दी है। आरोप सिद्ध होने पर कड़ी कार्रवाई का भी सामना करना पड़ सकता है।

    शिक्षा विभाग के डीपीओ(स्थापना) के द्वारा जारी निलंबन के आदेश में शिक्षक अमलेश कुमार पर आरोप है कि उन्होंने एक राजनीतिक दल के प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार-प्रसार किया, नेताओं के साथ तस्वीरें साझा की और इंटरनेट मीडिया पर पक्षपातपूर्ण टिप्पणियां की। यह कार्रवाई बिहार सरकारी सेवक नियमावली 2005 के तहत की गई है।

    अमलेश का राजनीतिक दल के पक्ष में प्रचार-प्रसार में पाया गया संलिप्तता

    जांच में पाया गया कि अमलेश कुमार ने राजनीतिक दल के नेताओं के साथ अपने फेसबुक अकाउंट में तस्वीर को साझा किया। राजनीतिक दल के पक्ष में प्रचार-प्रसार में संलिप्तता पाया गया एवं उनके पक्ष में टिप्पणियां की गई। 

    शिक्षा विभाग ने इसे आदर्श आचार संहिता का घोर उल्लंघन के साथ-साथ शिक्षक आचरण एवं विभागीय नियम के के खिलाफ माना। ऐसे कृत्यों को गंभीरता से लेते हुए विभाग ने त्वरित निलंबन का आदेश जारी किया। 

    शिक्षा विभाग का कहना है कि चुनावी प्रक्रिया में आदर्श आचार संहिता का पालन सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए अनिवार्य है। शिक्षक जैसे जिम्मेदार पद पर कार्यरत व्यक्ति से इस प्रकार का आचरण अपेक्षित नहीं है। अमलेश कुमार का कृत्य न केवल आचार संहिता का उल्लंघन है, बल्कि शिक्षक समुदाय की गरिमा को भी प्रभावित करता है।

    सभी सरकारी सेवकों, राजनीतिक दलों, अभ्यर्थियों तथा आमजनों द्वारा आदर्श आचार संहिता का पालन किया जाना चाहिए। इसके उल्लंघन पर नियमानुसार कठोर कार्रवाई की जाएगी।- तरनजोत सिंह, जिलाधिकारी।