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    Bihar Chunav: शुभ-अशुभ में उलझे प्रत्याशी निकलवा रहे नामांकन का मुहूर्त, बिहार चुनाव से पहले पंडित जी की चांदी

    By Tribhuwan ChoudharyEdited By: Piyush Pandey
    Updated: Thu, 09 Oct 2025 01:48 PM (IST)

    मुंगेर में विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद, प्रत्याशी नामांकन के लिए शुभ मुहूर्त और शकुन-अपशकुन का ध्यान रख रहे हैं। कई प्रत्याशी पंडितों से संपर्क कर रहे हैं और घरों में पूजा-पाठ का आयोजन कर रहे हैं। कुछ लोग पटना से पंडित बुलाकर शुभ दिन तलाश रहे हैं। सत्यनारायण भगवान की पूजा के बहाने समर्थकों को जुटाने का प्रयास किया जा रहा है।

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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण)

    जागरण संवाददाता, मुंगेर। विधानसभा चुनाव की घोषणा हुए तीन दिन बीत चुके हैं। नामांकन के दौरान किसी तरह का व्यवधान उत्पन्न ना हो इसके लिए प्रत्याशी और उनके समर्थक शकुन और अपशकुन को भी ध्यान में रखकर नामांकन की तैयारी में लगे हुए हैं।

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    कोई प्रत्याशी अपने जानकारी पंडितों की मदद ले रहा है तो कोई घर में पूजा-पाठ कर नामांकन में जाने की तैयारी कर रहे हैं। कई पंडित और ब्राह्मण भी प्रत्याशियों से इन दिनों संपर्क में है। पंडित जी झोला में पोथी-पतरा लिए संभावित प्रत्याशियों के साथ ही घूम रहे हैं।

    अच्छे दिन और शुभ मुहूर्त का भी खास ख्याल रखा जा रहा है। एक जानकार पंडित ने कहा कि वे लगभग पांच से अधिक संभावित प्रत्याशियों के संपर्क में हैं। काफी मोटा दान-दक्षिणा मिलने की उम्मीद है। इसलिए अभी हम प्रत्याशियों का साथ भी नहीं छोड़ना चाह रहे हैं।

    शुभ मुहूर्त की तलाश में प्रत्याशी

    एक संभावित प्रत्याशी के करीबी समर्थक ने बताया कि उनके नेता जी पटना से एक जानकार पंडित को बुलाकर शुभ मुहूर्त और दिन की तलाश कर रहे हैं। कई ने तो अपने-अपने घरों में सत्यनारायण भगवान की पूजा भी रखी है ताकि, प्रसाद खाने-खिलाने के बहाने अधिक से अधिक समर्थकों को अपने पक्ष में लाया जा सके।

    इधर 10 अक्टूबर को अधिसूचना जारी हो जाएगी। वैसे तो कार्तिक महीने में हर दिन ही शुभ है। लेकिन प्रत्याशी विशेष शुभ दिन तलाश रहे हैं। संभावित प्रत्याशी शकुन-अपशकुन को भी विशेष ध्यान में रखकर नामांकन कराने की सोच रहे हैं ताकि जीत को सुनिश्चित किया जा सका।

    बताते हैं कि 10 अक्टूबर को संकष्टी गणेश व्रत और करवा चौथ भी है। 14 अक्टूबर को राधा अष्टमी व्रत, 17 को गोवत्स द्वादशी और 18 को धनतेरस के दिन, दीपावली, छठ आदि त्योहारों का भी ध्यान रखे हुए हैं।