Bihar Election: बिहार के इस गांव में 20 साल बाद डाला गया वोट, नक्सली हमले के बाद शांत हो गई थी लोकतंत्र की आवाज
Bihar Election 2025: बिहार के भीमबांध में दुर्भाग्यपूर्ण हालातों के चलते 20 साल बाद लोकतंत्र का पर्व मनाया गया। 20 वर्ष बाद यहां मतदाता अपने ही गांव में मतदान केंद्र पर वोट डाल रहे हैं। लोगों के चेहरे पर खुशी देखने को मिली और जमकर मतदान किया गया।
-1762493340853.webp)
मतदान के लिए बाहर खडे़ मतदाता। (जागरण)
संवाद सहयोगी, मुंगेर। जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्रों में गुरुवार को शांतिपूर्ण मतदान संपन्न हुआ। वहीं, कभी नक्सल प्रभावित तारापुर विधानसभा के भीमबांध इलाके में इस बार का मतदान ऐतिहासिक रहा।
20 वर्ष बाद यहां मतदाता अपने ही गांव में मतदान केंद्र पर वोट डाल रहे हैं। इस क्षेत्र में 2005 में नक्सलियों ने तत्कालीन एसपी केसी सुरेंद्र बाबू सहित सात पुलिसकर्मियों को बारूदी सुरंग में उड़ा दिया था।
उस घटना के बाद सुरक्षा कारणों से चुनाव आयोग ने यहां मतदान केंद्र को गांव से बीस किलोमीटर दूर स्थानांतरित कर दिया था। 20 वर्ष बाद भीम बांध के वन विभाग विश्रामालय स्थित बूथ संख्या 310 पर गुरुवार की सुबह से ही मतदाता मतदान करने पहुंचे।
इस केंद्र पर कुल 374 मतदाता हैं, जिनमें 170 महिलाएं और 204 पुरुष शामिल हैं। ग्रामीणों के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी। 81 वर्षीय बुजुर्ग मतदाता विषुणदेव सिंह ने बताया कि 2005 से पहले गांव में ही मतदान होता था, लेकिन नक्सली हिंसा के बाद हम लोगों को प्रशासन वाहन से दूरस्थ मतदान केंद्र ले जाता था।
दूरी और असुविधा के कारण कई बुजुर्ग और महिलाएं मतदान नहीं कर पाती थीं। पहली बार मतदान करने वाले युवा बादल प्रताप ने बताया कि अब गांव में मतदान केंद्र खुलने से युवाओं में उत्साह है। उन्होंने कहा कि गांव नक्सल प्रभावित होने के कारण विकास और शिक्षा से पिछड़ा रह गया है।
उच्च शिक्षा और रोजगार के अवसर बढ़ाने की जरूरत है। महिला मतदाता नीलम देवी ने बताया कि वर्षों बाद गांव में मतदान करने का मौका मिला है, जिससे हम सभी बेहद खुश हैं। सेक्टर मजिस्ट्रेट अशोक कुमार ने बताया कि नक्सल प्रभावित होने के कारण इस क्षेत्र में विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
केंद्रीय पुलिस बल की तैनाती के साथ लगातार पेट्रोलिंग की जा रही है। मतदाता शांति और खुशी के साथ लोकतंत्र के इस महापर्व में हिस्सा ले रहे हैं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।