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    Bihar Politics: मैथिली की एंट्री से BJP के एक खेमे में खलबली, पटना से दिल्ली तक साध रहे संपर्क

    Updated: Thu, 09 Oct 2025 02:26 PM (IST)

    बिहार की राजनीति में मैथिली के प्रवेश से भाजपा के एक खेमे में हलचल है। वे पटना से दिल्ली तक संपर्क स्थापित कर रहे हैं, जिससे राजनीतिक माहौल में गर्माहट आ गई है। भाजपा के कई नेता इस घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और पार्टी में बेचैनी का माहौल है।

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    ब्रज मोहन मिश्र, मधुबनी। लोक गायिका मैथिली ठाकुर के भाजपा के टिकट पर मिथिला क्षेत्र से चुनाव लड़ने की चर्चा से भाजपा ए खेमे में खलबली है। पहले दरभंगा के अलीनगर को लेकर खबर चली। इसके बाद मैथिली का बयान इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होने लगा कि उन्होंने गृह क्षेत्र के लिए इच्छा जताई है। इसका आशय मधुबनी का बेनीपट्टी विधानसभा क्षेत्र। इससे वहां भी सरगर्मी बढ़ गई।

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    मौजूदा विधायक विनोद नारायण झा स्वयं टिकट के दावेदार हैं। यहां से भाजपा के एमएलसी घनश्याम ठाकुर, रणधीर ठाकुर, डॉ. बी मृणाल व कुछ और लोग भी प्रयासरत हैं। जदयू के भी कुछ नेता माहौल गर्मा रहे हैं। चर्चा तो यह भी है कि बेनीपट्टी जदयू के खाते में जा सकता है। हालांकि, ये संभावनाएं कितनी दमदार हैं, कहना मुश्किल है।

    मगर, मैथिली ठाकुर के नाम की एंट्री ने जमीनी राजनीति से लेकर इंटरनेट मीडिया तक पर बतकही छेड़ दी है। पटना से दिल्ली तक संपर्क साधे जा रहे। इधर, राजनीति में एंट्री मार चुकीं मैथिली इंटरनेट मीडिया पर चर्चित कंटेंट बनकर उभरी हैं। अमेरिका से लेकर दुबई तक में बसे मैथिल समाज के लोग प्रतिक्रिया दे रहे।

    जदयू ने कहा, यह भाजपा का मामला

    भाजपा के जिलाध्यक्ष प्रभांशु झा कहते हैं कि अभी से कुछ कहना ठीक नहीं है। मैथिली ठाकुर ने पार्टी ज्वाइन की है। किसी सीट को लेकर इच्छा जताने और पार्टी के निर्णय में अंतर होता है। बेनीपट्टी उनका पैतृक गांव है तो अलीनगर ननिहाल। अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी।

    इस पर जदयू के जिलाध्यक्ष फुले भंडारी भी कोई प्रतिक्रिया नहीं देना चाहते हैं। इतना जरूर कहते हैं कि मैथिली ठाकुर को लेकर जो कुछ चल रहा, वह भाजपा का मामला है। गौरतलब है कि दरभंगा के अलीनगर विधानसभा से फिलहाल मिश्रीलाल यादव विधायक हैं।

    2020 में वीआईपी के टिकट पर जीते थे। बाद में भाजपा में शामिल हो गए। कुछ माह पहले एक मामले में निचली अदालत ने सजा सुनाई थी और सदस्यता चली गई थी। मगर हाईकोर्ट ने राहत दी और फिलहाल वे विधायक हैं।