Jhanjharpur Vidhan Sabha: चुनाव प्रचार के लिए नहीं पहुंचे एक भी स्टार प्रचारक, NDA प्रत्याशी ने खुद संभाली कमान
झंझारपुर विधानसभा क्षेत्र में एनडीए उम्मीदवार नीतीश मिश्रा बिना स्टार प्रचारकों के अपने चुनाव प्रचार में जुटे हैं। महागठबंधन के रामनारायण यादव 'माय' समीकरण पर निर्भर हैं, वहीं जनसुराज के केशव चन्द्र भंडारी युवाओं और पलायन रोकने के वादे के साथ मैदान में हैं। सबकी निगाहें इस सीट पर टिकी हैं, जहाँ मतदाता विकास, रोजगार, या पलायन रोकने की प्रतिबद्धता पर अपना फैसला सुनाएंगे।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025
संवाद सहयोगी, झंझारपुर। झंझारपुर विधान सभा के एनडीए समर्थित उम्मीदवार निवर्तमान उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा हैं। इनके चुनाव प्रचार के लिए एनडीए के किसी दल से कोई स्टार प्रचारक का यहां नहीं पहुंचना यहां चर्चा का विषय भी बना हुआ है।
चर्चा यह है कि क्या झंझारपुर विधानसभा को एनडीए या भाजपा सेफेस्ट सीट के रूप में मानती है। भाजपा या एनडीए के लोग इसे स्वीकारते भी हैं और कहते हैं कि सेफेस्ट सीट होने में प्रत्याशी की भूमिका है।
उन्होने उद्योग मंत्री एवं पर्यटन मंत्री के रूप में काम किया है। हलांकि प्रत्याशी कभी इसका दावा नहीं करते वे झंझारपुर एवं बिहार के विकास के लिए यहां की जनता पर भरोसा करते हैं। महागठबंधन के उम्मीदवार रामनारायण यादव हैं।
उनका कोर वोट माय समीकरण है। सीपीआई के उम्मीदवार होने के कारण उनका अपना भी वोट बैंक है और इस बार उनका साथ पूर्व विधायक गुलाब यादव भी दे रहे हैं।
उनके भी अपने जीत के दावे प्रतिदावे हैं। उनके प्रचार के लिए मधेपुर में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एवं सांसद मीसा भारती पहुंची है। तीसरा उम्मीदवार जनसुराज के केशव चन्द्र भंडारी हैं।
उन्हें जनसुराज की नीति युवाओं के उत्साह, पलायन रोकने के पार्टी सिद्धान्त पर भरोसा है। सबों के अपने अपने दावे प्रतिदावे हैं। जीत किसी एक की ही होनी है।
जिस सीट पर पूरे बिहार की नजर है, मतदाताओं ने भी अब अपना मन बना लिया है। देखना दिलचस्प होगा कि यहां की जनता विकास को पसन्द करती है या नौकरी रोजगार को या फिर पलायन रोकने की प्रतिबद्धता पर मुहर लगाती है।

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