आखिर कब सुधरेगा रवैया? हरलाखी में प्रधानाध्यापक के विरोध में स्कूल में तालाबंदी
मधुबनी जिले के हरलाखी में प्रधानाध्यापक के कथित मनमाने रवैये से परेशान होकर छात्रों और ग्रामीणों ने स्कूल में तालाबंदी कर दी। ग्रामीणों ने प्रधानाध्या ...और पढ़ें

विद्यालय में तालाबंदी कर धरना पर बैठे ग्रामीण । जागरण
संवाद सहयोगी। हरलाखी मधुबनी । मधुबनी जिले के हरलाखी में सोमवार को माहौल अचानक गर्म हो उठा, जब प्रधानाध्यापक के कथित मनमाने रवैये से तंग आकर छात्रों और ग्रामीणों ने स्कूल के मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया।
आरोप है कि प्रधानाध्यापक के व्यवहार से स्कूल का वातावरण भी लगातार बदतर होता जा रहा था। आक्रोशित लोगों ने कहा कि बार-बार शिकायत के बावजूद सुधार नहीं होने पर मजबूरन तालाबंदी का रास्ता अपनाना पड़ा। स्थिति का जायजा लेने के लिए स्थानीय प्रशासन को भी मौके पर पहुंचना पड़ा।
नौ बजे मेन गेट पर तालाबंदी
हरलाखी में स्थित उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक के रवैये से परेशान छात्रों के अभिभावक व ग्रामीणों ने सोमवार की सुबह नौ बजे मेन गेट पर तालाबंदी कर दिया। दरअसल ग्रामीणों का आरोप है कि प्रधानाध्यापक बैद्यनाथ प्रसाद के द्वारा छात्र छात्राओं से प्रायोगिक परीक्षा, एडमिट कार्ड व सर्टिफिकेट के नाम पर अवैध उगाही किया जाता है।
छात्रों के अभिभावक जब प्रधानाध्यापक से इसकी शिकायत करते हैं तो वो धमकी देता है कि जहां जाना है जाओ हमको विद्यालय संचालन के लिए पैसा लेना मजबूरी है। तालाबंदी के दौरान विद्यालय के गेट पर स्थानीय जिला परिषद प्रतिनिधि विजय मार्शल, राघवेश चौरसिया, शिव कुमार महतो, सत्येंद्र राय, राजा चौरसिया, रामबाबू साह, संतोष राय, शंकर राय, मो सैनुल, मो इस्तेखार व अनिल साह सहित दर्जनों ग्रामीण व अभिभावक मौजूद थे।
सभी लोगों ने एक स्वर में प्रधानाध्यापक व कम्प्यूटर शिक्षक को बदलने की मांग कर रहे थे। लोगों का कहना था कि उच्च विद्यालय में 14 शिक्षक के बावजूद न तो वर्ग संचालन होता है न ही कम्प्यूटर का क्लास होता है। यहां के प्रधानाध्यापक विद्यालय चलाने में अपनी मनमानी करते हैं। तालाबंदी की सूचना मिलते ही प्रभारी बीईओ विभा रानी मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों से वार्ता की।
ग्रामीणों की बात सुनने के उपरांत बीईओ ने एचएम को जमकर फटकार लगाई और ग्रामीणों की सहमति से एक सप्ताह के अंदर विद्यालय के अंदर सभी विधिव्यावस्था को दुरुस्त कर नियमित पठनपाठन शुरू करने की चेतावनी दी।
प्रधानाध्यापक ने बीईओ की उपस्थिति में छात्रों के अभिभावक एवं ग्रामीणों से दुबारा किसी भी विषय पर शिकायत नही मिलने का आश्वासन दिया। इसके बाद बीईओ ने अभिवावकों को शीघ्र सभी बिन्दुओं को ठीक करने का आश्वासन दिया। बीईओ के आश्वासन पर ग्रामीणों ने अपनी सहमति जताते हुए विद्यालय में पठनपाठन शुरू करवाया।

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