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    कलाकार पंजीकरण में पूरे बिहार में मधुबनी पहले पायदान पर, इस तरह रिकार्ड बनाने में मिली सफलता

    Updated: Thu, 14 Aug 2025 06:01 PM (IST)

    जिले में कला और संस्कृति विभाग के कलाकार पंजीकरण अभियान में 800 से अधिक कलाकारों ने पंजीकरण कराया है जो बिहार में सबसे अधिक है। रांटी जितवारपुर जैसे कला ग्रामों में शिविर लगाकर कलाकारों को जोड़ा गया। पंजीकरण के बाद कलाकारों को यूनिक आईडी मिलेगी जिससे वे सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकेंगे। मुख्यमंत्री कलाकार पेंशन योजना और कलाकार कल्याण कोष योजना जैसी योजनाओं से कलाकारों को आर्थिक मदद मिलेगी।

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    Madhubani news: शिविर में पंजीकरण कराते कलाकार। जागरण

    जागरण संवाददाता, मधुबनी। कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार के कलाकार पंजीकरण अभियान में मधुबनी जिले ने पूरे राज्य में सबसे आगे रहते हुए एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। अब तक जिले के 800 से अधिक कलाकारों ने पंजीकरण के लिए आवेदन कर दिया है।

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    जो बिहार में सबसे अधिक है। यह उपलब्धि न केवल जिले की समृद्ध कला-परंपरा को दर्शाती है बल्कि यह भी साबित करती है कि यहां के कलाकार अपनी प्रतिभा को सरकारी योजनाओं के माध्यम से और सशक्त बनाने के लिए तैयार हैं।

    जिले के कला ग्राम बने उदाहरण

    जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी नीतीश कुमार ने बताया कि मधुबनी के प्रमुख कला ग्राम–रांटी, जितवारपुर, लहरियागंज, राइमा रैयाम, हरिशंकर संगीत महाविद्यालय, शिवलाल महाविद्यालय, लोकरंग और लोककला रंग में अब तक कई कैम्प आयोजित कर कलाकारों का पंजीकरण कराया गया है।

    इन कैम्पों में मिथिला पेंटिंग, मूर्तिकला, सिक्की कला, गायन, वादन, नृत्य, कविता एवं काव्य पाठ जैसी विधाओं के सैकड़ों कलाकार जुड़ चुके हैं। आने वाले दिनों में यह कैम्प सिमरी, राजनगर, रैयाम, झंझारपुर, जयनगर और फुलपरास में भी आयोजित होंगे, जिससे और अधिक कलाकार जुड़ेंगे।

    उन्होंने कहा कि मधुबनी जिले की यह सफलता एक बार फिर साबित करती है कि मिथिला की धरती केवल सांस्कृतिक धरोहर की प्रतीक नहीं, बल्कि यह वह भूमि है जहां कला जीवंत है और कलाकार अपनी पहचान को राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय मंच पर स्थापित करने के लिए तैयार हैं। सरकारी योजनाओं से जुड़कर अब जिले के कलाकारों को आर्थिक मजबूती के साथ-साथ अपनी कला को और निखारने का अवसर मिलेगा।

    डिजिटल पहचान और योजनाओं का लाभ

    पंजीकरण के बाद प्रत्येक कलाकार को एक यूनिक आईडी नंबर प्रदान किया जाएगा। यह आईडी सरकारी योजनाओं का लाभ लेने की अनिवार्य शर्त होगी। जिन प्रमुख योजनाओं का लाभ कलाकार उठा सकेंगे, उनमें शामिल हैं मुख्यमंत्री कलाकार पेंशन योजना 50 वर्ष से अधिक आयु के, आर्थिक रूप से कमजोर और उपेक्षित कलाकारों को पेंशन प्रदान की जाएगी।

    इसके लिए कलाकार का बिहार का मूल निवासी होना, वार्षिक आय 1,20,000 से कम होना और किसी सरकारी सेवा में न होना जरूरी है। कलाकार कल्याण कोष योजना–इसमें चिकित्सा सहायता, राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी में भाग लेने के लिए अनुदान, वाद्ययंत्र व कला सामग्री क्रय सहायता, तथा राष्ट्रीय नाट्य अकादमी या समकक्ष संस्थानों में उच्च शिक्षा व शोध कार्य हेतु वित्तीय सहयोग दिया जाएगा।

    कैसे करें पंजीकरण

    कलाकार https://artistregistration.bihar.gov.in/ पोर्टल के माध्यम से आनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। इच्छुक कलाकार अपने आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण, पासपोर्ट साइज फोटो, कला से संबंधित प्रमाणपत्र, पांच कलात्मक तस्वीरें और एक वीडियो प्रतिनियुक्त संगीत शिक्षक धीरज कुमार (मो. 8092359297) को व्हाट्सएप कर भी पंजीकरण करा सकते हैं।

    पंजीकरण अभियान में संगीत शिक्षक धीरज कुमार, शिवम मिश्रा, संत कुमार, ध्रुव चंदन और सार्थक सुमन की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। किसी भी तरह की समस्या के समाधान हेतु कलाकार खेल भवन, वॉटसन स्कूल स्थित जिला कला एवं संस्कृति कार्यालय से भी संपर्क कर सकते हैं।